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UP News
लखनऊ, 07 मार्च। केजीएमयू के न्यूरो सर्जरी
विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. डा.राकेश
शुक्ला ने शुक्रवार को केजीएमयू में
प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि कैंसर और
ह्नदय रोग के बाद ब्रेन स्ट्रोक सबसे बड़ी
बीमारी है। उन्होंने बताया कि हर वर्ष एक
लाख से अधिक लोगों की मौत इस बीमारी के
कारण हो जाती है। इस बीमारी को लेकर लोगों
में भ्रम है और जागरूकता का अभाव है।
डा. शुक्ला ने बताया कि बिगड़ती जीवनशैली,
अनियमित खानपान, हाइपरटेंशन और धूम्रपान
की वजह से ब्रेन स्ट्रोक के मामले तेजी से
बढ़ रहे हैं। लेकिन ज्यादातर लोग अब भी इसकी
गंभीरता से अनजान हैं। इलाज के बेहतर
विकल्प उपलब्ध होने के बावजूद मरीजों को
समय पर सही उपचार मिलने में परेशानी होती
है।60 से ऊपर की उम्र के लोगों में मौत का
दूसरा सबसे बड़ा कारण स्ट्रोक होता है। अगर
समय पर इलाज किया जाय तो मरीज को बचाने
में काफी सहूलियतें हो सकती है।डा. राकेश
शुक्ला ने कहा ब्रेन स्ट्रोक में मरीज को
बोलने में भी दिक्कत आ सकती है, और चेहरे
की मांस पेशियां कमजोर हो जाती हैं जिससे
लार बहने लगती है। इसके अलावा शरीर के किसी
एक ओर के हिस्से में कमजोरी या लकवा जैसी
स्थिति होना ब्रेन स्ट्रोक का संकेत है।केजीएमयू
में ब्रेन स्ट्रोक पर कार्यशाला 08 कोकिंग
जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा
शनिवार को कन्वेंशन सेंटर में ब्रेन
स्ट्रोक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
किया गया है। इस कार्यशाला में देश के जाने
माने न्यूरो सर्जन हिस्सा लेंगे। |