Uttar
Pradesh - Varanasi |
Result Declared |
Candidate |
Party |
Votes |
NARENDRA MODI |
Bharatiya Janata
Party |
581022 |
ARVIND KEJRIWAL |
Aam Aadmi Party |
209238 |
AJAY RAI |
Indian National
Congress |
75614 |
VIJAY PRAKASH
JAISAWAL |
Bahujan Samaj Party |
60579 |
KAILASH CHAURASIYA |
Samajwadi Party |
45291 |
RAJESH BHARTI SURYA |
Rashtriya Ambedkar
Dal |
4327 |
ARUN |
Bhartiya Shakti
Chetna Party |
3634 |
SARVESH KUMAR GUPTA |
Independent |
3023 |
BASEER KINNAR |
Independent |
2850 |
INDIRA TIWARI |
All India Trinamool
Congress |
2674 |
HIRALAL YADAV |
Communist Party of
India (Marxist) |
2457 |
IFTEKHAR KURAISHI |
Independent |
2323 |
NARENDRA NATH DUBEY
ADIG |
Jan Shakti Ekta
Party |
2277 |
A.K. AGGARWAL |
Agar Jan Party |
2037 |
SHIVHARI AGARWAL |
Bharat Nirman Party |
2000 |
PRAMOD KUMAR |
Independent |
1807 |
DEVI PRASAD NAND |
Moulik Adhikar
Party |
1740 |
ABHIMANYU SINGH
PATEL |
Bahujan Mukti Party |
1644 |
JOHNSON THOMAS |
Independent |
1524 |
SANTOSH KUMAR |
Rashtriya Vikas
Manch Party |
1434 |
RAM LAKHAN GUPTA |
Jantantra Party |
1376 |
RAJENDRA PRASAD (GARIB
DAS) |
Independent |
1367 |
PRAKASH PRASAD |
Independent |
1361 |
NARENDRA BAHADUR
SINGH |
Independent |
1306 |
HEMANT KUMAR YADAV |
Indian National
League |
1202 |
BACHCHAN PRASAD
YADAV |
Independent |
1192 |
BACHCHELAL |
Lokpriya Samaj
Party |
1172 |
GHANSHYAM |
Independent |
1151 |
OM GURU CHARAN DAS
ALIAS VIMAL KUMAR SINGH |
Sanatan Sanskriti
Raksha Dal |
1144 |
PRABHAT KUMAR |
Independent |
1089 |
MANOJ KUMAR CHAUBEY |
Independent |
1074 |
RAVINDRA KUMAR |
Independent |
1012 |
LALLAN |
Manavadhikar
Janshakti Party |
997 |
AHMED SOHEL
SIDDIQUI |
Independent |
937 |
USMAN |
Rashtriya Apna Dal |
878 |
HARI LAL |
Rastriya Insaaf
Party |
838 |
RAJIV KUMAR MISHRA |
Independent |
677 |
SATYAPRAKASH
SRIVASTAVA |
Independent |
599 |
MAHENDRA MISHRA |
Independent |
573 |
SATISH SHANKAR
JAYASWAL |
Independent |
459 |
RAMPYARE SINGH |
Independent |
423 |
SHIV KUMAR SHAH |
Independent |
312 |
None of the Above |
None of the Above |
2051 |
Last Updated at 4:54
PM On 17/5/2014 |
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राहुल के रोड शो में बिस्मिल्ला के बेटों
ने बजाई शहनाई |
Publised
on : 10 May 2014 Time 16:58 |
वाराणसी,
10 मई। चुनावी महाभारत के अंतिम चरण के
अंतिम प्रचार दिवस पर कांग्रेस उपाध्यक्ष
राहुल गांधी ने आज वाराणसी में पार्टी
प्रत्याशी अजय राय के लिए रोड शो किया।
उनके इस शक्ति प्रदर्शन में बिस्मिल्ला
खां के बेटों ने शहनाई बजाई और ‘‘रघुपति
राघव राजाराम‘‘ की गूंज भी सुनाई दी।
लोगों का कहना है कि वाराणसी में राहुल का
रोड शो अमेठी में मोदी की रैली का जवाब
है। दरअसल मोदी ने कुछ दिन पहले अमेठी में
चुनावी सभा कर राहुल गांधी को ललकारा था।
यही वजह है कि राहुल भी भाजपा के गढ़ काशी
में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उनके साथ
रोड-शो में भाग लेने वाराणसी पहुंचे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नवी आजाद व
राज बब्बर ने कहा कि राहुल के समर्थन में
वाराणसी की आम जनता आज सड़कों पर है। अजय
राय यहां से कांग्रेस प्रत्याशी हैं।भाजपा
के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र
मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ रहे हैं और
गुरूवार को उन्होंने यहां रोड-शो करके अपना
शक्ति प्रदर्शन किया था। मोदी के रोड-शो
के जवाब में आम आदमी पार्टी के अरविंद
केजरीवाल ने भी कल यहां रोड-शो किया था।
माना जा रहा है कि कांग्रेस के लोग यह
सोचते हुए कि कहीं वाराणसी की लड़ाई मोदी
बनाम केजरीवाल न हो जाये इसलिए आज राहुल
गांधी का यहां रोड-शो आयोजित किया गया।हाल
ही में फैजाबाद में मोदी की हुई एक रैली
के मंच पर भगवान राम की फोटो लगाई गई थी,
जिस पर काफी विवाद भी हुआ था। लगता है
कांग्रेस ने उसी की काट में आज राहुल के
रोड-शो के दौरान ‘‘रघुपति राघव राजाराम‘‘
की धुनि का सहारा लिया। इसके लिए वाकायदा
एक अलग वाहन का इंतजाम किया गया था, जो
राहुल के वाहन के पीछे-पीछे चल रहा था। |
कार्यकर्ताओं से
मिलकर उत्साह बढ़ाएंगें मोदी |
Publised
on : 08 May 2014 Time 15:49 |
लखनऊ, 8 मई। भारतीय
जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के
प्रत्याशी नरेंद्र भाई मोदी को बनारस में
जनसभा न करने की अनुमति देने का मामला तूल
पकड़ रहा है। ऐसे में बनारस का पारा चढ़ा
है। हर ओर भाजपाई नाराज हैं।
इधर मोदी ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को
प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है। वे
शाम को धरना स्थल से भाजपा के केंद्रीय
कार्यालय तक का रास्ता पैदल ही तय करेंगे
और उन्हें प्रोत्साहित करेंगे।
बनारस स्थित भाजपा के केंद्रीय कार्यालय
की तैयारी के मुताबिक शाम के 5 बजे मोदी
के बीएचयू गेट स्थित धरना स्थल से
केंद्रीय कार्यालय जाना है। यहां वे ऐसे
कार्यकर्ताओं से मिलकर उनका उत्साह बढ़ाएंगें
जो लगातार पार्टी के लिए काम कर रहे हैं।
ऐसे कार्यकर्ता 21 तरह के विभागों का
संचालन पूरी निष्ठा व कर्तव्य परायणता के
संग कर रहे हैं। इनमें ऐसे कार्यकर्ता भी
शामिल है जो लगातार तकनीकी जानकारियां जुटा
रहे हैं और नेताओं को यह सलाह भी दे रहे
हैं कि क्या बालें और किनसे परहेज करें।
मोदी केे धरना स्थल से केंद्रीय कार्यालय
तक जाने का जो रास्ता तय किया गया है, वह
शहर के बीच से होकर गुजरेगा। श्री मोदी
लंका से पं. मदन मोहन मालवीय प्रतिमा,
अंबेडकरनगर, रवींद्रनगर कालोनी, सोनारपुरा,
भदैनी, मदनपुरा, बंगाली टोला, गोदौलिया
होते हुए सिगरा स्थित केंद्रीय कार्यलय
पहुंचेगें। यहां स्वामी विवेकानन्द, सरदार
बल्लभ भाई पटेल, डा. भीमराव अम्बेडकर सरीखे
महापुरुषों के चित्र लगाकर सबका साथ, सबका
विकास नारा को साकार करने का संदेश भी दिया
जायेगा। |
तृणमूल कांग्रेस
प्रत्याशी ने भाजपाइयों पर दर्ज करायी
रिपोर्ट |
Publised
on : 08 May 2014 Time 15:47 |
लखनऊ, 8 मई। बनारस
लोसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस पार्टी
की उम्मीदवार इंदिरा तिवारी और भारतीय जनता
पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं के बीच बीएचयू
गेट के सामने धरना स्थल पर झड़प हो गई।
गुस्साई तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी ने लंका
पुलिस स्टेशन पहुंच भाजपा कार्यकर्ताओं के
खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया।
गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार
इंदिरा तिवारी क्षेत्र में अपना प्रचार कर
रही थीं। उनका काफिला उसी रास्ते से होकर
गुजर रहा था, जहां भाजपाई पहले से धरना दे
रहे थे। रास्ते पर आगे बढ़ने को लेकर
तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी इंदिरा तिवारी
भाजपा कार्यकर्ताओं से उलझ गईं। इसके बाद
भाजइयों और तृणमूल प्रत्याशी के बीच जमकर
कहासुुनी हुई।
इसके बाद तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी ने
आरोप लगाते हुए कहा है ‘‘ हमारा कफिला
बीएचयू गेट के सामने से गुजर रहा था। इस
दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने तृणमूल
कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ अभ्रदता की।
रास्ता रोकने का भी प्रयास किया। इस रास्ते
पर हमारा कार्यक्रम पहले से तय था। ऐसे
में भाजपाइयों का यह व्यवहार गलत है।‘‘ |
बनारसः बीएचयू गेट पर
भाजपा ने दिया धरना |
Publised
on : 08 May 2014 Time 15:47 |
वाराणसी,08मई। बेनियाबाग में नरेन्द्र मोदी
को जनसभा की अनुमति नहीं देने पर भाजपा ने
गुरुवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू)
के गेट पर धरना दिया। पार्टी ने सुबह 11
बजे से धरना शुरु करके 2 बजे धरना समाप्त
कर दिया। इस दौरान धरने पर कई हजार
कार्यकर्ता बैठे। धरने का नेतृत्व अरुण
जेटली, अमित शाह और अनन्त कुमार ने किया।
पार्टी नेताओं ने जिला प्रशासन पर भेदभाव
का आरोप लगाया है। पार्टी नेताओं ने
जिलाधिकारी प्रांजल यादव को हटाने की
निर्वाचन आयोग से मांग की है। उधर पार्टी
प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी ने गंगा आरती में
शामिल होने से इनकार करते हुए मां गंगा से
माफी मांगी है।
जिला प्रशासन और
भाजपा के बीच टकराव की शुरुआत कल उस समय
हुई जब अन्तिम समय में यह बताया गया कि
गुरुवार को भाजपा बेनियाबाग में
प्रस्तावित रैली नहीं कर पाएगी। उसे दूसरे
स्थान पर रैली करने की अनुमति दी गई। इसके
साथ ही कहा गया कि मोदी चाहे तों गंगा आरती
में शामिल हो सकते हैं। प्रशासन के इस
फैसले से भाजपा भड़क गई और पार्टी ने फैसले
के विरोध में बीएचयू गेट पर धरने का फैसला
कर लिया। लेकिन जिला प्रशासन टस से मस नहीं
हुआ। जिला प्रशासन ने कहा कि उन्होंने कहा
सुरक्षा कारणों से मोदी की सभा की परमिशन
रद्द की है। जिला प्रशासन ने आईबी के
सिक्यूरिटी अलर्ट का भी हवाला दिया। पार्टी
के राष्ट्रीय नेताओं ने कहा कि जिलाधिकारी
सपा सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं।
|
राजनीति
के कच्चे खिलाड़ी हैं केजरीवाल: प्रीति
जिंटा |
Publised
on : 02 May 2014 Time 19:18 |
वाराणसी। वाराणसी में
नरेंद्र मोदी के खिलाफ ताल ठोंक रहे आम
आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के
बारे में फिल्म अभिनेत्री प्रीति जिंटा ने
कहा है कि वह राजनीति के बेहद कच्चे खिलाड़ी
लगते हैं। वह क्या करना चाहते हैं शायद
उनको भी नहीं मालूम।
वाराणसी पहुंची प्रीति जिंटा ने कहा,
‘‘केजरीवाल एक ही दिन में सब कर लेना चाहते
हैं, यह तो मुमकिन नहीं है। दिल्ली की जनता
ने उनको मुख्यमंत्री चुना था तो उनको कुछ
काम करना चाहिए था। पीठ दिखाकर भागना ठीक
नहीं है।‘‘प्रीति हालांकि भाजपा के
प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी
की मुरीद हैं। अपने वाराणसी दौरे पर आज
सुबह बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर तथा संकट
मोचन मंदिर में दर्शन करने के बाद प्रीति
ने मोदी की प्रशंसा की। प्रीति ने कहा,
‘‘मोदी देश के पीएम बनेंगे।‘‘प्रीति जिंटा
इंडीयन प्रमीमियर लीग (आईपीएल) में अभी तक
की सबसे उम्दा प्रदर्शन कर रही टीम किंग्स
इलेवन पंजाब की मालिक भी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इस समय देश को ऐसे राजनेता
की जरूरत है जो सभी को समझ सके। भाजपा के
नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री पद के
लिए फिट उम्मीदवार हैं। देश का विकास सही
मायने में गुजरात में हुआ है। हम शूटिंग
के सिलसिले में देश भर में घूमते रहते हैं
लेकिन गुजरात सबसे जुदा है। जो व्यक्ति सही
काम करता है उसकी प्रशंसा सर्वत्र होनी
चाहिए।‘‘वाराणसी में गंगा नदी के किनारे
गंदगी देखकर प्रीति काफी आहत भी हुईं।
उन्होंने कहा कि देश को जीवन देने वाली इस
नदी के किनारे गंदगी तथा प्लास्टिक को
देखकर काफी खराब लग रहा है। हमको इस नदी
की रक्षा करने का संकल्प लेकर इसकी सफाई
पर ध्यान देना चाहिए। |
भूमिहार मतों को साधने में जुटी भाजपा
|
Publised
on : 01 May 2014 Time 19:11 |
लखनऊ। अंसारी बन्धुओं का
कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय को समर्थन देने
के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री
पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के लिए
चुनौती बढ़ गयी है। इस अहमियत को समझते हुए
भाजपा और अंसारी बंधुओं के बीच भूमिहार मतों
को साधने की कवायद शुरू हो गयी है।
कौमी एकता दल (कोएद) ने कांग्रेस प्रत्याशी
अजय राय का समर्थन कर भाजपा के रणनीतिकारों
को बेचैन कर दिया है। वाराणसी में नरेंद्र
मोदी की जीत पक्की मानकर बैठी भाजपा बनारस
के आसपास की उन सीटों को लेकर फिक्रमंद हो
गई है, जहां भूमिहार मतों की संख्या ज्यादा
है।
कोएद के राष्ट्रीय संरक्षक अफजाल अंसारी
ने वाराणसी में अजय राय का समर्थन करके
पूर्वी उत्तर प्रदेश में भूमिहार वोटरों
को लुभाने की कोशिश की है। भूमिहार वोटों
में सेंध मारने की कौएद की योजना कामयाब
हुई तो गाजीपुर और बलिया में भाजपा की राह
मुश्किल हो जाएगी।
ज्ञात हो कि कृष्णानंद राय की हत्या के
बाद पूर्वीं उत्तर प्रदेश में अजय राय को
भूमिहार समुदाय के बड़े नेताओं में गिना
जाता है। भाजपा ने भूमिहार वोटरों के भीतर
अजय राय के प्रभाव को कम करने के लिए कृष्णानंद
राय की पत्नी अलका राय को मैदान में उतार
दिया है।
अलका राय ने कोएद और कांग्रेस के गठजोड़ के
खिलाफ प्रचार शुरू कर दिया है। भाजपा अपनी
खास रणनीति के तहत उन्हें भूमिहार बहुल
इलाकों में ही भेज रही है।
उल्लेखनीय है कि अलका राय के पति कृष्णानंद
राय और अजय राय के भाई अवधेश राय की हत्या
में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी नामजद
आरोपी हैं।
कौएद के अजय राय को समर्थन देने वाले सवाल
पर अलका राय ने कहा, ‘‘मैं इस बात से अचरज
में हूं कि कैसे कोई अपने भाई के हत्यारे
से समर्थन ले सकता है।‘‘
राजनीतिक विश्लेषकों का दावा है कि अफजाल
अंसारी और मुख्तार अंसारी की रणनीति
वाराणसी में अजय राय का समर्थन कर बलियां,
घोंषी व गाजीपुर में भूमिहार वोटों में
सेंध लगाने की है।
लोकसभा चुनाव में अफजाल अंसारी बलियां से
और मुख्तार अंसारी घोसी से चुनाव लड़ रहे
हैं। गाजीपुर से एकता मंच की ओर से डीपी
यादव प्रत्याशी हैं।
तीनों ही सीटों पर बड़ी संख्या में भूमिहार
वोटर हैं। गाजीपुर से भाजपा ने मनोज
सिन्हा को, बलिया से भरत सिंह को और घोसी
से हरिनारायण राजभर को टिकट दिया है। अजय
राय के समर्थन के जरिए अंसारी बंधुओं ने
इन तीनों सीटों पर भाजपा की राह मुश्किल
कर दी है।
भाजपा की ओर से प्रचार कर रही अलका राय,
अजय राय पर हमला करने का कोई मौका नही छोड़
रही हैं। भूमिहार बहुल इलाकों में वे
अक्सर ये कहते हुए सुनी जा सकती हैं कि जो
व्यक्ति भाई का नहीं हुआ वह समाज का क्या
होगा?
