मेरठ। पश्चिम उत्तर प्रदेश फिर सुलग उठा
है। मेरठ में प्याऊ लगाने के विवाद में दो
सम्प्रदाय आमने सामने आ गए। कुछ ही देर
में दोनों ओर से पथऱाव, चाकूबी और तलवार
बाजी होने लगी। दोनों ओर से जमकर फायरिंग
भी हुई। गोली लगने से
पांच युवक घायल हो गए हैं जबकि
चार दर्जन लोग पथराव,
चाकूबाजी और तलवारबाजी में घायल हुए हैं। बवालियों
ने मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी को भी घेर
लिया। उनके साथ धक्कामुक्की की गई। इसके
साथ ही एसपी सिटी पर हमला किया गया। सीओ
सिटी को घायल कर दिया गया। बवाल कर रहे
लोगों की कवरेज करने पहुंचे मीडियाकर्मियों
को भी दंगाइयों ने निशाना बनाया। एक
पत्रकार गोली लगने से घायल हुआ जबकि कई
लोगों के कैमरे तोड़ दिये गए। स्थिति इतनी
भयावह हो गई कि मौके पर पहुंचे आईजी ने
पीएसी और अतिरिक्त पुलिस की मदद से डीएम
और एसएसपी को भीड़ से बचाया। उधर
मुजफ्फरनगर में दंगा प्रभावित गांव कुटवा
में एक पीडित के घऱ से युवक का शव मिलने
से तनाव फैल गया है। युवक की घऱ से बुलाकर
हत्या कर दी गई। जबकि शुक्रवार को
मुजफ्फरनगर शहर में युवक की हत्या से तनाव
बरकरार है।
कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत तीरगरान में सैकड़ों
वर्ष पुराना एक कुंआ है। कुंए के निकट ही
मस्जिद बनी हुई है। शनिवार दोपहर
अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने कुंए पर
प्याऊ बनाने के लिये निर्माण करने का
प्रयास किया। जिस पर दूसरे वर्ग के लोगों
ने विरोध किया। उन लोगों का कहना था कि
कुंए से उनकी धार्मिक भावनाएं जुड़ी हुई
है। शनिवार व मंगलवार को वे लोग यहां पर
दीपक जलाते है, इसलिये यहां पर दूसरे
समुदाय के लोगों द्वारा निर्माण किया जाना
सरासर गलत है। इस बात को लेकर दोनों पक्षों
के बीच तीखी बहस हुई। जानकारी मिलने पर
स्थानीय भाजपा पार्षद विजय आनंद भी मौके
पर पहुंचे और देखते ही देखते नोंक-झोंक
पथराव में बदल गई। दोनों ओर से धार्मिक
नारे लगाये जाने लगे। थोडी देर में पूरा
क्षेत्र बलवे में तब्दील हो गया। दोनों
पक्षों के लोग अपनी-अपनी छतों पर चढ़ आये
और गोलियां बरसानी शुरू कर दी। इस दौरान
चाकू बाजी भी हुई, जिसमें एक दर्जन से भी
अधिक लोग घायल हो गये। साम्प्रदायिक बवाल
की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस
प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गये
और आईजी आलोक शर्मा, डीआईजी के सत्यनारायण,
एसएसपी ओंकार सिंह, जिलाधिकारी रणदीव रिनवा,
एसपी सिटी ओमप्रकाश यादव सहित कई थानों की
पुलिस व अर्द्ध सैनिक बल व पीएसी मौके पर
पहुंची तथा हल्का बल प्रयोग कर स्थिति को
नियंत्रण में करने का प्रयास किया।
एसपी सिटी, सीओ
और इंस्पेक्टर पर हमला, मीडियाकर्मी को
मारी गोली
छत्ता अनंतराम के
निकट मिश्रित आबादी में एसपी सिटी के
