बरेली। पुलिस ने लड़कियों का इस्तेमाल
कर चोरी करने वाले
तथा सेक्स रैकेट चलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर
इसके सरगना दंपति को दो अन्य युवतियों के
साथ गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास
से रिटायर्ड असिस्टेंट केन कमिश्नर और एक
व्यापारी के यहां हुई चोरी गए सोने-चांदी
के जेवर, चांदी के बर्तन और सिक्के, कपड़े,
घड़ियां, पर्स और नकदी समेत करीब चार लाख
का माल भी बरामद किया गया है। चारो के
खिलाफ चोरी, धोखाधड़ी, आईटी एक्ट और ड्रग
एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
गिरफ्तार युवक के पास से लखनऊ से प्रकाशित
एक समाचार पत्र का परिचय पत्र बरामद हुआ
है।
पुलिस लाइंस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस
में डीआईजी प्रकाश डी ने बताया कि एसपी
सिटी के नेतृत्व में अपराधियों के खिलाफ
अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान
इतवार शाम को सर्विलांस सेल की मदद से
पुलिस ने बर्ड वुड लाइन, बीआई बाजार में
रहने वाले राहुल शर्मा और उसकी पत्नी को
गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने ऊंचे रसूख का
भी हवाला दिया, लेकिन पुलिस उन्हें महिला
थाने ले आई। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने
प्रेेमनगर में इंद्रानगर की और शाहजहांपुर
में चौक शीतल मठिया के पास रहने वाली युवती
को गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पास से नशे
की गोलियां, चोरी का सामान और नगदी बरामद
हुई है।
डीआईजी ने बताया कि आरोपियों ने रामपुर
गार्डन के रहने वाले रिटायर्ड असिस्टेंट
केन कमिश्नर रामसहाय गुप्ता के यहां चोरी
की थी। कोतवाली में 30 जुलाई को यह मामला
दर्ज किया गया था। ग्रीन पार्क के रहने
वाले व्यापारी महेश अग्रवाल के यहां भी
चोरी हुई थी। थाना बारादरी में इसकी
एफआईआर दर्ज है। पकड़ी गई शाहजहांपुर की
युवती पहले भी जेल जा चुकी है। डीआईजी ने
दावा किया है कि पुलिस को एक बिना नंबर की
बाइक, कुछ फोटो और दवाएं भी मिलीं हैं। इन
दवाओं का प्रयोग लोगों को बेहोश करने के
लिए किया जाता है। डीआईजी ने खुलासा करने
वाली टीम को सात हजार रुपये इनाम देने की
घोषणा की है।
डीआईजी ने इस मामले के मुकदमों को
महत्वपूर्ण मानते हुए मामले की विवेचना
कोतवाली के एसएसआई जयपाल सिंह को सौंपी
है।
सरगना पहले रेकी कर ऐसे अमीरों की तलाश
करता था जो अकेले रहते हैं। उसने ऐसे लोगों
की सूची बना रखी है। फिर गिरोह की युवतियां
कमरा किराए पर लेने के बहाने इन घरों में
भेजी जाती थीं। ये उनसे इस खुलेपन से बातें
करतीं कि गृहस्वामी जाल में फंस जाता।
युवतियां पानी और फिर चाय की फरमाइश करतीं।
लोग चाय बनाने में असमर्थता जताते तो किचन
में जाकर खुद ही बना लातीं। चाय में नशीली
दवा द गृहस्वामी को बेहोश कर देतीं। क़ीमती
समान, नकदी-जेवर लेकर फरार हो जातीं।
पुलिस ने बताया कि सिर्फ चाय से बात न बनी
तो ये लड़कियां फोन पर अश्लील बातें करके
और जरूरत पड़ने पर इससे
कई ‘बड़ों’ को फांस चुका है यह गिरोह
कैंट में पकड़ा गया गिरोह शहर के कई
‘बड़े’ लोगों को अपने जाल में फंसा चुका
है। मीठी-मीठी बातों में आकर अपना काफी
कुछ गवां चुके ये लोग लेकिन बदनामी के डर
से मुंह पर ताला लगाए हुए हैं। इनमें
ज्यादातर ऊंचे पदों से रिटायर हुए लोग हैं
अथवा अधिक उम्र के धनाढ्य। गिरोह की
गिरफ्तारी के बाद इनमें से कई पुलिस से
मिले भी लेकिन लिखित शिकायत करने को तैयार
न थे। हां, इन्होंने पकड़ी गई युवतियों की
पहचान जरूर की कि वे उन्हें भी चोट दे चुकी
हैं।
राहुल शर्मा का गिरोह शहर में करीब छह साल
से सक्रिय था। पुलिस को भी काफी समय से
इसकी सूचना थी, लेकिन कुछ पुलिस कर्मियों
की ही मिलीभगत के कारण पकड़ से बाहर था।
बताते हैं कि कुछ समय पहले ‘मददगार’ पुलिस
कर्मियों का ट्रांसफर हो गया। इधर गिरोह
की गतिविधियां तेज हुईं और दो मुकदमे भी
दर्ज हो गए। इस वजह से वह पुलिस के फंदे
में आ गया। डीआईजी ने सीओ प्रथम और
इंस्पेक्टर कोतवाली को आरोपियों के स्टेट
बैंक और बैंक आफ बड़ौदा के खातों, लाकर को
खंगालने के निर्देश दिए हैं। डीआईजी ने
बताया कि आरोपी राहुल शर्मा और उसके साथी
लग्जरी लाइफ जी रहे थे। उनके घरों में ऐशो
आराम की सभी चीजें मौजूद थीं।समाचार स्रोतः
रेनू सिंह, संवाददाता उत्तर प्रदेश समाचार
सेवा, Renu
Singh, Correspondent
U.P.Samachar Sewa |