भाजपा के रणनीतिकारों के मुताबिक पार्टी
अलका की भावनात्मक अपील के जरिए गाजीपुर,
बलिया और घोसी में भूमिहार वोटों को अपने
खेमें रखना चाह रही है। गाजीपुर, बलिया और
घोसी में भूमिहार वोटों की संख्या काफी
अधिक है।
उल्लेखनीय है कि घोंषी में भूमिहार मतदातओं
की संख्या 1.10 लाख है जबकि गाजीपुर में
यह आंकडा 1.60 लाख है। बलियां में भी
भूमिहार मतदाताओं की संख्या एक लाख से उपर
है।
इधर, अलका राय के काशी के रण में उतरने के
बाद से ही अजय राय के लिए स्थिति बहुत
असहज हो गई है। हालांकि सार्वजनिक तौर अभी
वह केवल इतना ही कह रहे हैं कि कौमी एकता
दल के साथ पार्टी के शीर्ष नेताओं ने
समझौता किया है। व्यक्तिगत तौर पर इससे
उनका कोई लेना देना नही है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश |
समर्थन के लिए
मुख्तार परिवार के सामने गिड़गिड़ाए
कांग्रेस नेता |
Tags: UP,Varanasi, Quomi Ekta Dal,
Mukhtar Ansari, Afzaj Ansari |
Publised
on : 29 April 2014 Time 18:36 |
वाराणसी।
मुसलमान वोटों के लिए कांग्रेस के दो
दिग्गज नेता मुख्तार अंसारी परिवार के
सामने गिड़गिडाए। इन दोनों नेताओं ने कौमी
एकता दल का समर्थन अजय राय को दिलाने के
लिए ऐडी चोटी का जोर लगा दिया। आखिरकार
मंगलवार को कौमी एकता दल के अफजाल अंसारी
ने कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय को समर्थन
देने की घोषणा कर दी। हालांकि अफजाल के
छोटे भाई मुख्तार अंसारी और अजय राय के
बीच छत्तीस का आंकड़ा है। पूर्वांचल की
दबंगई में दोनों एक दूसरे के प्रतिद्वन्दी
के रूप में जाने जाते हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा समर्थन
मांगे जाने की जानकारी मंगलवार को पत्रकारों
से बातचीत में कौमी एकता दल के अध्यक्ष
अफजाल अंसारी ने खुद ही दी। इस दौरान
उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया कि
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद
उनसे मिले और राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय
सिंह ने उनसे फोन पर समर्थन मांगा। अफजाल
अंसारी ने बताया कि उन्होंने भाजपा के
प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेन्द्र
मोदी को हराने के लिए कांग्रेस को समर्थन
दिया है।
यह पूछे जाने पर कि राय को समर्थन देने के
लिए कांग्रेस के किस नेता ने उनसे संपर्क
किया था तो अंसारी ने कहा, ‘‘आप कांग्रेस
नेता दिग्विजय सिंह का नाम मुझसे संपर्क
करने के लिए मान सकते हैं।’’ अंसारी ने कहा
कि कांग्रेस का उम्मीदवार शहर का है और
मोदी और आप नेता केजरीवाल ‘‘बाहरी’’ हैैं।
इसके अतिरिक्त राय चार बार विधायक रहे हैं
और उनकी शहर के मतदाताओं पर मजबूत पकड है।
अफजाल अंसारी के भाई मुख्तार अंसारी पिछला
चुनाव बसपा के टिकट पर वाराणसी से लडे थे
और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी
से तकरीबन 17 हजार मतों के अंतर से हार गए
थे।
मुख्तार अंसारी को बाद में बसपा से
निष्कासित कर दिया गया था और उन्होंने कौमी
एकता दल का गठन किया था और उनके भाई अफजाल
अंसारी को पार्टी का प्रमुख बनाया गया था।
मुख्तार भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की
हत्या के मामले में आगरा जेल में बंद हैं
और उत्तर प्रदेश के मउ जिले में घोसी से
2014 का लोकसभा चुनाव लड रहे हैं। अजय राय
और मुख्तार अंसारी की पुरानी
प्रतिद्वंद्विता है और यह आरोप लगाया जाता
है कि मुख्तार अजय राय के बडे भाई अवधेश
राय की शहर में एक दशक से अधिक समय पहले
हुई हत्या की साजिश में शामिल थे। अफजाल
अंसारी ने कहा कि राय के साथ पुरानी
शत्रुता के बावजूद उनके लिए पवित्र शहर
वाराणसी अधिक महत्वपूर्ण है और इसलिए
उन्होंने राय के साथ दुश्मनी भूलने का
फैसला किया है और वाराणसी से मोदी को हराने
और उन्हें प्रधानमंत्री बनने से रोकने पर
ध्यान केंद्रित है। |
बनारस के नाम
मोदी की पाती |
Tags: UP News,Varanasi MP
Constituency, Narendra Modi, Letter to
Vanaras |
Publised
on : 24 April 2014 Time 22:10 |
वाराणसी,
एक गौरवशाली अतीत से शानदार भविष्य की
ओर बढ़ता भारत का प्राचीनतम शहर
आज
मैं सोमनाथ की धरती से भगवान विश्वनाथ
की नगरी के लिए एक अनुपम और अविस्मरणीय
यात्रा आरम्भ करने जा रहा हूँ। कुछ देर
बाद मैं वाराणसी से भाजपा प्रत्याशी के
रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल करूँगा।
मैं पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद करना
चाहूँगा कि उन्होंने मुझे इस महान
ऐतिहासिक शहर से
चुनाव लड़ने का मौका दिया। मैं अपने
पार्टी कार्यकर्ताओं का अभिनंदन करता
हूँ जो मेरी उम्मीदवारी घोषित होने के
तुरंत बाद से ही जमीनी स्तर पर मेहनत कर
रहे हैं और मैं नमन करता हूँ, देश भर के
उन कार्यकर्ताओं एवं शुभचिंतकों को जो
पिछले कई महीनों से मुझे अपना समर्थन और
आशीर्वाद दे रहे हैं।
वाराणसी के बारे में मार्क ट्वेन ने कहा
था, ष्वाराणसी इतिहास से भी पुरातन है,
परम्पराओं से भी पुराना है, किंवदंतियों
से भी प्राचीन है और अगर इन सभी को एक
साथ रख दिया जाए तो उनसे भी कहीं अधिक
पुराना है.”
