|
|
|
|
|
|
|
|
बुनकरों को मिलेगी पांच सौ रुपये
महीना पेंशन |
U.P. Gov. approve Samajvadi
handloom Weaver Pension |
Tags: U.P.Samachar Sewa, U.P.
News, Lucknow, |
Publised on : 18 July 2016, Last updated Time
19:55 |
लखनऊ,17
जुलाई।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में आज यहां
सम्पन्न मंत्रिपरिषद की बैठक में समाजवादी हथकरघा
बुनकर पेंशन योजना को मंजूरी प्रदान करते हुए इसके लिए
प्रस्तुत नियमावली को भी अनुमोदित कर दिया गया है। इसके
तहत प्रति बुनकर 500 रुपए प्रति माह की दर से पेंशन
देय होगी। प्रथम वर्ष में पेंशन हेतु 30 करोड़ रुपए की
व्यवस्था की गई है।
इसके तहत एक परिवार से एक हथकरघा बुनकर को, जो 60 वर्ष
की आयु पूर्ण कर चुका हो, पेंशन योजना का लाभ प्राप्त
होगा। पेंशन की धनराशि एक वर्ष में दो बार जून एवं
जनवरी में लाभार्थी के बैंक खाते में आर0टी0जी0एस0 के
माध्यम से अंतरित की जाएगी। पात्रता की विभिन्न शर्तों
के साथ शारीरिक तथा दृष्टि विकलांग हथकरघा बुनकर होने
की स्थिति में न्यूनतम आयु सीमा में 10 वर्ष की छूट
प्रदान की जाएगी, जिसके लिए मुख्य चिकित्साधिकारी का
प्रमाण-पत्र देय होगा। लाभार्थियों के चयन के लिए
वरीयता क्रम में उन बुनकरों को प्राथमिकता दी जाएगी,
जो हथकरघा पुरस्कार योजना से पुरस्कृत हो चुके हैं।
इसके अलावा सोसाइटी के सदस्य रहे एवं अधिक आयु वाले
बुनकरों को प्राथमिकता दी जाएगी। मण्डलायुक्त अथवा उनके
द्वारा नामित अधिकारी, जो अपर आयुक्त के स्तर से नीचे
का न हो, की अध्यक्षता में परिक्षेत्र स्तरीय चयन कमेटी
का गठन किया जाएगा, जिससे मण्डलीय संयुक्त आयुक्त
उद्योग, उप निदेशक, समाज कल्याण विभाग एवं महिला एवं
बाल कल्याण विभाग सदस्य तथा परिक्षेत्र सहायक आयुक्त
हथकरघा सदस्य सचिव होंगे। यह समिति परिक्षेत्र सहायक
आयुक्त हथकरघा कार्यालय द्वारा प्रस्तुत पात्र
व्यक्तियों की वरीयता सूची का परीक्षण कर अनुमोदन
प्रदान करेगा।
ज्ञातव्य है कि हथकरघा उद्योग कृषि क्षेत्र के बाद
प्रदेश का सर्वाधिक रोजगार उपलब्ध कराने वाला
विकेन्द्रित कुटीर उद्योग है। प्रदेश में लगभग ढाई लाख
हथकरघा बुनकर एवं 80 हजार हथकरघे हैं। इस योजना से
अनुत्पादक शेष जीवन काल में हथकरघा बुनकर बदहाली का
जीवन जीने की विवशता से बचाए जा सकेंगे।
|
|
News
source: UP Samachar Sewa |
News & Article:
Comments on this
upsamacharsewa@gmail.com
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|