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वाराणसी, 9 मई
। भाजपा के
प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी
की गुरुवार को लंका से निकली यात्रा में
स्थानीय व प्रदेश स्तरीय किसी बड़े नेता का
न होना आरएसएस को नागवार गुजरा है।सूत्रों की मानें तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक
संघ के क्षेत्रीय प्रचारक शिवनारायण
प्रदेश प्रभारी अमित शाह तथा चुनाव
प्रबंधन प्रमुख अशोक धवन से शुक्रवार को
बात कर भाजपा की व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया।
जानकारी के अनुसार रोहनिया जनसभा को
सम्बोधित करने के बाद नरेन्द्र मोदी काशी
हिन्दु विश्वविद्यालय के हेलीपैड पर उतरने
के बाद सड़क मार्ग से लंका स्थित मालवीय
प्रतिमा से केन्द्रीय चुनाव कार्यालय के
लिए करीब पांच बजकर पन्द्रह मिनट पर निकले।
इस दौरान पार्टी के कोई बड़े नेता को न देख
मौके पर उपस्थित काशी प्रान्त के प्रान्त
प्रचारक अभय कुमार, विद्यार्थी परिषद के
सह क्षेत्रीय संगठन मंत्री मनोज कुमार,
संघ की ओर से दक्षिणी के समन्वयक दिनेश
कुमार संघ के स्वयंसेवकों के साथ मोदी के
स्काॅट सुरक्षा होने के बावजुद भी अपने
घेरे में ले लिया।
लंका से मोदी का काफिला जब बढ़ा तो सड़कांे
पर उमड़े जनसैलाब के कारण उनकी गाड़ी रेंगने
को मजबुर हुयी। उस दौरान प्रान्त प्रचारक
के नेतृत्व में गाड़ी के आगे उमड़े सैलाब को
हटाते हुए खुला मार्ग प्रशस्त करते हुए
देखा गया। उनकी टीम लंका से शुरु हुयी मोदी
के काफिला के आगे-आगे सिगरा तक आयी। लंका
से सिगरा तक करीब पांच किलोमिटर रास्ता तय
करने में मोदी को पांच घण्टे लग गये।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो मोदी के
नामंाकन से भी ज्यादा हुजूम सड़क पर उतर आयी
थी।
इस दौरान भाजपा के किसी स्थानीय व बड़े नेता
के होने से प्रान्त प्रचारक भी नाराज दिखे।
सूत्रों की मानें तो भाजपा के लोग किसके
भरोसे मोदी को छोड़ा था। इसे प्रश्न को
लेकर संघ ने भाजपा नेताओं की क्लास ली है।
मुस्लिम बहुल क्षेत्र को लेकर
सुरक्षाकर्मियो के छूटे पसीने
मोदी का काफिला जब सोनारपुरा से आगे
अल्पसंख्यक बहुल मदनपुरा की ओर बढ़ा तो
सुरक्षाकर्मी अचानक तनाव में आ गए। मोदी
के काफिले में चल रही हर गाड़ी को घेर लिया
गया। लेकिन मुस्लिम बंधु भी मोदी के लिए
सड़क पर आ गए थे। इस दौरान कई मुस्लिम
बंधुओं से मोदी ने गाड़ी में बैठे-बैठे हाथ
भी मिलाया।
ढोल-नगाड़ों की थाप भी ‘मोदी-मोदी’ की गूंज
के आगे पड़ी धीमी
सड़कों पर उमड़े हुजूम के कारण गाड़ियों के
इंजन बोल उठे, पहिए जाम हो गए। लंका से
मदनपुरा होते हुए गोदौलिया और वहां से
रथयात्रा तक पैर रखने की जगह नहीं।
ढोल-नगाड़ों की थाप भी ‘मोदी-मोदी’ की गूंज
के आगे धीमी पड़ गई। सड़क पर समर्थकों की
भीड़ इतनी कि मोदी के काफिले को पांच
किलोमीटर का रास्ता तय करने में पांच घंटे
लगे। समर्थकों का रेला देखकर
सुरक्षाकर्मियों के भी पसीने छूट गए।
समर्थक इतने बेकाबू कि गाड़ी के आगे कूदने
को बेताब। मोदी का काफिला वहां से जो
रेंगना शुरू हुआ, चुनाव कार्यालय तक वहीं
स्थिति बनी रही।
भाजपा नेता मोदी से मिलने हेतु घण्टों
कार्यालय में डाले रहे डेरा
मोदी के केन्द्रीय चुनाव कार्यालय में आने
की सूचना पर राष्ट्रीय, प्रदेश व स्थानीय
कोर कमेटी के नेता पांच घण्टे तक सभागार
में डेरा डले रहे। ये मोदी के काफिले की
सुरक्षा और व्यवस्था से बेपरवाह रहे।
सिर्फ उनका काफिला कहां पहुंचा इसकी
जानकारी लेते रहे। मोदी के आने में देरी
होने पर कुछ निराश भी दिखे।सच तो यह है कि काशी की जनता-जर्नादन मोदी