नेतृत्व में पुलिस बल जब स्थानीय लोगों को
समझाने का प्रयास कर रहा तो बलवाईयों ने
पुलिस पर भी हमला बोल दिया। एसपी सिटी
ओमप्रकाश सीओ अब्दुल रहमान व एसओ कंकरखेड़ा
महावीर सिंह के साथ भी बलवाईयों ने जमकर
मारपीट की और कवरेज कर रहे मीडियाकर्मी
अभिषेक शर्मा व उसकी टीम को घेर लिया तथा
उनके कैमरे छीनकर तोड़ डाले। बलवाई उनके
चैनल की आईडी लूटकर फरार हो गये। एसपी सिटी
के सामने बलवाईयों ने जमकर फायरिंग की,
जिसमें कई लोगों को गोलियां लगी। समाचार
लिखे जाने तक जिला प्रशासन ने दो लोगों के
घायल होने की पुष्टि की है, किंतु सूत्रों
के अनुसार फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत
हो गई और 50 लोग घायल है। घायलों में एक
मीडियाकर्मी शेखर प्रजापति भी शामिल है
जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया
है।
एसपी सिटी के सामने हुई फायरिंग
बलवाईयों के हौंसले इस प्रकार बुलंद थे कि
एसपी सिटी, सीओ व कई थानों की पुलिस मौके
पर मौजूद थी, किंतु आठ से अधिक युवक एक ही
रंग के माउजरों के साथ दूसरे वर्ग के लोगों
पर अंधाधुंध फायरिंग कर रहे थे। इस
फायरिंग में कई लोग घायल हुए। वहीं पुलिस
मूक दर्शन बनी शूट एंड आउट कर रही बदमाशों
की भीड़ को देखती रही।
दोहराई जा सकती थी मुजफ्फरनगर जैसी घटना
गुदड़ी बाजार में अगर कुछ मौअज्जिज लोग
पत्रकारों का पक्ष नहीं लेते तो
मुजफ्फरनगर जैसी घटना की पुनरावृत्ति मेरठ
में भी दौहराई जा सकती थी। तीरगरान में
बलवाईयों को शांत कर एसपी सिटी के नेतृत्व
में पुलिस टीम जैसे ही छत्ता अनंतराम
पहुंची तो गुदड़ी बाजार की तरफ से लगभग
आठ-दस युवक जिनके हाथों में एक ही कलर के
माउजर मौजूद थे, निकलकर सामने आये और
उन्होंने छत्ता अनंतराम की ओर अंधा-धुंध
फायरिंग शुरू कर दी। हाथों में हथियार लिये
बलवाईयों को देख पुलिस के हाथ-पांव फूल गये
और उन्होंने बलवाईयों से लोहा लेने के
स्थान पर अपनी जान बचाना अधिक जरूरी समझा।
पुलिस के पीछे कवरेज कर रहे न्यूज चैनल के
पत्रकार व उसकी टीम को इन्हीं बलवाईयों ने
घेर लिया। तथा उनके कैमरे तोड़ डाले। मौके
पर मौजूद सूत्रों के अनुसार एक मौउज्जिज
बुजुर्ग व्यक्ति ने बलवाईयों को पत्रकारों
के साथ मारपीट न करने की बात कही। जिस पर
वे लोग न्यूज चैनल की आईडी लूटकर मौके से
चले गये। सूत्रों के अनुसार अगर उक्त
व्यक्ति बीच में नहीं आता तो पत्रकारों के
साथ मुजफ्फरनगर जैसी घटना हो सकती थी।
हत्या से मुजफ्फरनगर में तनाव
मुजफ्फरनगर। जिले
के शाहपुर क्षेत्र अन्तर्गत दंगा प्रभावित
कुटवा गांव में एक शव मिलने से सनसनी फैल
गई। शव के दंगा पीडित के घर से मिलने पर
तनाव व्याप्त है। युवक को घर से बुलाकर ले
जाने के बाद हत्या की गई है। मृतक की मां
ने ह्त्या की रिपोर्ट दर्ज करायी है। उधर
कल शहर के हनुमान चौक पर हुई हत्या की
वारदात के बाद तनाव बरकरार है। |