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लखनऊ,
15 अप्रैल। हनुमान जयंती के अवसर पर
मंगलवार को राजधानी लखनऊ, अयोध्या, मथुरा
और काशी समेत सूबे भर के हनुमान मंदिरों
की भव्य सजावट की गई। चारों तरफ पवनपुत्र
के जयकारे लग रहे हैं।
प्रदेश के विभिन्न मंदिरों में हनुमान
जयंती की धूम है। भोर से ही वहां भक्तों
का तांता लगना शुरू हो गया और पूरे दिन
पूजा अर्चना का दौर जारी रहा। अयोध्या के
हनुमान गढ़ी मन्दिर, काशी के संकटमोचन
हनुमान मंदिर, प्रयाग के लेटे हुए हनुमान
जी का मंदिर, लखनऊ के अलीगंज हनुमान मंदिर
और हनुमान सेतु स्थित हनुमान मंदिर सहित
प्रदेश के सभी हनुमान मंदिरों में सुबह से
ही दर्शन करने के लिए भक्तों का तांता लगा
हुआ है। सूबे की हनुमान मंदिरों पर भक्तों
द्वारा कई स्थानों पर विशाल शोभायात्रा,
लंगर और सुन्दरकाण्ड पाठ का आयोजन किया गया।
आज के दिन हनुमान जी का जन्मदिन व तिथि एक
साथ मिलने से विशेष योग माना जा रहा है।
और माना जा रहा है की बजरंगबली की खास योग
में की गई पूजा विशेष रूप फलदायी होगी।
हनुमान कर्म के देवता हैं और बल, बुद्धि,
विद्या के प्रतिरूप भी। गोस्वामी तुलसीदास
हनुमान चालीसा में कहते हैं कि बल बुद्धि
विद्या देहु मोहि, हरहु कलेस विकार। कहने
का मतलब यदि मनुष्य को यह तीनों चीजें मिल
जाएं तो विकार स्वयं ही दूर हो जाते हैं।
कहते हैं पवनपुत्र जैसा कोई नहीं। भक्त तो
कई हैं, लेकिन जो बात रुद्रावतार हनुमान
में है, वो किसी में नहीं। इसलिए उन्हें
कलयुग का देवता कहा गया है। आज इन्हीं
हनुमान जी की जयंती है और पंचांग गणना के
अनुसार इस मौके पर ठीक वैसा ही संयोग बन
रहा है, जैसा त्रेतायुग में उनके जन्म के
समय रहा होगा।
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