चुनावी बेला में भरोसेमंदों में बिखराव
सुलतानपुर, 03 अगस्त (उप्रससे)।
राजनीतिक कुपोषण से गुजर रही अमेठी के हाथी
की सेहत अब हाथ से मजबूत हो रही है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के किलों की
दीवारों में हाथी की सेंधमारी रंग ला रही
है। कभी बसपा से किनारा कर चुके लोग अब
कांग्रेस का दामन छोड़ फिर से हाथी की डगर
अपना रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस के एक अहम
पदाधिकारी के पाला बदलने से कांग्रेस की
मुश्किलें बढ़ गई हैं।
मिशन 2012 की राह में कांग्रेस महासचिव
राहुल गांधी की मुश्किलें उनके संसदीय
क्षेत्र में ही बढ़ती जा रही है। कांग्रेस
के स्थानीय लोग अब पार्टी से किनारा कर रहे
हैं। हैरानी तो इस बात की है कि सभी
कांग्रेस से नाता तो तोड़ रहे हैं, किन्तु
सियासी मुकाम बसपा खेमे में ही बना रहे
हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष युवक कांग्रेस
नदीम अशरफ जायसी, पूर्व विधायक हरिचरण
यादव, पूर्व मंत्री रामलखन पासी, आशीष
शुक्ला, ब्लॉक प्रमुख मुसाफिरखाना अरूणा
सिंह, ब्लॉक प्रमुख शुकुलबाजार सिराज अहमद,
छतोह ब्लॉक प्रमुख नरेन्द्र सिंह, श्रीराम
क्रांतिकारी, पूर्व प्रमुख अरूण सिंह यह
फेहरिस्त है उनकी जो कि एक दौर में
कांग्रेस के लम्बरदार हुआ करते थे। इनमें
से कुछ को छोड़कर अधिकतर ने बसपा का ही
दामन थामा है। कांग्रेस से किनारा करने का
सिलसिला अभी थमा नहीं है। चुनावी बेला में
प्रदेश कांग्रेस सचिव अखिलेश शुक्ला ने
कांग्रेस का साथ छोड़ बसपा की राह अपनायी
है। वैसे अखिलेश शुक्ल पहले भी बसपा में
ही रहे और अमेठी विधानसभा से गत चुनाव में
दावेदारी का दावा कर रहे थे। ऐनवक्त पर
उन्हें पार्टी सुप्रीमो ने टिकट नहीं दिया
इस कारण से वह कांग्रेस में शामिल हो गये।
किसी तरह कांग्रेस में अपना भविष्य तलाशने
की मुहिम में लगे अखिलेश की उम्मीदों को
यहा भी झटका लगा तो वह राजनीतिक सफर के
लिए हाथी की सवारी को अपनाया।
अगर कांग्रेस के जिम्मेदारों के बिखराव का
सिलसिला इसी प्रकार चलता रहा तो अमेठी में
राहुल गांधी की मुहिम को झटका भी लग सकता
है। वैसे कांग्रेस मिशन 2012 की मुहिम को
सधे कदम से अंजाम देने में लगी है। अब
देखना है कि खास सिपहसलारों के विरोधी खेमे
का मोर्चा संभालने से वह कौन सी रणनीति
अख्तियार करती है।
समझौते
से मुकरने वाले होंगे दण्डित:डीएम
* तहसील दिवस में 189 शिकायतें हुई दर्ज,
मौके पर केवल 11 का हुआ निस्तारण
सुलतानपुर, 03 अगस्त (उप्रससे)। अमहट मण्डी
समिति में आयोजित सदर तहसील दिवस पर
जिलाधिकारी डॉ. पिंकी जोवेल ने द्विपक्षीय
मसलों के निस्तारण में खास सतर्कता बरतने
की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि लोगों के
बयान से पलटने पर कड़ा दंड दिया जायेगा।
समझौते की दशा में दोनों पक्षों के लिखित
बयान जरूर दर्ज किये जायें। बयान अधिकारियों
की मौजूदगी में ही लिखा जायेगा। तहसील
दिवस में 66 प्रार्थना पत्र आये जिसमें एक
का मौके पर निस्तारण किया गया।
इसी प्रकार कादीपुर, लम्भुआ व जयसिंहपुर
