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शाहजहांपुर।
तहसील तिलहर में सोमवार दोपहर ससुराल वालों
ने विकलांग वृद्धा को मिट्टी का तेल डालकर
जला दिया। पास पड़ोस के लोग उसे जिला
अस्पताल लेकर आए, जहां उसे मृत घोषित कर
दिया गया। मृतका के पिता का आरोप है कि
जमीन जायदाद के लालच में सास तथा जेठों ने
उसकी बेटी की हत्या कर दी। पिता की मौत के
चार साल बाद मां की भी मौत से नौ साल की
बेटी और पांच साल का बेटा यतीम हो गया है।
पुलिस ने शव को पीएम के लिए भिजवा दिया
है।
तिलहर कस्बे के मोहल्ला बहादुरगंज निवासी
दिवाकर प्रताप सिंह की करीब चार पहले मौत
हो गई थी। परिवार में उनकी पत्नी राधा
(28), नौ साल की बेटी मुस्कान और पांच साल
का बेटा सूर्या रह गया था। राधा को पति की
मौत से एक साल पहले ही लकवा मार गया था।
जिसके कारण वह विकलांग हो गई थी। राधा का
मायका थाना गढ़िया रंगीन के नगरिया
निजामपुर गांव में है। दिवाकर की मौत के
बाद दोनों बच्चों को राधा के पिता सुरेश
पाल सिंह पाल रहे थे।
सुरेश पाल सिंह को बीती शाम सूचना मिली कि
उनकी बेटी राधा की ससुराल में जलाकर हत्या
कर दी गई है। वह सूचना पाकर तिलहर पहुंचे
तो पता चला कि उसकी लाश जिला अस्पताल में
है। सुरेश पाल ने इसके बाद कोतवाली जाकर
घटना की तहरीर दी। सुरेश पाल ने पुलिस को
बताया कि पति की मौत के बाद राधा को उसकी
हिस्सेदारी से अलग करने के लिए सास राजकली,
दोनों जेठ उदय प्रताप, विजय प्रताप, दोनों
जेठानियां कंचन और रिंकी उसे परेशान कर रहे
थे। आरोप है कि कल जेठ उदय प्रताप शराब
पीकर आया और राधा से घर से निकल जाने के
लिए कहते हुए गालियां देने लगा। राधा ने
विरोध किया तो उदयप्रताप समेत सभी लोगों
ने मिलकर पहले उसे पीटा और इसके बाद मिट्टी
का तेल डालकर आग लगा दी। जिससे उसकी मौत
हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। |