वाराणसी भारत की गौरवशाली संस्कृति का
उद्गम और परंपराओं, लोक-नीतियों तथा
सदाश्यता का संगम स्थल है. यह संकट मोचन
मंदिर की मंगल भूमि है. यह धरा दुनिया
भर के लोगों को आकर्षित करती है, जो यहाँ
शांति और मोक्ष की तलाश में आते हैं.
सारनाथ में ही गौतम बुद्ध ने ज्ञान
प्राप्त करने के बाद अपना प्रथम
धर्मोपदेश दिया था. वाराणसी पूजनीय संत
रविदास की जन्मस्थली है. बनारस में ही
महात्मा कबीर का भी जन्म हुआ, परवरिश
हुई और यहीं से उन्होंने अपने ज्ञान का
उजियारा दुनिया भर में फैलाया. मिर्जा
गालिब ने बनारस को ‘काबा-ए-हिन्दुस्तान’
और ‘चिराग-ए-दैर’ यानि दुनिया की रोशनी
कहा था. जब पंडित मदन मोहन मालवीय को
शिक्षण केंद्र की स्थापना के लिए स्थान
का चयन करना था, उन्होंने बनारस को ही
चुना. गंगा-जमुनी तहजीब के महान दूत
उस्ताद बिस्मिल्लाह खान का जिक्र किये
बिना वाराणसी का परिचय अधूरा सा लगता
है. वाराणसी के लिए उस्ताद बिस्मिल्लाह
खान का प्यार अतुलनीय और अविस्मरणीय है.
मुझे बेहद खुशी हुई जब अटल जी की सरकार
ने वर्ष 2001 में उस्ताद बिस्मिल्लाह
खान को भारत रत्न से नवाजा।
सच
में वाराणसी और यहाँ के लोगों में कुछ
तो खास है. इस देवभूमि का हर निवासी अपने
अन्दर कहीं न कहीं देवत्व लिए हुए है.
इसी सत्प्रेरणा और भगवान विश्वनाथ के
आशीर्वाद के साथ शानदार अतीत वाले
वाराणसी के वैभवशाली भविष्य के निर्माण
के लिए हम निकल पड़े हैं.
हमारी
सोच है कि वाराणसी विश्व विरासत स्थल के
तौर पर उभरे जो उपासकों के साथ साथ भारत
की संस्कृति को समझने और आत्मसात करने
वाले लोगों को भी अपनी ओर आकर्षित करे.
इसका अर्थ है कि हमें वाराणसी के लिए
अत्याधुनिक पर्यटन सुविधाओं का निर्माण
करना होगा. मेरा दृढ़ विश्वास है कि एक
बार अगर हम पर्यटन को आवश्यक प्रोत्साहन
देने में सक्षम हो जाते हैं, तो इससे न
केवल अधिक से अधिक पर्यटक यहाँ आयेंगे
बल्कि गरीब से गरीब व्यक्ति अपनी आजीविका
में इजाफा कर सकेगा. ज्यादा सैलानी आएंगे
तो यह उन लोगों के लिए लाभप्रद होगा जो
मंदिरों से जुड़े हैं, घाटों पर रह रहे
हैं, जो गंगा के घाटों से सवारियों का
परिवहन करते हैं. समूचा शहर और उससे जुड़े
क्षेत्र की काया ही पलट जायेगी।
गंगा
वाराणसी की जीवन रेखा है, यहाँ की पहचान
का मूल आधार है दृ यह हमारी माँ है.
दुर्भाग्यवश हम गंगा के प्रति उतना
ध्यान नहीं दे सके हैं, जितना कि देना
चाहिए था. उत्तर प्रदेश के कई भागों में
गंगा की हालत दयनीय है. हम ऐसा चलने नहीं
दे सकते. समय की मांग है कि गंगा की
समुचित सफाई हो और इसके पूर्व गौरव को
बहाल किया जाए. 1986 में तत्कालीन सरकार
गंगा एक्शन प्लान लेकर आई थी, लेकिन यह
केवल प्लान बनकर ही रह गया, इसमें एक्शन
हर प्रकार से नदारद था. बजट आवंटित हुआ
लेकिन निर्धारित उद्देश के लिए कभी
उपयोग नहीं किया गया. वरुणा की स्थिति
भी ऐसी ही है. अब समय है कि इस असंगति
को तत्काल प्रभाव से दूर किया जाए.
जब
मैं गंगा की सफाई के लिए अपनी
प्रतिबद्धता की बात करता हूँ, तब वह
केवल एक वादा मात्र नहीं होता है. जब
मैं 2001 में गुजरात का मुख्यमंत्री बना
तब साबरमती की हालत भी ऐसी ही थी. यह
सर्कसों के आयोजन
और बच्चों के क्रिकेट खेलने के स्थान के
तौर पर जानी जाती थी. आज 2014 में समूचा
दृश्य ही बदल गया है. हम नर्मदा से पानी
लेकर आए जो अब साबरमती में बह रहा है.
एक विश्व स्तरीय साबरमती रिवर फ्रंट का
निर्माण किया गया, जो कि अहमदाबाद का
सबसे लोकप्रिय मनोरंजन और सांस्कृतिक
स्थल बन गया है. भगवान भोलेनाथ के
आशीर्वाद से, हम वाराणसी में भी इसी
प्रकार के बदलाव का मंशा रखते हैं.
केवल
गंगा ही सरासर लापरवाही का शिकार नहीं
बनीं हैं, बल्कि यहां की सफाई-व्यवस्था
भी चरमराई हुई है। हम वाराणसी में सफाई
के मुद्दों से निपटने के लिए प्रतिबद्ध
हैं ताकि हम वाराणसी के निवासियों को
स्वच्छ और हरित शहर दे सकें. हम संग्रहण
से लेकर शोधन तक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर
ध्यान केन्द्रित करेंगे. अभी तक प्रचलन
में रही निम्न स्तरीय कचरा निपटान
व्यवस्था वाराणसी के लोगों की उम्मीदों
के मुताबिक नहीं रही है. बेहद कम समय
में हम इस व्यवस्था को इतिहास का हिस्सा
बना देंगे. एक तय समय सीमा में, ठोस
अपशिष्ट प्रबंधन, सीवर और रासायनिक
अपशिष्ट की समस्याओं को कम करने का
प्रयास करेंगे।
वाराणसी के बुनकर इस शहर के इतिहास,
वर्तमान और भविष्य का अभिन्न अंग हैं.
दुर्भाग्यवश दिल्ली और लखनऊ सरकारों की
उदासीनता से उनका काम बुरी तरह प्रभावित
हुआ है. इस क्षेत्र को नवीनतम
प्रौद्योगिकी और गुणात्मक मूल्य संवर्धन
के साथ बढ़ावा देने के लिए मैं दृढ़
संकल्पित हूँ ताकि वाराणसी के बुनकर
विश्वस्तर पर हमारी शान बन सकें. उन्हें
अच्छी गुणवत्ता वाले कच्चे माल की
उपलब्धता से लेकर उनके उत्पादों के
बेहतर विपणन तक, ये सुनिश्चित करना मेरा
संकल्प है कि वो अपने गर्व के साथ अपने
पैरों पर खड़े हों और उनकी आने वाली
पीढ़ीयों का भविष्य उज्ज्वल बने।
कुछ
दिन पहले एक व्यथित कर देने वाली घटना
मेरी जानकारी में आई. वाराणसी के पास एक
गाँव में हाई वोल्टेज लाइन टूट कर गिर
गई, जिसकी वजह से कुछ लोग घायल हो गए,
जिनमें महिलायें भी शामिल थीं. मुझे यह
जानकार बेहद हैरानी हुई कि घायलों को
चिकित्सा सहायता तक प्रदान नहीं की गई,
स्थानीय प्रशासन मूक दर्शक बना रहा.