में आयोजित तहसील दिवसों में कुल 189
शिकायतें आईं। इनमें से मौके पर 11 शिकायतों
का निस्तारण हुआ। जयसिंहपुर तहसील दिवस
में फरियादियों की भीड़ तो उमड़ी, किन्तु
शिकायतों का निस्तारण न होने से उन्हें
निराश होना पड़ा। यहां पर अपर जिलाधिकारी
प्रशासन आई.पी. पाण्डेय की अध्यक्षता में
71 शिकायतें दर्ज हुई, किन्तु मौके पर एक
का भी निस्तारण नहीं हो सका। इस मौके पर
तहसीलदार गिरीश कुमार झा, कानूनगो
रामकुमार यादव, रजिस्ट्रार राजेन्द्र
तिवारी, बीडीओ सुरेशचन्द्र केशरवानी सहित
कई विभागाें के अधिकारी मौजूद थे।
कादीपुर तहसील सभागार में अपर जिलाधिकारी
वित्त एवं राजस्व बसंत लाल की अध्यक्षता
में कुल 47 शिकायत प्राप्त हुए जिसमें मौके
पर पांच का निस्तारण किया गया। शिकायतों
में राजस्व की 27, पुलिस के 7, विकास के
3, विद्युत के 2 व नलकूप, आपूर्ति तथा
जलनिगम के एक-एक व शेष अन्य विभागों से
सम्बन्धित थे। इस मौके पर एसडीएम सी.पी.
सरोज, सीओ उमेश कुमार, तहसीलदार डी.पी.
वर्मा, थानाध्यक्ष सुरेन्द्रनाथ तिवारी आदि
मौजूद रहे।
लम्भुआ में मुख्य राजस्व अधिकारी श्यामधर
पाण्डेय की अध्यक्षता में कुल 71 शिकायतें
दर्ज हुई जिसमें मौके पर छह का निस्तारण
किया गया। जिनमें चार राजस्व की तथा विकास
की थे।
अन्तरप्रान्तीय वाहन चोर गैंग पुलिस के
हत्थे चढ़ा
* चार गिरफ्तार, जीप सहित दो वाहन बरामद
सुलतानपुर, 03 अगस्त (उप्रससे)।
अन्तरप्रान्तीय वाहन चोर गिरोह के चार
सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज
दिया। पुलिस ने पकड़े गये आरोपियों की
निशानदेही पर एक बोलेरो जीप सहित दो वाहन
बरामद किया है।
कोतवाली नगर के सीताकुण्ड चौकी इंचार्ज
संतशरण सिंह को जानकारी प्राप्त हुई कुछ
युवक चोरी के वाहन बेचने के लिए टेढुई मोड
क़े पास खड़े हैं। चौकी इंचार्ज ने घटना से
पुलिस उच्चाधिकारियों को अवगत कराया।
उच्चाधिकारियों के आदेश पर उपनिरीक्षक के
साथ एसओजी टीम ने टेढुई मोड़ के पास छापा
मारकर चार को धर दबोचा। पकड़े गये युवकों
के पास से बोलेरो संख्या यूपी 70 बीके
5028 और बाइक संख्या यूपी 70 एएन 5302
बरमद किया।
उपनिरीक्षक ने बताया कि पकड़े गये लोगों की
शिनाख्त गया प्रसाद पुत्र माता बदल निवासी
कोरा पनवार जिला रीवां मध्यप्रदेश, अजीत
रावत पुत्र रामलाल, सूरज पुत्र नारायण तथा
अनीश पुत्र मजीद निवासी शंकरगढ़ इलाहाबाद
के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि
ये गिरोह दूसरे प्रदेशों से वाहनों को चोरी
कर यहां लाकर बेचता था। गिरोह के सदस्यों
ने कई वाहन जिले में बेचे हैं।
लापरवाही बरतने पर दो बीएलओ निलम्बित
* मतदाता पुनरीक्षण अभियान की समीक्षा
बैठक में डीएम ने की कार्रवाई
सुलतानपुर 3अगस्त (उप्रससे) : मतदाता
पुनरीक्षण अभियान में शिथिलता बरतने के
आरोप में जिलाधिकारी ने दो बूथ लेवल
अधिकारियों को निलम्बित करने का आदेश दिया
है।
जिलाधिकारी डॉ. पिंकी जोवेल ने समीक्षा
बैठक में पुनरीक्षण अभियान की गति सुस्त
पाये जाने पर सभी एसडीएम एवं तहसीलदारों
को स्थलीय निरीक्षण करने का आदेश दिया है।
