बरेली, 21 अगस्त (उत्तर प्रदेश समाचार
सेवा) :Bareilly, Aug
21, 2011, Uttar
Pradesh Samachar Sewa बाढ़ से मंडल
भर के गांवों में तबाही का सिलसिला जारी
है। बरेली में 50 से ज्यादा गांवों का
सम्पर्क अभी भी मुख्यालय से कटा हुआ है।
बदायूं रोड पर करगैना के पास राजमार्ग पानी
में डूब गया। दूरदर्शन और आकाशवाणी का
प्रसारण ठप हो गया है। उफनने के बाद
रामगंगा का जलस्तर थोड़ा घटा है लेकिन शाम
में बैराज से पानी छोड़े जाने की सूचना
है। वहीं बदायूं, शाहजहांपुर और पीलीभीत
में भी सैलाब ने बड़ी आबादी को आगोश में
ले लिया है। पीलीभीत में डूबने से एक बच्चे
की मौत हो गई। उधर रामपुर में दिल्ली-लखनऊ
हाइवे पर चार दिन बाद आवागमन प्रारंभ हो
गया। शाहजहांपुर में हाइवे पर पानी भरने
के कारण देर रात कटरा से रूट डायवर्ट कर
दिया गया। बारिश के रुकने के बाद रामगंगा
थोड़ा नीचे आई है। तबाही मचा चुकी इस नदी
का जलस्तर 162.380 मीटर है। इसके बावजूद
अभी बरेली की मीरगंज, फतेहगंज पश्चिमी,
सीबी गंज, फरीदपुर, तहसील सदर के गांव पानी
में डूबे हुए हैं। बदायूं रोड पर करगैना
के पास मार्ग अभी भी बंद है। बदायूं में
बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गयी है। सहसवान,
दातागंज, गुन्नौर क्षेत्र के दर्जनों गांव
बाढ़ से घिर चुके हैं। शाहजहांपुर में
नरौरा, खो व ड्यूनी बांध से लगातार पानी
छोड़े जाने के कारण हालात और खराब हो गए
हैं।
टीवी पर डीडी वन और डीडी न्यूज के दर्शन
भी नहीं हुए। दूरदर्शन के असिस्टेंट
इंजीनियर ध्रुव चटर्जी ने बताया, ‘रात एक
बजे के बाद पानी तेजी से बढ़ने लगा तो हमने
ट्रांसमिशन रूम में लगी अधिकांश मशीनें
खोलकर सुरक्षित स्थान पर रख दीं। करीब तीन
बजे पानी ट्रांसमिशन रूम में घुस गया।
शनिवार को कमरे में दो फुट से ज्यादा पानी
भर गया। हालांकि हमारे पास मोबाइल
ट्रांसमीटर है। इससे प्रसारण शुरू करने
में भी कम से कम 10 दिन का वक्त लगेगा।’
आकाशवाणी के असिस्टेंट इंजीनियर वीके
श्रीवास्तव ने बताया कि स्टूडियो में सुबह
ढाई फुट पानी भरा हुआ था जो शाम तक बढ़कर
तीन फुट से ज्यादा हो गया है। शॉर्ट
सर्किट होने के डर से पूरे कैंपस की बिजली
बंद कर दी गई है। हम जितनी मशीनें बचा सकते
थे, उतनी बचा ली हैं। पानी उतरने के बाद
भी प्रसारण शुरू होने में कुछ वक्त लगेगा। |