महिला को एचआईवी
पॉजिटव खून चढ़ाने का मामला
सुलतानपुर 07 जुलाई (उप्रससे) :
नर्सिंग होम में महिला को एचआईवी संक्रमित
खून चढ़ा कर मौत के मुंह में पहुंचाने के
मामले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित
टीम ने दो नर्सिंग होम संचालकों को दोषी
माना है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्य
चिकित्सा अधिकारी ने दोनों नर्सिंग होम के
लाइसेंस निरस्त कर दिये हैं।
कोतवाली देहात क्षेत्र के बदरूद्दीनपुर
मजरे मिश्रपुर निवासी प्रेमशंकर की पत्नी
प्रमिला (दोनों परिवर्तित नाम) ने भदैंया
स्वास्थ्य केन्द्र पर लगभग एक माह पूर्व
एक बच्चे का जन्म दिया था। घर जाने पर
महिला को रक्तस्राव होने लगा तो परिजन उसे
लेकर बीते 21 मई को शहर स्थित वन्दना
हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। अस्पताल में महिला
को पांच यूनिट ब्लड चढ़ाया गया। महिला को
आराम मिलने पर उसे 24 मई को चिकित्सकों ने
डिस्चार्ज कर दिया। महिला जैसे ही घर
पहुंची उसकी हालत पुन: खराब होने लगी।
परिजनों ने उसे दोबारा शहर स्थित एलाइट
नर्सिंग होम में भर्ती कराया, जहां महिला
को दो यूनिट ब्लड चढ़ाया गया। हालत फिर
बिगड़ने लगी तो परिजन उसे लेकर ट्रामा
सेंटर लखनऊ पहुंचे, जहां जांच में महिला
एचआईवी पॉजिटव पाई गई। जब मामले की जानकारी
स्वास्थ्य विभाग को हुई तो सीएमओ ने डॉ.
जमाल तथा डॉ. जितेन्द्र मौर्य की संयुक्त
टीम गठित कर दोनों नर्सिंग होमों की जांच
कराई थी। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद सीएमओ
ने नर्सिंग होम संचालकों से 15 दिन के
भीतर जवाब देने को कहा था। नर्सिंग होम
संचालकों के जवाब और चिकित्सकों की जांच
रिपोर्ट के बाद सीएमओ ने दोनों नर्सिंग
होम का लाइसेंस रद कर दिया।सीएमओ डॉ.जे.एल.
मिश्र ने बताया कि वन्दना हॉस्पिटल व
एलाइट नर्सिंग होम का लाइसेंस रद करने के
बाद संचालकों के विरूध्द मुकदमा दर्ज कराया
जायेगा।
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