विधानसभा निर्वाचक नामावली की समीक्षा करते
हुए जिलाधिकारी डॉ. जोवेल ने तहसीलदार सदर
की रिपोर्ट पर सुलतानपुर विधानसभा क्षेत्र
के गभड़िया मोहल्ले के बीएलओ का वेतन रोकते
हुए निलम्बित करने का निर्देश दिया। बीएलओ
सुशील कुमार पर कार्य में उदासीनता बरतने
का आरोप है। इसी प्रकार लम्भुआ विधानसभा
क्षेत्र के छतौना गांव के बूथ लेवेल
अधिकारी रामबोध पाठक का कार्य संतोषजनक नहीं
होने पर डीएम ने उन्हें निलम्बित करने का
निर्देश दिया। समीक्षा बैठक में छूटे हुए
मतदाताओं के फोटो संकलित करने के कार्य
में सुस्ती पर उन्होंने नाराजगी जताई।
सभी एसएडीएम व तहसीलदारों को उन्होंने कम
प्रगति वाले बूथों के स्थलीय निरीक्षण का
निर्देश दिया, और कहा कि बाहर रहने वाले
मतदाताओं की फोटो भी मंगाई जाये।
भाईयों
सहित पांच पर मुकदमा चलाने का आदेश
* सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी
करने का मामला
सुलतानपुर, 03 अगस्त (उप्रससे)। सेना में
नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी कर डेढ़
लाख रूपये की वसूली करने के मामले में अपर
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चतुर्थ ने दो सगे
भाईयों सहित तीन नामजद व दो अज्ञात आरोपियों
के विरूध्द मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया
है। मामला पीपरपुर थाने के मोचवा गांव का
है।
गांव निवासी संतोष शर्मा ने न्यायालय में
लम्भुआ थाना क्षेत्र के मदनपुर निवासी
वसारत अली के पुत्रों हिफाजत अली व परवेज
अली और वरासत अली और वरासत अली की पत्नी
माजिदा व दो अन्य अज्ञात लोगों के विरूध्द
याचिका दायर की थी। याचिकाकर्ता संतोष
शर्मा का कहना था कि हिफाजत अली की
रिश्तेदारी उसके गांव के मो. सईम के यहां
है, जिससे उसकी आरोपियों से अच्छी जान
पहचान थी। याचिकाकर्ता का कहना है कि गांव
के मो. सईम ने बताया कि उसकी सास व साले
सेना में कर्नल के पद पर हैं, और कई लोगों
को नौकरी दिलाया है।
आरोप है कि आरोपियों ने नौकरी दिलाने के
नाम पर तीन लाख रूपय की मांग की और कहा कि
डेढ़ लाख रूपये पहले और डेढ़ लाख नौकरी मिलने
के बाद देना होगा। यह भी आरोप है कि
हिफाजत अली, परवेज अली व माजिदा 25 जून
2005 को मो. सईम के घर आये और संतोष शर्मा
से नौकरी दिलाने के नाम डेढ़ लाख रूपये,
स्कूल के अभिलेख व फोटो लेकर एक अंग्रेजी
में छपे-छपाये फार्म पर हस्ताक्षर करवाया।
अरोपर हिफाजत अली के बुलाने पर 26 अगस्त
2005 को संतोष शर्मा बंगलुरू गया और वहां
उसे हिफाजत अली व परवेज अली मिले। दोनों
ने संतोष शर्मा को एक होटल मे ले जाकर रोका।
वहां पर फर्जी तरीके से संतोष शर्मा की
शारीरिक नापजोख कराने के बाद उसे घर भेज
दिया और कहा कि जल्द ही नौकरी मिल जायेगी।
याचिकाकर्ता को आरोपी नियुक्ति दिलाने का
झांसा देते रहे। घटना की सूचना पुलिस को
दी गई किन्तु मुकदमा नहीं लिखा गया।
एसीजेएम चतुर्थ उमेश चन्द्र पाण्डेय
याचिकाकर्ता के अधिवक्ता अजीजुर्रहमान व
अनिल द्विवेदी के दलीलों को सुनने के बाद
आरोपियों के विरूध्द मुकदमा दर्ज करने का
आदेश पीपरपुर थानाध्यक्ष को दिया |