मोदीनगर,
16 दिसम्बर
2016 (उ.प्र.समाचार सेवा)।
नोटबंदी को लेकर आम आदमी को होने वाली
परेशानियो के विरोध में राजनीतिक दलों के
लोगों ने तहसील का घेराव किया।विभिन्न दलों
से जुडे नेताओ के नेतृत्व में तहसील पहुंचे
लोगों नोटबंदी को लेकर केन्द्र सरकार और
प्रधानमंत्री को जमकर कोसा और प्रधानमंत्री
पर देश के आम आदमी को भिखारी बना देने का
आरोप लगाया।
दोपहर के
समय दर्जनो की संख्या में संख्या में
पहुंचे लोगों ने धरना देकर सरकार के खिलाफ
भाषणबाजी की।ज्यादातर नेताओं ने नोटबदी के
चलते जनता की दुश्वारियांं का हवाला देते
सरकार का कोसा।खास तौर आम आदमी के नेताआें
ने सरकार पर आरोप लगाया कि काले धन के
खिलाफ कार्यवाही के नाम पर केन्द्र सराकर
ने एक झटके करोड़ों गरीब लोगां की जेब पर
डाका डाला है।आम आदमी को अपनी मेहनत की
कमाई को लेने के लिए भी बैंकों के सामने
लाइनों में लगना पड रहा है।रालोद नेता
हरेन्द्र नेहरा ने अपनू भाषण में आरोप
लगाया कि प्रधानमंत्री द्वारा मांगे हुए
50 दिनां में से आधे से ज्यादा पूरे हो गए
हैं लेकिन आम आदमी के जीवन में कोई भी
क्रांतिकारी बदलाव नही आया है उल्टे करोडों
भिखारियों की मानिंद बैंकों के सामने लाइनां
में लगे हूए है।कांग्रेस नेता सुनील शर्मा
ने अच्छे दिनों के नारे व्यग करते हुए कहा
कि शयद भाजपा के शब्दकोश में अच्छे दिनों
का मतलब बैकों के सामने लाइनां में लगना
है।सपा नगर अध्यक्ष प्रदीप बोस ने कहा कि
प्रदेश की जनता को भाजपा से मोहभंग हो चुका
है बैकों के सामने लाइनो में लगी जनता
भाजपा को प्रदेश चुनावों मे सबक सिखाएगी।सपा
के प्रदेश् ा महासचिव रमेश प्रजापति ने
धरने की अध्यक्षता करते हुए नोटबंदी की
आर्थिक परमाणु बम से की जिसने देश की
अर्थव्यवस्था को हिला दिया है।पिछले डेढ
माह में देश की आर्थिक रफ्तार धम चुकी है
उद्योग धंधे चैपट हो चुके हैं आम आदमी को
अपनी जरूरतों के लिए पैसे नही मिल रहे हैं
वही दूसरी और पूंजीपति सरकार के साथ हाथ
मिला करोडो में खेल रहे हैं।आए लोगो के
पास मिल रही करोडो की नई नकदी सरकार की
प्रशानिक विफलता का प्रतीक है।धरने के
दौरान विभिन्न दलों के नेताआें ने आम जनता
और किसानां को राहत दिए जाने की मांग की।सभी
नेताओ ने एसडीएम अतुल को ज्ञापन सौपकर अपनी
मांगे सरकार के सामने रखी।