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मुजफ्फरनगर।
अर्धविक्षिप्त महिला के साथ सामूहिक
दुष्कर्म के मामले मे आरोपियों को छोड़ दिए
जाने से क्षुब्ध परिजनों व ग्रामीणों ने
थाने का घेराव कर एसओ के साथ मारपीट कर
कपडे़ फाड़ डाले। हंगामे की सूचना पर डीएम
और एसएसपी भी मौके पर पहंुच गए। कमिश्नर व
डीआईजी ने भी शाहपुर पहुंचकर पूरी स्थिति
का जायजा लिया। इस मामले में सीओ बुढ़ाना
को लाइन जाहिर और एसओ शाहपुर समेत छह
पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
शाहपुर क्षेत्र के गांव दुलहैडा निवासी
कुछ युवकों ने करीब 60 वर्षीय
अधर््विक्षिप्त महिला के साथ सामूहिक
दुष्कर्म कर डाला था। तहरीर देने के बाद
आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो
रही थी।इससे गुस्साये परिजन व ग्रामीण उस
समय ओैर अधिक रोष मंे आ गए। शाहपुर पुलिस
ने आरोपियांे को थाने से ही छोड़ दिया था।शुक्रवार
सुबह गांव दुल्हैडा से शाहपुर थाने का
घेराव करने के लिए सैकड़ों लोग थाने पहंुचे
तथा पुलिस पर आरोप लगाते हुए हंगामा करने
लगे। इस दौरान पुलिस व ग्रामीणांे के बीच
तीखी झडपें हुई और देखते ही देखते मामला
गाली-गलौच व मारपीट तक जा पहंुचा। बताया
जाता है कि न्याय ना मिलने से क्षुब्ध
ग्रामीणांे ने शाहपुर थाना प्रभारी के साथ
मारपीट कर उनके कपडे़ तक फाड डाले। हंगामे
की सूचना पर एसडीएम बुढाना जेपी गुप्ता,
सीओ बुढाना शैलेन्द्र लाल सहित भारी पुलिस
बल मौके पर पहंुच गया। लेकिन तब तक मामला
पूरी तरह बढ़ चुका था। थाने का घेराव व एसओ
के साथ मारपीट की खबर मिलते ही जिलाधिकारी
कौशलराज शर्मा तथा एसएसपी हरिनारायण सिंह
अपने काफिले के साथ गांव दुल्हैडा पहंुचे।
जहां ग्रामीणों ने सीओ शैलेन्द्र लाल व
एसओ हिन्दवीर सिंह को सस्पेंड करने की
मांग की। डीएम व एसएसपी ने गुस्साये
ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि आरोपियों को
किसी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा। तब कहीं
जाकर ग्रामीणो का रोष शान्त हुआ। बाद में
सीओ बुढ़ाना शैलेंद्र लाल को लाइन हाजिर कर
दिया गया। जबकि एसओ शाहपुर हिंदवीर सिंह,
चैकी इंचार्ज पानी राम समेत छह समेत
पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। |