प्रतापगढ
।
03 जुलाई। (उ0
प्र0 समाचार सेवा)
। आजकल जिलाधिकारी आदर्श सिँह और मुख्य विकास अधिकारी
महेन्द्र बहादुर सिँह के प्रयासोँ से और उनके द्वारा
प्रशिक्षित टीम की सक्रियता से 'स्वच्छ भारत मिशन' के
अन्तर्गत् जनपद के समस्त गाँवोँ को ओ डी एफ (ओपेन
डेफेकेशन फ्री) अर्थात् "खुले मेँ शौच से मुक्ति" दिलाने
का अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिये विभिन्न तरीकोँ
से लोगोँ को प्रेरित किया जा रहा है। जगह जगह नव विवाहिता
लडकियोँ ने मायके जाकर अपनी ससुराल वालोँ पर दबाव बनाया
कि बिना शौचालय बने वे वापस नहीँ आयेँगी। ऎसे ही अभियान
के सदस्योँ द्वारा प्रेरित किये जाने पर एक ग्रामीण ने
भैँस खरीदने के लिये रखे गये पैसे से पहले शौचालय बनवाने
का निर्णय कर लिया।
आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र मेँ ऎलाही गाँव के विजय यादव
समीप की अमरगढ बाजार मेँ छोटी सी दुकान चलाते हैँ। इनकी
उम्र लगभग 56 वर्ष है। ये आज तक खुले मेँ ही शौच जाते रहे
हैँ। कभी किसी ने न तो रोका और न ही शौचालय बनवाने के
लिये प्रेरित किया। लेकिन अभियान के एक सदस्य ने गत
दिवस सुबह खुले मेँ शौच जाते वक्त इनको रोककर समझाया कि
"आप और आपके परिवार की महिलायेँ शौच के लिये बाहर जाती
हैँ, यह उचित नहीँ है। शाहजहाँ ने अपनी पत्नी के लिये
ताजमहल बनवा दिया था, और आप शौचालय नहीँ बनवा सकते?" यह
बात विजय यादव के मन को छू गयी। एक दिन पहले उन्होँने
51000 रुपये मेँ भैँस बेची थी और दूसरी भैँस खरीदने के
लिए पैसा रखा था, लेकिन अब वे उसी पैसे से शौचालय बनवा
रहे हैँ। उनका कहना है कि यह काम ज्यादा जरूरी लग रहा
है। "भैँस बाद मेँ लेँगे, पहले शौचालय बनायेँगे"।