उत्तर प्रदेश की अवनति और यहां चल रहे
कुशासन का यह लक्षण हैं. हम इसे खत्म
करना चाहते हैं।
मित्रों, चूँकि आज मैं वाराणसी जा रहा
हूं, मुझे आपका समर्थन और शुभकामनाएँ
चाहिए. मुझे आशीर्वाद दीजिये कि मैं इस
गौरवशाली शहर को श्रेष्ठता के शिखर पर
फिर से पुनर्स्थापित कर सकूं. मैं पूरे
सामर्थ्य के साथ प्रयास करूँगा कि न
केवल वाराणसी बल्कि समस्त पूर्वांचल के
लोगों के जीवन में सुखद बदलाव आये ताकि
यह क्षेत्र एक बार फिर हमारे राष्ट्र और
सांस्कृतिक गौरव का केंद्र बन सके।
नरेन्द्र मोदी
दिनांक-24.04.2014
|
नरेन्द्र मोदी
ने वाराणसी में किया नामांकन |
Tags: UP News , Varanasi MP
Constituency, Narendra Modi |
Publised
on : 24 April 2014 Time 13:30 |
वाराणसी। भारतीय
जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के
प्रत्याशी ने गुरुवार की दोपहर अपना
नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। उनके नामांकन
का प्रस्ताव पं मदनमोहन मालवीय के पौत्र
सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति गिरधर मालवीय,
प्रख्यात पं छन्नूलाल मिश्र, नाविक भद्रा
प्रसाद निषाद और बुनकर अशोक कुमार ने किया।
इसके पहले नरेन्द्र मोदी ने करीब ढाई किमी
लम्बा रोड शो किया। वे दो घण्टे में कचेहरी
पहुंचे। इसके पहले उन्होंने काशी हिन्दू
विश्वविद्यालय जाकर पं मदन मोहन मालवीय की
प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
भारतीय जनता पार्टी
(भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार
नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को वाराणसी
संसदीय सीट से अपना नामांकन दाखिल किया।
मोदी बनारस के अलावा गुजरात की बडं़ोदरा
संसदीय सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं।
नामांकन दाखिल करने से पहले मोदी ने कहा,
‘‘काशीवासियों ने जो प्यार दिया है, उससे
मैं पूरी तरह से अभीभूत हूं। मैं इस धरती
और और यहां की परम्परा को प्रणाम करता
हूं।‘‘
मोदी ने कहा, ‘‘अब तक मुझे लगता था कि मैं
यहां पार्टी की ओर से भेजा गया हूं लेकिन
अब मुझे ऐसा लगता है कि मुझे किसी ने भेजा
नही है, मुझे गंगा मां ने बुलाया है। मैं
हमेशा ही यहां की गंगा-जमुनी तहजीब की सेवा
करूंगा।‘‘
बुनकरों के मसले पर मोदी ने कहा कि यहां
के बुनकरों को भी यदि अच्छी सुविधायें
मिलेंगी तो वह दुनिया में अपना नाम कमा
सकते हैं। मोदी ने कहा, ‘‘बुनकरों को यदि
टेक्नालाॅजी, ब्रांडिंग और अपग्रेडिंग की
सुविधा मुहैया कराई जाये तो वह देश का नाम
पूरी दुनिया में फैला सकते हैं।‘‘
गंगा की सफाई को लेकर मोदी ने कहा, ‘‘जिस
तरह से साबरमती नदी के लिए गुजरात में काम
हुआ है, वैसा ही यहां भी हो सकता है।
ईश्वर मुझे शक्ति दे कि मैं काशीवासियों
की सेवा कर सकूं।‘‘
मोदी के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष
लक्ष्मीकांत वाजपेयी, रविशंकर प्रसाद और
मुख्तार अब्बास नकवी मौजूद थे। मोदी के
प्रस्तावकों में छन्नूलाल मिश्र, गिरधर
मालवीय के अलावा एक बुनकर और निषाद समाज
से भी एक व्यक्ति को शामिल किया गया था।
उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी (आप) के
राष्ट्रीय संयोजक अरबिंद केजरीवाल ने
बुधवार को अपना नामांकन दाखिल किया। बनारस
से कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय भी अपना
नामांकन कर चुके हैं।
वाराणसी में 12 मई को मतदान होना है।
आधे घंटे इंतजार के बाद मोदी ने किया
नामांकन-
कहा, काशी में
मां गंगा ने बुलाया है
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी से
अपना नांमांकन पत्र दाखिल कर दिया। यद्यपि
नामांकन से पहले प्रत्याशियों की संख्या
अधिक होने के कारण कोर्ट के बाहर उन्हें
लगभग 25 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। इस
दौरान मोदी ने कहा कि काशी में मां गंगा
ने उन्हें बुलाया है। उन्होंने अपने
वक्तव्य में वाराणसी के बुनकरों को भी
बेहतरी का संदेश दिया।
नरेंद्र मोदी जिला कचेहरी में लगभग डेढ़ बजे
पहुंच गये। उनके साथ प्रस्तावक गिरधर
मालवीय व छन्नूलाल मिश्रा के अलावा अमित
शाह, मुख्तार अब्बास नकवी और रविशंकर
प्रसाद भी मौजूद हैं। मोदी निर्धारित समय
से लगभग दो घंटे देर से पहुंचे।
जब मोदी अपना नामांकन करने पहुंचे एडीएम
प्रशासन के कोर्ट में कुछ और प्रत्याशी
पहले से ही पहुच चुके थे। ऐसे में उन्हें
कोर्ट के बाहर ही खड़े-खड़े लगभग आधे घंटे
तक इंतजार करना पड़ा।
इंतजार के वक्त मीडिया से बात करते हुए
मोदी ने कहा कि वह पहले सोच रहे थे कि
भाजपा ने उन्हें काशी भेजा है। बाद में पता
चला िकवह स्वयं काशी आये हैं, लेकिन आज यह
स्पष्ट हुआ कि उन्हें न किसी ने भेजा है न
स्वयं आये हैं बल्कि मां गंगा ने उन्हें
काशी में बुलाया है।
मोदी ने कहा कि आज उन्हें काशी नगरी में
ऐसा लग रहा है जैसे वह अपनी मां की गोद
में हों। उन्होंने कहा कि काशी में उन्हें
जो प्यार और स्वागत मिला उससे वह अभिभूत
हैं।
वाराणसी की धरती को प्रणाम करते हुए मोदी
ने ईश्वर से प्रार्थना की कि उन्हें इतनी
शक्ति मिले की वह काशी की गंगा-जमुनी
तहजीव की सेवा करें। वाराणसी का गुजरात से
कनेक्सन जोड़ते हुए मोदी ने कहा कि वह बड़े
सौभाग्यशाली हैं, जो उन्हें महात्मा बुद्ध
और भगवान शिव की धरती का सेवा करने का मौका
मिला है।
मोदी ने महात्मा गांधी का भी नाम लेते हुए
कहा िकवह साबरमती नदी की तरह मां गंगा की
भी सेवा करना चाहते हैं।
बुनकरों को भी दिया संदेश
नरेंद्र मोदी ने इस दौरान वाराणसी के
बुनकरों को भी अच्छे दिन आने का संदेश दिया।
कहा कि जिस तरह गुजरात में वर्ष 2002-3
में पतंग का व्यवसाय मात्र 35 करोड़ का था
और दस साल में वह बढ़कर 700 करोड़ का हो गया,
उसी तरह अच्छी तकनीक के बल पर बुनकरों का
व्यवसाय सुधारा जा सकता है। उन्होंने कहा
कि वह दिन दूर नहीं जब यहां के बुनकर चीन
से स्पर्धा करेंगे।
रोड-शो में उमड़ पड़ा सैलाब
नामांकन से पहले मोदी ने रोड-शो किया,
जिसमें ऐसा लग रहा था जैसे पूरा वाराणसी
