प्रतापगढ, 18 दिसम्बर। (डा0
एस0 के0 पाण्डेय ,उ प्र समाचार सेवा)।
आकाशवाणी केन्द्र इलाहाबाद द्वारा अवध
क्षेत्र के पारम्परिक गीतों का संकलन करने
हेतु फिल्मांकन एवं रिकार्डिंग विभाग की
टीम ने रविवार को पट्टी क्षेत्र के
उडैयाडीह गाँव का दौरा किया। उनकी उपस्थिति
में पुंसवन संस्कार, नदी तथा ऋतुओं पर
आधारित लगभग 20 गीत ग्रामीण महिलाओं द्वारा
गाए गए।
आकाशवाणी महानिदेशक दिल्ली के निर्देशों
के अनुपालन में आकाशवाणी इलाहाबाद की
फिल्मांकन तथा रिकार्डिंग टीम पट्टी तहसील
के उडैयाडीह गाँव में कार्यक्रम अधिशासी
आर0डी0 वर्मा के नेतृत्व में आई।
फिल्मांकन तथा रिकार्डिंग में पुँसवन
संस्कार, नदी तथा ऋतु गीत सम्मिलित रहे।
इन गीतों के रिकार्डिंग का उद्देश्य इनको
विलुप्त होने से बचाना है। श्री वर्मा ने
बताया कि आकाशवाणी महानिदेशालय द्वारा
इन्हें सदा के लिए संरक्षित कर लिया जाएगा।
वरिष्ठ सहित्यकार डॉ0 दयाराम मौर्य 'रत्न'
द्वारा इन गीतों को खोजकर इनका हिन्दी
रूपांतरण किया गया तथा अँग्रेजी भाषा में
भी अनुवाद किया गया जिसकी आकाशवाणी के
अधिकारियों द्वारा भूरि -भूरि प्रशंसा की
गयी। पुँसवन तथा नदी के दस गीतों को बीना
मौर्या, नंदिनी श्रीवास्तव, सुमेधा
श्रीवास्तव, बीना श्रीवास्तव तथा मानसी
निगम ने गाया। ऋतु गीतों को मालती देवी,
शांति, महिमा, राजकुमारी तथा प्रीति ने
गाया। कार्यक्रम के दौरान आनन्द मोहन ओझा,
पंकज मौर्य, तीरथराज़, रामदुलार मौर्य,
डी0पी0 सिंह, मोतीलाल मौर्य,
जियाउर्ररहमान, ज्ञानेन्द्र मौर्य,
सिद्धान्त शेखर मौर्य, घनश्याम मौर्य,
घायल, रामजतन मौर्य आदि उपस्थित रहे !
आकाशवाणी केन्द्र इलाहाबाद के पंकज
श्रीवास्तव, राम सुमेर आदि मौजूद रहे।
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