लखनऊ।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की
बिगड़ी कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए
कड़े कदम उठाने शुरु कर दिये हैं। उन्होंने
प्रदेश के पुलिस प्रशासन को कसने के साथ
ही दोषी और लापरवाह पुलिस अधिकारियों के
खिलाफ कार्रवाई की है। प्रमुख सचिव गृह
दीपक सिंघल और पुलिस महानिदेशक एएल बनर्जी
के पश्चिम उत्तर प्रदेश के दौरे के बाद 5
जिलों के पुलिस कप्तान हटा दिये गए हैं।
आईजी एसटीएफ को भी हटा दिया गया है। जबकि
अलीगढ़ के दो अपर पुलिस अधीक्षकों को भी
पद से हटाकर नई तैनाती की गई है।
प्रमुख सचिव गृह और
डीजीपी ने गुरुवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश
के मुरादाबाद, अलीगढ़ और मेरठ का दौरा किया।
दोनों अधिकारियों ने कानून व्यवस्था की
समीक्षा की। इस दौरान कमियां पाये जाने पर
लखनऊ लौटे दोनों अफसरों ने मुख्यमंत्री को
रिपोर्ट की। मुख्यमंत्री ने मुरादाबाद के
एसएसपी आशुतोष कुमार, बिजनौर के पुलिस
अधीक्षक अनीस अहमद अंसारी, हापुड़ के एसपी
महेन्द्र पाल सिंह, सहारनपुर के एसएसपी डा
मनोज कुमार, औरैया के एसपी सैयद वसीम अहमद
को हटा दिया है। इसके साथ ही आईजी एसटीएफ
आशीष गुप्ता को भी हटा गया है। हटाये गए
सभी पुलिस अधिकारियों को डीजीपी मुख्यालय
से सम्बद्ध किया गया है।
शासन ने आईजी
एसटीएफ के पद पर केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति
से लौटे सुजीत पाण्डे को तैनात किया है।
जबकि डीआईजी फायर सर्विस विजय कुमार गर्ग
को डीआईजी झांसी, एटा के एसएसपी अमित पाठक
को एसएसपी एसटीएफ, यातायात निदेशालय के
एसपी अजय मोहन शर्मा को एसएसपी एटा बनाया
गया है। इसी प्रकार अलीगढ के अपर पुलिस
अधीक्षक क्राइम शकीलुज्जमां और एसपी
ग्रामीण आशाराम यादव को भी पद से हटाकर
डीजीपी मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया
है। |