आज सड़क पर उमड़ पड़ा हो। उनके स्वागत में
पूरा काशी मोदीमय हो गया। काशी हिन्दू
विश्वविद्यालय से मदन मोहन मालवीय की
मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद बाहर
निकले नरेंद्र मोदी जब काशी विद्यापीठ
पहुंचे तो मलदहिया चैक पर वहां घंटों से
इंतजार कर रही भीड़ ने अनेकता में एकता का
संदेश दिया। यहां लघु भारत की झलक साकार
रूप ले रही थी।
काशी विद्यापीठ के हेलीपैड से मलदहिया चैक
की दूरी कुछ सौ कदम है लेकिन इतनी कम दूरी
तय करने में मोदी के वाहन को लगभग आधे घंटे
लग गये।
मलदहिया चैक पर मोदी ने सरदार पटेल की
प्रतिमा को माल्यार्पण करने के बाद वह
मिंट चैराहे पर स्वामी विवेकानंद की
प्रतिमा को माल्यार्पण कर कचहरी पहुंचे।
मोदी के नामांकन जुलूस में शामिल होने के
लिए वाराणसी के साथ ही अन्य जिलों के लोग
भी पहुंचे। सड़क के दोनों ओर सिर्फ और
सिर्फ मोदी-मोदी सुनने को मिल रहा था।
उनके साथ रोड़ शो में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी, भाजपा के प्रदेश
प्रभारी अमित शाह के साथ-साथ राज्यसभा
सदस्य रविशंकर प्रसाद और वाराणसी के मेयर
रामगोपाल मोहिले भी थे। रोड-शो के दौरान
लोग छतों से मोदी पर फूल बरसा रहे थे। मोदी
झुक-झुक कर लोगों का अभिवादन स्वीकार कर
रहे थे। |
Varanasi:
में Modi के स्वागत को उमड़ा पूर्वांचल,
दो लाख लोग पहुंचे |
Tags: UP News , Varanasi MP
Constituency, Narendra Modi |
Publised
on : 24 April 2014 Time 11:00 |
वाराणसी।
भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के
उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी वाराणसी संसदीय
सीट से नामांकन करने के लिए यहां पहुंच
चुके हैं। उनके स्वागत के लिए पूरा
पूर्वांचल उमड़ पड़ा है। करीब दो लाख लोग
मोदी के स्वागत के लिए जुट चुके हैं।
वरिष्ठ पत्रकार विनोद बागी के अनुसार मोदी
का स्वागत करने के लिए उत्तर प्रदेश के
पूर्वांचल समेत बिहार के निकटवर्ती जिलों
से भी भारी संख्या में मोदी समर्थक वाराणसी
पहुंचे हैं। बसों में भरकर लोग यहां पहुंच
रहे हैं। अभी मोदी समर्थकों का पहुंचना
जारी है।
उधर
मोदी बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर
पहुंच चुके हैं। यहां से वह काशी
विद्यापीठ जाएगे। मोदी की सुरक्षा के लिए
जिला प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किये
है। उनकी सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश के
अधिकारी और जवानों के अलावा गुजरात सरकार
के अधिकारी भी पहुंचे हैं। मोदी के रोड शो
मार्ग की विशेष निगरानी की जा रही है।
रास्ते पर बम निरोधक स्क्वायड तैनात किया
गया है। छतों से पुष्प वर्षा करने वालों
पर विशेष नजर रखी जाएगी।
|
Varanasi: बाबतपुर हवाई अड्डे से होगा
Narendra Modi का रोड शो |
Tags: UP News , Varanasi MP
Constituency |
Publised
on : 23 April 2014 Time 22:17 |
वाराणसी।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार
नरेंद्र मोदी अपने नामांकन पत्र को भरने
की प्रक्रिया वाराणसी के बाबतपुर हवाईअड्डे
से ही गुरूवार को सुबह साढ़े आठ बजे शुरू
करेंगे। इसके लिए नोटरी सहित एक टीम वहां
पहले ही पहुंच जाएगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नरेंद मोदी एक
विशेष विमान से साढ़े आठ बजे बाबतपुर
एयरपोर्ट पर उतरेंगे। डा0 नीलकंठ तिवारी
एडवोकेट, नोटरी विरेंद्र सिंह और मोदी के
नजदीकी गुजरात निवासी परेंदू भगत उर्फ काकू
भाई नामांकन प़त्र के साथ वहां पहले से ही
मौजूद रहेंगे। हवाईअड्डे पर ही नामांकन
पत्र को विधिवत भरा जायेगा और नोटरी के
सम्मुख मोदी का उस पर हस्ताक्षर होगा। इसके
बाद उसे निर्वाचन अधिकारी के सम्मुख जिला
कचेहरी में दाखिल किया जायेगा।
मोदी हवाईअड्डे से हेलीकाप्टर द्वारा 9 बजे
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय पहुंचेंगे। वहां
वह महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की
प्रतिमा पर पुष्पार्पण करेंगे।इसके पश्चात
वह विश्वविद्यालय से चलकर सुबह 10 बजे
मलदहिया क्रॉस रोड़ पर सरदार वल्लभ भाई
पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे।
फिर वहीं से रोड-शो शुरू होगा। मोदी लगभग
सवा ग्यारह बजे मिंट हाऊस पहुंचेंगे। वह
यहां स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर भी
मालार्पण करेंगे और कार्यकर्ताओं को
संबोधित करेंगे। इसके बाद मोदी करीब
ग्यारह बजकर चालीस मिनट पर जिला
कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना नांमांकन पत्र
दाखिल करेंगे।
बाबतपुर हवाईअड्डे पर मोदी का स्वागत करने
के लिए वाराणसी के बड़े व्यवसायी जैसे वैभव
कपूर, दिशान्त बदलानी, भाजपा नेता अशोक
धवन, आरके चैधरी समेत कई लोग उपस्थित
रहेंगे जबकि बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय
स्थित हेलीपैड पर नलिन कोहली, स्वप्नदास
गुप्ता, अनिल बालूनी, अशोक पाण्डेय आदि
मोदी का स्वागत करेंगे।मोदी के नामांकन के
लिए चार प्रस्तावकों में जस्टिस गिरधर
मालवीय, पंडित छन्नू लाल, गंगा सेवक
वीरभद्र निषाद और बुनकर समाज सेवी अशोक
मोदी का नाम पहले ही निश्चित हो चुका है।नामांकन
के मद्देनजर वाराणसी में आज हाई अलर्ट भी
जारी किया गया है। स्थानीय पुलिस व खुफिया
इकाई के अलावा उप्र और गुजरात की एटीएस
चप्पे-चप्पे पर नजर रख रही हैं। शहर के हर
सार्वजनिक स्थानों की सघन जांच भी चल रही
है।
|
Varanasi में
मोदी का नामांकन 24 अप्रैल को |
Publised
on : 19 April 2014 Time 20:15 |
लखनऊ। भारतीय जनता
पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार
नरेन्द्र मोदी के वाराणसी नामांकन को लेकर
लगायी जा रही कयास अब समाप्त हो गयी है।
प्रदेश के सह प्रभारी सुनील बंसल ने
हिन्दुस्थान समाचार प्रतिनिधि से बताया कि
नरेन्द्र मोदी नामांकन के अंतिम दिन 24
अप्रैल को वाराणसी संसदीय सीट से नामांकन
करेंगे।
मोदी के नामांकन को लेकर वाराणसी में कई
दिनों से समर्थकांे व मीडिया के बीच काफी
गहमागहमी बनी रही। मीडिया की सुर्खियों
