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लखनऊ, 21 मार्च। इंजीनियरिंग कॉलेजों में
प्रवेश के लिए उत्तर प्रदेश प्राविधिक
विश्वविद्यालय के स्टेट इंजीनियरिंग
एंट्रेंस की आवेदन प्रक्रिया की दिक्कतों
पर शुक्रवार को कैंडीडेट परेशान रहे।
अभ्यार्थियों के चालान जनरेट न होने और
फीस न जमा होने की दिक्कतों की ढेरों
शिकायतें आई।
विवि ने 15 मार्च से इंजीनियरिंग और
मैनेजमेंट कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदन
प्रक्रिया शुरू की थी। 15 और 16 मार्च को
रजिस्ट्रेशन कराने वाले अभ्यर्थियों की
फीस न जमा होने की शिकायतें मिली।
अभ्यर्थियों ने बताया कि उनका चालान जनरेट
भी हुआ था। बैंक के पास पूरी जानकारी न
मौजूद होने से फीस नहीं जमा हो पा रही है।
वहीं चालान जनरेट न होने की समस्या को
लेकर भी कई अभ्यर्थियों ने शिकायत दर्ज
कराई।
एसईई के समन्वयक प्रो. जगबीर सिंह ने बताया
कि बैंक में कुछ तकनीकी दिक्कतों के चलते
फीस जमा नहीं हो पा रही थी। इस बारे में
बैंक के अधिकारियों को दिक्कत दूर करने के
निर्देश भी दिए हैं।
36 हजार अभ्यार्थियों ने भरे फार्म
15 मार्च से शुरू हुई प्रक्रिया में
शुक्रवार तक 36 हजार से अधिक छात्रों ने
अभ्यार्थियों नेे फार्म जमा कर दिए। प्रो.
सिंह ने बताया कि अभी तक 60 हजार से अधिक
अभ्यार्थी पंजीकरण करा चुके हैं।
लोहिया विश्वविद्याल में दो दिवसीय
अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला
28 मार्च से 30 मार्च तक चलेगी कार्यशाला
लखनऊ, 21 मार्च। राजधानी के डा. राम मनोहर
लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में
28 मार्च से मिटिगेटिंग क्लायमेण्ट चेंज
विद् स्पेशल रेफरेंस टू डेवलपिंग कंट्रीज
विषय पर दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय
कार्यशाला का आयेाजन कर रहा है।
इस कार्यशाला में अन्तर्राष्ट्रीय जलवायु
विषयक संबंध, जलवायु परिवर्तन संबंधी
राष्ट्रीय विधि एवं नीति निर्माण आदि विषयों
पर चर्र्चा होगी।
विवि के कुलपति प्रोफेसर गुरदिप सिंह ने
बताया कि वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में
जलवायु परिवर्तन संबंधी नीति निर्माण
अन्तराष्ट्रीय राजनीति में एक अहम मुद्दा
है, ओर ऐसे कान्फ्रेन्सों का आयोजन
संबंधित दिशा में महत्वपूर्ण मानक स्थापित
करेगा।कार्यक्रम के दौरान देश-विदेश से आये
विद्वानों, विधि विशेषज्ञों, अधिवक्ताओं,
शिक्षकों द्वारा 250 से अधिक शोध पत्र पढे़
जायेंगे।
किर्गिज गणराज्य के पूर्व राष्ट्रपति से
मिले डा. जगदीश, हुई व्यापक चर्चा
लखनऊ, 21 मार्च । सिटी मोन्टेसरी स्कूल के
संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश
गाँधी ने किर्गिज डिप्लोमेटिक मिशन के
विशेष आमन्त्रण पर नई दिल्ली में किर्गिज
गणराज्य की पूर्व राष्ट्रपति सुश्री रोजा
ओटनबाइवा से मुलाकात की एवं शिक्षा,
आध्यात्म, विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं
विश्व के ढाई अरब बच्चों के ‘सुरक्षित
भविष्य’ पर व्यापक चर्चा-परिचर्चा की। इस
मुलाकात में डा. जगदीश गाँधी
ने महामहिम श्रीमती रोजा ओटनबाइवा को
विश्व के ढाई अरब बच्चों के ‘सुरक्षित
भविष्य’ हेतु सी.एम.एस. द्वारा किये जा रहे
विशेष प्रयासों से अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि बच्चे सभी देशों के लिए
समान रूप से महत्वपूर्ण हैं, और वे ही सभी
देशों को एकता के सूत्र में बांधते हैं।
इस अवसर पर डा. गाँधी ने अन्तर्राष्ट्रीय
विश्व व्यवस्था, प्रभावशाली कानून व्यवस्था,
विश्व संसद, विश्व सरकार एवं विश्व
न्यायालय के गठन पर विशेष जोर दिया। विदित
हो कि डा. जगदीश गाँधी के मार्गदर्शन में
सी.एम.एस. द्वारा विश्व एकता एवं विश्व
शान्ति के लिए किये जा रहे अतुलनीय प्रयासों
से प्रभावित होकर पूर्व राष्ट्रपति इस
मुलाकात हेतु विशेष रूप से समय निकाला।
उक्त जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य
जन-सम्पर्क
अधिकारी हरि ओम शर्मा ने दी है।
श्री शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर
किर्गिज गणराज्य की पूर्व राष्ट्रपति
सुश्री रोजा ओटनबाइवा ने कहा कि वे
सी.एम.एस. द्वारा विश्व एकता व विश्व
शान्ति के लिए किये गये महत्वपूर्ण प्रयासों
से अत्यन्त प्रभावित हैं। सी.एम.एस. द्वरा
प्रतिवर्ष आयोजित किये जाने वाले
अतर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीया सम्मेलन
की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उन्होंने
कहा कि इस सम्मेलन ने विश्व की न्यायिक एवं
राजनैतिक हस्तियों को एक मंच पर आने का
सुअवसर उपलब्ध कराया है एवं मानवता को एक
नई दिशा प्रदन की है जिससे विश्व के 2 अरब
बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके।
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