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लखनऊ , 08 दिसम्बर। (उप्रससे)। समाजवादी
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह
यादव ने आज यहां कहा कि विधान सभा के सन्
2012 में होनेवाले चुनाव में समाजवादी
पार्टी को कई चुनौतियों से निबटना है
क्योंकि यथास्थितिवादी एवं सांप्रदायिक
ताकतें उसकी खिलाफत में एक हैं। समाजवादी
पार्टी की ताकत गरीब, मजदूर, किसान,
अल्पसंख्यक और नौजवान है। समाजवादी पार्टी
के साथ जनता का हर वर्ग हैं और इसके 70
प्रतिशत कार्यकर्ता पार्टी से सैध्दांतिक
रूप से जुड़े हैं। इसलिए विरोध के वाबजूद
पार्टी मजबूती से चुनाव लडेगी और जनता भी
चाहती है कि समाजवादी पार्टी की सरकार बने।
श्री यादव आज यहां पार्टी मुख्यालय में
एकत्र पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर
रहे थे। उन्होने कहा हमें अपनी नीतियों और
कार्यमों को लागू करने के लिए विधान सभा
में बहुमत चाहिए। इसके लिए पार्टी के हर
कार्यकर्ता को जुटकर मेहनत करनी होगी।
उन्होने कहा हमारा संकल्प यह होना चाहिए
कि जो भी पार्टी प्रत्याशी घोषित हुआ है
उसे सब मिलकर चुनाव जिताएं ताकि बहुमत की
समाजवादी पार्टी की सरकार बने।अपने
कार्यकर्ताओं को उत्साहित करते हुए
समाजवादी पार्टी प्रमुख ने कहा कि अन्य दलों
में लोग नेताओं से संबंधों के कारण, जाति
के नाम पर जुटे हैं जबकि समाजवादी पार्टी
में संघर्शशील और सिध्दान्तों से जुड़े 70
प्रतिशत से ज्यादा कार्यकर्ता हैं। उन्होने
न तो कभी संगठन में पद की लालसा की और नहीं
विधायक या सॉसद बनने का दबाव डाला। वे
पार्टी के हर आंदोलन में सयि भागीदारी
निभाते हैं। पार्टी के वहीं जनाधार हैं।
बहुमत की सरकार बनी तो ऐसे कार्यकर्ताओं
को भरपूर सम्मान मिलेगा।श्री यादव ने कहा
कि समाजवादी पार्टी में लोकतंत्र है। हरेक
कार्यकर्ता को अपनी बात रखने की छूट है।
अन्य पार्टियों में ऐसा नहीं है। लेकिन
लोकतंत्र में अनुशासन भी आवश्यक तत्व है।
नेतृत्व का निर्णय सबको शिरोधार्य करना
चाहिए। डा0 राम मनोहर लोहिया वाणी की
स्वतंत्रता के साथ कर्म की मुट्ठी बंद रखने
की शिक्षा देते थे। स्व0 जनेश्वर मिश्र जी
लोकतंत्र में अति को अराजकता मानते थे। हमें
संयम, अनुशासन, समर्पण और संकल्प के साथ
अब एक ही ध्येय के लिए जुटना है कि प्रदेश
में समाजवादी पार्टी की सरकार बने। सभी
पािर्टयां समाजवादी पार्टी को अपने लिए
चुनौती मानती है। हमें इस इन का डटकर
मुकाबला करना है और विरोधियों को मुंहतोड़
जवाब देना है। |