में रहने वाले आम आदमी पार्टी के अरविन्द
केजरीवाल 23 को नामांकन करेंगे, जबकि
कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय ने 17 अप्रैल
को ही अपना पर्चा भर दिया है। मोदी के
नामंाकन के बाद वाराणसी के चुनावी
कुरुक्षेत्र की असली शुरुआत होगी। |
नव जनक्रांति पार्टी ने वाराणसी में
कांग्रेस को दिया समर्थन |
Publised
on : 19 April 2014 Time 20:15 |
वाराणसी। नव जनक्रांति
पार्टी ने वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़
रहें कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय को अपना
समर्थन दिया। उक्त जानकारी पार्टी के
राष्ट्रीय महासचिव शकील हुसैन रिजवी ने
दी।
उन्होंने बताया कि गौरीगंज स्थित पार्टी
कार्यालय पर शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष
राजकुमार ‘राजू’ की अध्यक्षता में एक बैठक
सम्पन्न हुई, जिसमें सर्वसम्मति से यह
निर्णय लिया गया कि इस बार नव जनक्रांति
पार्टी वाराणसी संसदीय सीट पर अपना
प्रत्याशी नहीं उतारेगी और पार्टी इस सीट
पर कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय को अपना
समर्थन देगी।
बैठक में मुख्य रूप से राष्ट्रीय
उपाध्यक्ष मो.असलम, शब्बीर साबर वारसी,
अहमद अंसारी सहित दर्जनों कार्यकर्ता व
पदाधिकारी मौजूद रहें। |
कांग्रेस प्रत्याशी ने दो विधानसभाओं का
किया तूफानी दौरा |
Publised
on : 19 April 2014 Time 20:12 |
वाराणसी। वाराणसी संसदीय सीट के कांग्रेस
प्रत्याशी अजय राय ने गांव गांव अपना
चुनावी दौरा तेज कर दिया है। अजय राय ने
ग्रामीण क्षेत्र की रोहनियां विधानसभा व
शहरी इलाके के दक्षिणी विधानसभा में
जनसम्पर्क व प्रचार किया। गांवो में अजय
राय ने बड़े बुजुर्गो के पैर छू कर
आशीर्वाद लेते हुए जीत की प्रार्थना करने
को कहा।
शनिवार की तड़के सुबह से कांग्रेस प्रत्याशी
अजय राय ने रोहनियां विधानसभा में
घमहापुर, गंजारी, डीह सहित दो दर्जन गांवो
में जनसम्पर्क किया। गांवो में अजय राय ने
अपने व पार्टी के लिए वोट मांगा। कांग्रेस
प्रत्याशी ने गांव वालो के साथ बैठकर जीत
की रचना बनायी और बड़े बुजुर्गो से
आर्शीवाद के साथ साथ जीत की प्रार्थना करने
का आग्रह किया।
कांग्रेस प्रत्याशी दोपहर बारह बजे के बाद
शहरी इलाके में लौट आये, जहां शहर दक्षिणी
विधानसभा में उनका तूफानी दौरा जारी रहा।
कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय ने दक्षिणी
विधानसभा के अजय नगर के आजाद पार्क, पीली
कोठी, अंसरा बाग, पठानी टोला, छित्तपुरा,
आलमपुरा, हसनपुरा, सलेमपुरा सहित ढ़ेरो
मोहल्लो में जनसम्पर्क किया। जहां उन्होंने
जनता के मुद्दो के निवारण करने के लिए
पूर्व सांसद जोशी को कोसा व कांग्रेस
सरकार की उपलब्धिता बतायी।
|
काशी
कोतवाल
को
अजय
ने
चढाया
मदिरा
का
प्रसाद,
लगाई
जीत
की
गहार |
Publised
on : 17 April 2014 Time 20:48 |
वाराणसी/लखनऊ,
17
अप्रैल
(हि.स.)।
देश
की
सबसे
बड़ी
पंचायत
की
होने
वाली
सोलहवीं
लोकसभा
चुनाव
में
सबसे
दिलचस्प
राजनीतिक
अखाड़ा
बनी
वाराणसी
संसदीय
सीट
से
मोदी
को
चुनावी
शिकस्त
देने
के
लिए
कांग्रेस
प्रत्याशी
अजय
राय
ने
नामांकन
करने
से
पूर्व
काशी
कोतवाल
को
मदिरा
का
प्रसाद
चढाने
के
साथ
ही
जीत
की
गुहार
लगाई।
वाराणसी
संसदीय
सीट
इस
चुनाव
में
राष्ट्रीय
स्तर
का
अखाड़ा
बन
गया
है।
यहां
से
दो
राष्ट्रीय
नेता
नरेन्द्र
मोदी
व
अरविन्द
केजरीवाल
चुनावी
मैदान
में
उतरे
हैं।
इन
दोनों
नेताओं
के
प्रतिद्वंदी
बने
वाराणसी
के
माफिया
कहे
जाने
वाले
अजय
राय
ने
गुरूवार
को
नामांकन
भरने
से
पूर्व
काशी
के
कोतवाल
काल
भैरव
को
मदिरा
का
प्रसाद
चढा
कर
अपनी
जीत
की
गुहार
लगाई।
बता
दें
कि
12
मई
को
होने
वाले
चुनाव
के
लिए
शुरू
हुए
नामांकन
की
अंतिम
तिथि
24
अप्रैल
है।
अब
देखना
है
कि
मोदी
व
केजरीवाल
अपना
पर्चा
कब
दाखिल
करते
हैं।
|
कांग्रेस
प्रत्याशी
अजय
राय
ने
किया
नामांकन |
Tags: Congress
Candidate Ajay Rai, Nomination |
Publised
on : 17 April 2014 Time 20:45 |
वाराणसी,
17
अप्रैल।
निर्वाचन
के
लिए
नामांकन
प्रक्रिया
शुरू
होने
के
साथ
ही
कांग्रेस
प्रत्याशी
अजय
राय
ने
हजारों
समर्थकाकें
के
लम्बे
जुलूस
व
गाजे-बाजे
के
साथ
अपना
नामांकन
पत्र
दाखिल
किया।
इस
दौरान
कांग्रेस
प्रत्याशी
के
साथ
वाणिज्य
व
उद्योग
मंत्री
आनन्द
शर्मा
व
राजबब्बर
भी
मौजूद
रहे।
गुरूवार
को
सुबह
ग्यारह
बजे
के
बाद
छोटे-छोटे
झुंड
में
कांग्रेस
प्रतिनिधि
अपने
कार्यकर्ताओं
के
साथ
सिगरा
स्थित
कांग्रेस
कार्यालय
पहुंचने
लगे।
जहां
से
लम्बे
हुजूम
के
साथ
कांग्रेस
प्रत्याशी
श्री
राय
का
नामांकन
जुलूस
नदेसर
के
कटिंग
मेमोरियल
मैदान
के
लिए
निकला।
कांग्रेस
प्रत्याशी
सहित
हजारों
कार्यकर्ता
ढोल-नगाड़े
के
धुन
पर
जोशीले
नारे
लगाते
हुए
व
नाचते-झूमते
जुलूस
की
शक्ल
में
चल
रहे
थे।
अंधरापुल
के
पास
कांग्रेस
प्रत्याशी
के
नामांकन
वाहन
पर
वाणिज्य
व
उद्योग
मंत्री
आनन्द
शर्मा
व
राजबब्बर
भी
सवार
थे।
जिसके
बाद
कांग्रेस
कार्यकर्ताओं
में
जोश
सा
भर
गया।
वहां
से
आगे
बढ़ने
पर
अजय
को
फूल
व
मालाओं
के
बौछार
से
भिगो
दिया
गया।
नदेसर
से
आगे
बढ़ने
परबैरेकेटिंग
के
पास
जुलूस
को
पुलिस
प्रशासन
द्वारा
रोक
दिया
गया।
जिसके
बाद
कटिंग
मैदान
में
एक
आम
सभा
हुई।
आम
सभा
के
बाद
कांग्रेस
प्रत्याशी
ने
प्रस्ताव
व
सहायकों
के
साथ
जा
कर
नामांकन
किया। नामांकन
करने
के
बाद
वापस
लौटते
समय
कांग्रेस
कार्यकर्ता
पुनः
केन्द्रीय
कार्यालय
पहुंचे।
जहां
पर
प्रत्याशी
अजय
राय
ने
सभी
को
हाथ
जोड़
कर
धन्यवाद
किया। |
वाराणसी
में मोदी को टक्कर देंगे कांग्रेस के अजय
राय |
Tags: Varanasi Narendra Modi , Congress
Candidate Ajay Rai |
Publised
on : 08 April 2014 Time 17:50 |
लखनऊ,08 अप्रैल।
कांग्रेस ने काफी जद्दोजहद के बाद वाराणसी
संसदीय सीट से भाजपा के प्रधानमंत्री पद
के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अजय
राय को चुनाव मैदान में उतारा है।
कांग्रेस ने अजय राय को चुनाव मैदान में
उतारकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि
