नई दिल्ली,
18 दिसम्बर
2019 । # UP Samachar Sewa ।
बहुजन समाज पार्टी ने नागरिकता संशोधन
कानून वापस लेने की मांग की है। बसपा
ने इसे विभाजनकारी बताते हुए
राष्ट्रपति को ज्ञापन देकर इसे वापस
लेने की मांग की है। इसके साथ ही
पुलिस ज्यादती की भी जांच की मांग की
है। राज्यसभा में बसपा के नेता सतीश
चन्द्र मिश्र के नेतृत्व में 13 सांसदों
का प्रतिनिधि मणडल बुधवार को
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से
राज्यसभा में बसपा संसदीय दल के नेता
सतीश मिश्रा और लोकसभा में पार्टी के
नेता दानिश अली की अगुवाई में पार्टी
सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने
राष्ट्रपति से मुलाक़ात कर उन्हें
ज्ञापन सौंपा. मुलाक़ात के बाद अली ने
बताया कि लोकसभा और राज्यसभा में बसपा
के 13 सांसदों के हस्ताक्षर वाला
ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंप कर यह माँग
की गई है. उन्होंने कहा, “हमने राष्ट्रपति को
बताया कि पार्टी अध्यक्ष मायावती ने
सीएए सम्बंधी विधेयक संसद में पेश किए
जाने से पहले ही इसे देश के लिए
विभाजनकारी बताते हुए आगाह किया
था. उन्होंने कहा था कि इसे जनता स्वीकार
नहीं करेगी. इस क़ानून को लेकर आज
देशव्यापी आंदोलनों के कारण उपजे
हालात ने हमारी नेता की आशंका को सही
साबित किया
है.
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