आनर
किलिंग पर खापों की चेतना जागी
- सचिन धीमान -
मुजफ्फरनगर, 25 अगस्त। (उप्रससे)। आनर
किलिंग से बदनाम हो चुके पश्चिम उत्तर
प्रदेश की खापों ने अब इस कलंक को मिटाने
का संकल्प लिया है। आनर किलिंग को खापें
अब तूफान के रूप में देख रही हैं जोकि
समाज में भारी तबाही मचा सकता है। इसलिए
इसे रोकने के लिए खापों ने शुरुआत कर दी
है। जाट बिरादरी की महत्पवूर्ण अहलावत खाप
ने महापंचायत आयोजित करके कुरीतियों के
निवारण का संकल्प लिया है। इसमें जहां
नशाखोरी रोकने, बच्चों की शिक्षा को
प्राथमिकता प्रदान करने का निर्णय लिया गया,
वहीं खाप में आनर किलिंग रोकने तथा इस
बुराई का निवारण करने का भी संकल्प दोहराया
गया।
जिले की तहसील खतौली क्षेत्र में स्थित
ग्राम रायपुर नंगली मे पूर्व प्रधान पति
और अहलावत खाप के प्रदेश अध्यक्ष
चौ.गजेंद्र सिंह के आवास ओर नेतृत्व मे
महापंचायत का आयोजन किया गया । पंचायत मे
खाप के दिग्गजो ने भी भाग लिया जिसमे
दौराला क्षैत्र के विधायक चंद्रवीर अहलावत,
राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबा जय सिंह, मेजर
जनरल कंडेला आदि ने भाग लिया। दिग्गजो ने
पंचायत मे पहुंच कर अहलावत बिरादरी मे फैली
कुरीतियो शराब, बच्चो की पढाई,आनर कीलिंग
जैसी गंभीर समस्याओ पर विचार विमर्श किया
पंचायत मे मुख्य अतिथि के रूप मे आये
राष्ट्रीय अध्यक्ष जय सिंह ने कहा कि हमें
अपनी बिरादरी मे फैली बुराईयो को दूर करना
पडेगा। हमारा युवा शराब की बोतलो मे बंद
हो कर रह गया है तथा बुराईयों ओर हमारे
युवा पढाई की तरफ ध्यान ही नही दे रहा है
बल्कि शराब और आवारा गर्दी की तरफ बढ रहा
है।
पंचायत मे चौ.गजेंद्र सिंह ने कहा कि आज
समाज के ओनर किलिंग से पूरा देश खिन्न हो
चुका है। इस ओनर किलिंग को रोकना होगा नही
तो देश मे तूफान आने से कोई नही रोक सकता
। पंचायत मे खाप के सभी लोगो ने युवाओं की
पढाई लिखाई ओर अहलावत खाप को मजबूत बनाने
पर बल दिया। पंचायत में सुनील प्रधान भैसी,
मुकेश प्रधान, राजू अहलावत, ओमपाल
अहलावत,योगेश अहलावत, यशपाल, कृष्णपाल,
महीपाल, राजपाल, सुरेंद्र, समरपाल, भगत
सिंह, अजय कुमार आदि मौजूद रहे। पंचायत की
अध्यक्षता जयसिंह तथा संचालन ओमपाल मोगपुर
ने किया। इस पंचायत मे बसपा मंत्री डा.
यशवंत सिंह ने भी शिकरत की।
ज्ञातव्य है कि सगोत्र विवाह को लेकर लगाई
गईं पाबंदियों तथा प्रेम विवाह के कारण
समूचे पश्चिम उत्तर प्रदेश में गत कई वर्षों
में युवाओं की हत्याएं हुई हैं। इन युवक
युवतियों को न केवल मौत के घाट उतारा गया
बल्कि कई खापों और जातियों ने इसे जायज भी
ठहराया था। किन्तु समाज में सम्मान के नाम
पर होने वाली आनर किलिंग से आक्रोश भी पनप
रहा है। इसके साथ ही आनर किलिंग पर अदालतों
ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। इसके साथ ही
विभिन्न खापें भी अब नई सोच के साथ विचार
कर रही हैं।
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