वह मोदी कांग्रेस के लिए चुनौती नहीं है।
इससे एक तो अजय राय के स्थानीय होने का
पार्टी को फायदा मिलेगा और दूसरा यह भी
संदेश जायेगा कि कांग्रेस अपने स्थानीय
कार्यकर्ता की भावनाओं का ध्यान रखती है।
भाजपा में रह चुके अजय राय को 2009 में
लोकसभा का टिकट नहीं मिला था जिसकी वजह से
वह समाजवादी पार्टी में चले गये थे। 2009
में अजय राय समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार
थे। इसके बाद वह कांग्रेस में चले गये थे
और अभी कांग्रेस से विधायक हैं। अजय राय
के नाम को सुनते ही अजय राय के समर्थक खुशी
में झूमते सड़कों पर उतर आये और बैण्ड बाजों
पर नाचते - झूमते सभी ने एक दूसरे को
बधाईयां दीं. अजय के समर्थकों ने जमकर
पटाखे भी छोड़े। कांग्रेस हाई कमान ने
मंगलवार दोपहर वाराणसी से मोदी के खिलाफ
अजय राय को काँग्रेस से प्रत्याशी घोषित
कर दिया।
फिलहाल अजय राय के नाम की चर्चा काफी समय
से चल रही थी। कांग्रेस ने कहा था कि मोदी
के खिलाफ वह मजबूत कैंडिडेट उतारना चाहती
है, लेकिन इस नाम के ऐलान में काफी वक्त
लगा। इस बीच दिग्विजय सिंह से लेकर आनंद
शर्मा तक काफी कांग्रेसी नेताओं ने बनारस
से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी।
आखिरकार पार्टी ने अजय राय को टिकट देने
का फैसला किया है।पांच बार से विधायक अजय
राय दो बार पार्टी बदल चुके हैं। वह बीजेपी
में भी रहे हैं। इस वक्त वह पिंडरा से
कांग्रेस के एमएलए हैं। राय को चुनने की
वजह यह हो सकती है कि वह भूमिहार हैं और
स्थानीय भी हैं। साथ ही उन्होंने 2009 के
लोकसभा चुनावों में कड़ी टक्कर दी थी।
पिछले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी
के कैंडिडेट के रूप में चुनाव लड़ने वाले
अजय राय तीसरे नंबर पर रहे थे, यह चुनाव
बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी ने थोड़े अंतर
से जीता था। कांग्रेस लीडर्स ने बताया कि
बाहर से उतारे गए किसी कैंडिडेट की तुलना
में उनका आकर्षण कहीं ज्यादा होगा। इससे
पहले राजेश मिश्रा का नाम भी चर्चा में था
लेकिन कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक यूपी
में बीजेपी के टिकट बंटवारे से
ब्राह्मण-भूमिहार कम्युनिटी नाखुश है, ऐसे
राजेश मिश्रा की तुलना में राय की
उम्मीदवारी इस असंतोष का बेहतर तरीके से
फायदा उठा पाएगी। |
मोदी
विजय
की
तैयारियों
मंे
जुटा
अपना
दल
|
वाराणसी
30
मार्च।
भ्रष्टाचार
व
महंगाई
जैसे
मुद्दों
पर
भाजपा
व
अपना
दल
गठबंधन
होने
के
बाद
लोकसभा
सीट
77
पर
नरेन्द्र
मोदी
के
विजय
के
लिए
अपना
दल
ने
कमर
कस
ली
है।
अपना
दल
शहर
अध्यक्ष
विकास
चन्द्र
तिवारी
ने
बताया
कि
अपना
दल
अपने
प्रत्याशी
के
लिए
नगर
निगम
के
कुल
नब्बे
वार्ड
में
चालिस
से
पैतालिस
वार्डों
में
तैयारियां
कर
लिया
था।
बदले
परिदृश्य
में
अपना
दल
ने
भ्रष्टाचार
व
महंगाई
जैसे
मुद्दो
पर
केन्द्र
सरकार
से
दो
दो
हाथ
करने
के
लिए
भाजपा
से
गठबंधन
कर
लिया
है,
तो
अपना
दल
की
तैयारियों
से
अब
भाजपा
को
लाभ
मिलेगा।
उन्होंने
बताया
कि
अपना
दल
के
अनुमानित
दो
लाख
के
करीब
कार्यकर्ता
है।
बूथ
स्तर
पर
अपना
दल
अब
भाजपा
के
लिए
वोट
मांगेगा,
जिसमें
80
प्रतिशत
के
करीब
वोट
अपना
दल
कार्यकर्ता
मोदी
के
पक्ष
में
ले
आयेंगे।
|
’या मोदी सर्वभूतेषु राष्ट्ररूपेण
संस्थितः’ का सपा ने किया विरोध |
वाराणसी, 29 मार्च
। भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद
के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के समर्थकों
द्वारा मां दुर्गा के लिए कहे जाने वाले
एक श्लोक का परिवर्तन कर मोदी के लिए श्या
मोदी सर्वभूतेषु राष्ट्ररूपेण संस्थितरूश्
कहे जाने पर समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं
ने घोर विरोध दर्ज कराते हुए मोदी को
राक्षस का रूप दिया।
समाजवादी पार्टी के पार्षद रविकान्त
विश्वकर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों
कार्यकर्ता शनिवार को राजेन्द्र प्रसाद
घाट पहुंच बीच गंगा में बजड़े पर मां दुर्गा
व राक्षस रूपी नरेन्द्र मोदी का फ्लैश का
पूजन अर्चन किया और तत्पश्चात जिस प्रकार
मूर्ति का विसर्जन किया जाता है, उसी
प्रकार फ्लैश का विसर्जन किया। कार्यक्रम
का नेतृत्व कर रहे रविकान्त विश्वकर्मा ने
कहा कि मोदी समर्थकों द्वारा पहले श्हर हर
मोदीश् का नारा देकर काशी विश्वनाथ का
अपमान किया गया है और अब मां दुर्गा के
लिए पढ़े जाने वाले श्लोक का परिवर्तन कर
मोदी के लिए श्या मोदी सर्वभूतेषु
राष्ट्ररूपेण संस्थितरूश्कहा जा रहा है,
जिससे यह स्पष्ट है कि भाजपा व नरेन्द्र
मोदी की मानसिंक संतुलन खराब हो गयी है।उन्होंने
कहा कि इस प्रकार से देवी व देवताओं का
अपमान किया जाना समाजवादी पार्टी कभी
बर्दाश्त नहीं करेगी और आज इसी
परिप्रेक्ष्य में हम सब यहां इकट्ठा होकर
मां दुर्गा व राक्षस रूपी मोदी के फ्लैश
बनाकर माता रानी का पूजन अर्चन कर रहे है
और उनसे यही प्रार्थना करते है कि ऐसे मंद
बुद्धि लोगों को सद्बुद्धि दे।
इस दौरान मुख्य रूप युवजन सभा जिलाध्यक्ष
किशन दीक्षित, लोहिया वाहिनी के दीपचंद
गुप्ता,प्रभु साहनी रोहित,तनुष कुमार
पांडेय सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहें |
बाबा
की नगरी में पीएम पद का उम्मीदवार |
Tags: Varanasi Narendra Modi , Lucknow
Rajnath Singh |
Publised on : 15 March 2014
Time: 23:45 |
लखनऊ।
भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री पद के
प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी को वाराणसी और
राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह को लखनऊ
संसदीय सीट से चुनाव
लड़ेगे। मुरली मनोहर जोशी को कानपुर और
कलराज मिश्र को देवरिया से टिकट दिया गया
है। भाजपा संसदीय बोर्ड ने शनिवार को देर
रात लम्बी बैठक के बाद उत्तर प्रदेश की 55
सीटों पर प्ररत्याशी तय कर दिये। इनकी
घोषणा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अनन्त
कुमार ने की।
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