के काफिले की सुरक्षा की जिम्मेदारी अपने
हाथों में ले लिया था और ‘मोदी-मोदी’ की
गुंज के साथ काफिले को आगे बढ़ा रहे थे।
आयोग अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा- अमित
शाह
वाराणसी, 9 मई
। वाराणसी सीट के सभी
बूथों पर केन्द्रीय सुरक्षा बल की तैनाती
का स्वागत करते हुए भाजपा के यूपी प्रभारी
अमित शाह ने चुनाव आयोग से मांग किया है
कि अंतिम चरण में होने वाले सभी सीटों के
सभी बूथांे पर केन्द्रीय सेना बल तैनात
किया जाय।
श्री शाह ने कहा कि चुनाव आयोग से
कहीं-न-कहीं चूक हो रही है। इलेक्शन कमीशन
अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है। आयोग के
मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आजमगढ़
लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी सुप्रीमोे
मुलायम सिंह यादव चुनाव लड़ रहे हैं और उनका
बेटा अखिलेश यादव यूपी के मुख्यमंत्री है,
वहां क्यों नहीं सुरक्षा बल को तैनात किया
गया है। आयोग से मांग किया कि आजमगढ़,
गाजीपुर व घोसी के सभी सीटों के सभी बूथों
पर सेना तैनात कियाउ जाय।ये बातें श्री अमित शाह कैन्टोमेंट स्थित
एक होटल में पत्रकारो ंसे वार्ता करते हुए
कही। उन्होंने वाराणसी में निष्पक्ष चुनाव
कराने के लिए आयोग से जिला निर्वाचन
अधिकारी प्रांजल यादव को तत्काल हटाने की
मांग भी की।
श्री शाह ने कहा कि पूरे देश में जिस
प्रकार का माहौल है उसे देखते हुए कहा जा
सकता है कि एनडीए गठबंधन को 300 से अधिक
सीटें मिलेगी और नरेन्द्र भाई मोदी देश के
अगले प्रधानमंत्री होंगे।
उन्होंने देश भर में मोदी की हुयी सभा को
कहा कि यह पार्टी की नहीं अब देश की जनता
की सभा हो गयी है। मोदी के नाम पर उनकी सभा
में यूपी हो या देश का कोई हिस्सा सब जगह
जनता उमड़ रही है।भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी उत्तर प्रदेश
में ऐतिहासिक विजय की ओर बढ़ रही है।
उन्होंने सपा, बसपा व कांग्रेस पर हमला
करते हुए कहा कि ये पार्टियां भाजपा के
खिलाफ एकजुट हैं। कहा कि अब तो ऐसा प्रतीत
हो रहा है कि लोकसभा चुनाव मोदी बनाम अन्य
पार्टियों के बीच हो रहा है।
आरएसएस ने बनारस में शुरू किया महासंपर्क
अभियान
वाराणसी, 9 मई। राष्ट्रीय
स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) एक बार फिर सक्रिय
है। यह सक्रियता देश की सबसे हाॅट सीट
वाराणसी के लिए है। यहां से मोदी चुनावी
समर में हैं। आरएसएस ने यहां महासंपर्क
अभियान छेड़ दिया है। इसमें आरएसएस ने अपने
अनुषांगिक संगठनों पर ज्यादा भरोसा दिखाया
है।
इसमें शहर के 90 वार्ड्स में 80 वार्ड्स
के नुक्कड़ पर सभा करने का निर्णय लिया है।
हर परिवार में संपर्क कर मोदी के पक्ष में
प्रचार करने की योजना बनाई है। इसे दो दिनों
में मूर्त रूप दे दिया जाएगा।महासंपर्क अभियान के तहत आरएसएस ने अपने
सभी अनुषांगिक संगठनों के प्रमुख
कार्यकर्ताओं को दो दिनों के लिए बनारस की
गलियों में संपर्क के लिए भेजा है। ये
कार्यकर्ता और स्वयंसेवक घर-घर जाकर
संपर्क करेंगे और मतदाताओं को पर्चियां
देंगे।तकरीबन 17 लाख मतदाताओं वाले क्षेत्र में
6 लाख मतदाताओं से संपर्क साधने की रणनीति
पर आरएसएस लगा है। इस दौरान पांचों विधान
सभाओं (रोहनिया, सेवापुरी, कैंट, वाराणसी
उत्तरी व वाराणसी दक्षिणी) के सवा-सवा लाख
मतदाताओं से संपर्क साधा जाएगा। इन्हें
मतदान करने के लाभ और मोदी को क्यों दें
मत भी समझाने का प्रयास होगा।सूत्र बताते हैं कि इसके लिए आरएसएस के
समर्पित इंद्रेश कुमार भी अल्पसंख्यकों के
बीच काम कर रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि
इनकी पकड़ नेपाली, तिब्बतियों और बंगाली
समाज के बीच भी गहरी पैठ है। ये दिन रात
ऐसे समुदायों के बीच संपर्क कर रहे हैं।
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच, भारत-तिब्बत संघ
और नेपाली समाज समिति भी मतदाताओं को
जागरूक करने में जुट गया है।
इनके अलावा अन्य प्रांतों से आए
कार्यकर्ताओं व प्रदेश अध्यक्ष
लक्ष्मीकांत वाजपेयी, अमित शाह, सुनील
बंसल, पंकज सिंह, हर्षपाल कपूर, रवींद्र
जायसवाल, ज्योत्स्ना श्रीवास्तव, श्यामदेव
चैधरी दादा, केदारनाथ सिंह, अशोक धवन,
कौशलेंद्र पाठक, रामगोपाल मोहले, सुधीर
मिश्रा, विद्यासागर राय, टीपी जोशी,
लक्ष्मण आचार्य सरीखे नेताओं को नुक्कड़
सभाओं में लगाया गया है।
मोदी का चुनाव आयोग पर आरोप लगाना
दुर्भाग्यपूर्ण: राशीद अल्वी
वाराणसी, 9 मई। चुनाव आयोग पूरी
निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का पालन कर
रही है और भाजपा के प्रधानमंत्री पद के
उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी द्वारा आयोग पर
आरोप लगाया जाना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
उक्त बातें शुक्रवार को कांग्रेस के
राष्ट्रीय प्रवक्ता राशीद अल्वी ने सिगरा
स्थित केन्द्रीय चुनाव कार्यालय में
पत्रकार वार्ता के दौरान कहा।
उन्होंने कहा कि काशी देश का सबसे पुरातन
शहर है और मुगल बादशाहों के शहजादे यहां
शिक्षा प्राप्त करने आया करते थे क्योकि
यह विद्या की नगरी कही जाती है, तो इस
लिहाज से मुझे पूरा विश्वास है कि यहां की
जनता नरेन्द्र मोदी के सेक्यूलिरज्म को
मुंह तोड़ जवाब देगी और उन्हें वापस गुजरात
भेजेगी। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी गंगा
पर राजनीति कर रहे है, दरसल वह मां गंगा
के दर्शन को जाना ही नहीं चाहते थे क्योकि
जिला प्रशासन ने तो उनको अनुमति दे ही दी
थी,फिर वह क्यों नहीं गये। उन्होंने यह भी
कहा कि मोदी से किसी ने भी नहीं पुछा िकवह
किस बिरादरी के हैं, लेकिन वह स्वयं ही
देश की जनता के सामने खुद को पिछड़ा बताकर
पिछड़े वर्ग के वोट बैंक को अपने पाले में
करने का प्रयास कर रहें हैं और आरोप
कांग्रेस पर मढ़ रहे हैं।इस दौरान अल्वी के साथ जिलाध्यक्ष
प्रजानाथ शर्मा भी मौजूद रहें।
काशी के मुसलमानों का भ्रम दूर करने आयी
हूं: आशमा
वाराणसी, 9 मई। कुछ लोगों द्वारा
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार
नरेन्द्र मोदी का गुजरात में मुसलमानों के
साथ किये जा रहे अच्छे व्यवहार को गलत
तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है, जिससे
काशी के कुछ लोग भ्रमित है। मैं यहां उनका
यही भ्रम दूर करने आयी हूं और यहां की जनता
को बताने आयी हूं कि किस प्रकार से मोदी
ने गुजरात में अल्पसंख्यकों के विकास के
लिए कार्य किये हैं। उक्त बातें गुजरात
स्थित खेड़ा जिले की भाजपा अल्पसंख्यक सेल
की अध्यक्ष आशमा अब्दुल्लाह खान पठान ने
एक औपचारिक बातचीत में कहा।
आशमा ने बताया कि वह पिछले दो दिनों से
काशी के मदनपुरा, लल्लापुरा, रेवड़ी तालाब
व बजरडीहा सहित अन्य कई स्थानों पर मुसलिम
भाइयों व खासतौर पर बहनों से मिली और उन्हें
गुजरात में नरेन्द्र मोदी द्वारा
अल्पसंख्यकों के लिए किये गये विकास कार्यों
के बारे में बताया। उनहोंने कहा कि उनके
द्वारा किये गये इस प्रयास से उन्हें काफी
उम्मीद है कि काशी में भी हमारा समुदाय
मोदी जी के साथ खड़ा दिखेगा।उन्होंने कहा
कि मुसलिम समाज अगर भाजपा से जुड़ेगा तो
निश्चित तौर पर देश में एक बड़ा परिवर्तन
देखने को मिलेगा ,जिससे विकास का मार्ग और
विकसित होगा। |