नई
दिल्ली,
26 दिसम्बर 2019, ( यूपी समाचार सेवा
UP Samachar Sewa )।
सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने
कहा है कि नेता का मतलब लोगों का
नेतृत्व करना है उन्हें हिंसा की ओर
ले जाना नहीं है। नागरिकता कानून के
संदर्भ मे टिप्पणी करते हुए उन्होंनने
कहा कि नेता यदि शहरों में आगजनी और
हिंसा के लिए विश्वविद्यालयों
तथा कालेजों के छात्रों और जनता को
उकसाते हैं तो यह नेतृत्व नहीं है।
कांग्रेस ने कहा रावत की टिप्पणी
आपत्तिजनक
कांग्रेस के
लोकसभा में नेता अधीर रंजन चौधरी ने
कहा है कि सेना प्रमुख रावत का बयान
आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि
नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने
वालों पर सेना प्रमुख रावत का बयान
अनैतिक है। उनके बयान से ऐसा लगता है
कि वह सेना प्रमुख नहीं बल्कि भाजपा
के नेता हों।
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