लखनऊ।
वाऱाणसी के सांसद नरेन्द्र मोदी सोमवार (आज)
प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। उत्तर प्रदेश के वाराणसी
को यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि उसका सांसद
प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचा है। नरेन्द्र मोदी
के प्रधानमंत्री बनने से वाराणसी और उत्तर प्रदेश में
खुशी की लहर है। नरेन्द्र मोदी के साथ लखनऊ के सांसद
राजनाथ सिंह समेत उत्तर प्रदेश के कई अन्य सांसद
मंत्रिपरिषद् में स्थान पाएंगे।
इनमें प्रमुख रूप से देवरिया के
सांसद कलराज मिश्र, बरेली के सांसद संतोष गंगवार, झांसी
की सांसद उमा भारती, गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके
सिंह, बागपत के सांसद सत्यपाल सिंह, मिर्जापुर की
सांसद अनुप्रिया पटेल के भी मंत्रिपरिषद् में शामिल
होने की संभावना है।
नमो-नवाज के साथ नये युग का आगाज
नई दिल्ली सोलहवीं लोकसभा के लिए हुए
चुनाव में महानायक के रूप में उभरे
नरेंद्र मोदी की आज ताजपोषी हो जायेगी।
इस अवसर पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री
नवाज शरीफ समेत सार्क देशों के
राष्ट्राध्यक्ष नये युग का आगाज करेंगे।
देष के पंद्रहवें प्रधानमंत्री के शपथ
ग्रहण समारोह के लिए राष्ट्रपति भवन
सजकर तैयार है। करीब चार हजार देषी
विदेषी मेहमान इस ऐतिहासिक पल के गवाह
होंगे।
मोदी आज शाम 6 बजे प्रधानमंत्री के
तौर पर शपथ लेंगे। उनकी कैबिनेट की सूची
राष्ट्रपति भवन भेज दी गई है। शपथ ग्रहण
से पहले मोदी ने सुबह राजघाट जाकर
महात्मा गांधी को श्रद्धासुमन अर्पित की
और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी
वाजपेयी के आवास पहुंचकर उनका आषीर्वाद
लिया। इसके बाद मोदी ने अपनी कैबिनेट
के संभावित मंत्रियों के साथ गुजरात भवन
में चाय पर चर्चा की।
मोदी के संभावित मंत्री
नरेंद्र मोदी की कैबिनेट के संभावित
मंत्रियों में राजनाथ सिंह, अरुण जेटली,
सुषमा स्वराज, राजीव प्रताप रूडी, करिया
मुंडा, नितिन गडकरी, उमा भारती, अनंत
कुमार, अनंत गीते व मनोज सिन्हा का नाम
शामिल है। राज्य मंत्री के रूप में
कलराज मिश्र, सत्यपाल सिंह, स्मृति ईरानी,
अनुराग ठाकुर का नाम बताया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक राजनाथ सिंह मोदी
सरकार में नंबर दो की स्थिति में हो सकते
हैं। उनके अलावा अरुण जेटली, नितिन गडकरी,
सुषमा स्वराज और वेंकैया नायडू को अहम
मंत्रालय मिलेंगे। सहयोगी दलों में
तेलुगु देसम पार्टी और शिवसेना के कोटे
में तीन-तीन स्थान आ रहे हैं। दोनों दलों
से एक कैबिनेट व दो राज्य मंत्री होंगे।
वैसे शिवसेना दो कैबिनेट मंत्रियों के
लिए दबाव बनाए हुए है। बिहार में राम
विलास पासवान और उपेंद्र कुशवाहा जैसे
सहयोगियों को भी एक-एक सीट ही मिलेगी।
उम्मीद है कि पासवान को कैबिनेट मंत्री
और कुशवाहा को राज्य मंत्री बनाया जा
सकता है।
संभावना है कि मोदी का मंत्रिमंडल छोटा
होगा। डा0 मनमोहन सिंह की कैबिनेट में
जहां मंत्रियों की संख्या 75 के करीब
थी, वहीं मोदी का मंत्रिमंडल लगभग 40
सदस्यीय ही होगा। देर रात गुजरात भवन
स्थित मनोनीत प्रधानमंत्री के सचिवालय
ने भी इसकी पुष्टि कर दी। सूत्रों के
अनुसार मोदी मंत्रिमंडल में करीब डेढ़
दर्जन कैबिनेट और 20 से 25 राज्य मंत्री
होंगे। सबसे ज्यादा मंत्री उत्तर प्रदेश
से होंगे। सूबे से कम से कम सात मंत्रियों
को मोदी अपनी सरकार में जगह देंगे।
संभावित विभाग
राजनाथ सिंह गृह
अरुण जेटली वित्त
सुषमा स्वराज विदेश
रविशंकर प्रसाद कानून
स्मृति ईरानी सूचना-प्रसारण
नितिन गडकरी ट्रांसपोर्ट
वेंकैया नायडू कृषि
डॉ. हर्षवर्धन स्वास्थ्य
पीयूष गोयल वाणिज्य
वीके सिंह रक्षा राज्य
मेनका गांधी पर्यावरण
लोकसभा अध्यक्ष-करिया मुंडा या सुमित्रा
महाजन।
योजना आयोग के उपाध्यक्ष अरुण शौरी (संभव)
डा0 मुरली मनोहर जोषी का नाम मंत्रियों
की सूची में नहीं अल्कि लोकसभा अध्यक्ष
अथवा योजना आयोग के उपाध्यक्ष के रेस
में है जबकि लालकृष्ण आडवाणी मार्गदर्शक
की भूमिका में हो सकते हैं।
संघ परिवार भी बनेगा गवाह
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भी मोदी के
शपथ ग्रहण समारोह का गवाह बनेगा। हालांकि
संघ प्रमुख मोहन भागवत समारोह में नहीं
आएंगे लेकिन संघ के कई वरिष्ठ नेता
समारोह में मौजूद होंगे। सूत्रों के
अनुसार संघ ने आयोजन को ऐतिहासिक बनाने
के लिए कई धर्मों के प्रतिनिधियों को भी
बुलाया है।
दिल्ली पहुंचे शरीफ, राजपक्षे व अन्य
मेहमान
शपथग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए
विदेषी मेहमान दिल्ली पहुंच रहे हैं।
सबसे पहले आज सुबह साढ़े नौ बजे मॉरीशस
के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम और उसके
बाद 9.45 पर श्रीलंका के राष्ट्रपति
महिंदा राजपक्षे नई दिल्ली पहुंचे जबकि
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ
ग्यारह बजे पहुंचे। इसके बाद नेपाल के
प्रधानमंत्री सुशील कोइराला और
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई
पहुंचे। मालदीव के राष्ट्रपति
अब्दुल्लाह यामीन अपराह्न करीब दो बजे
दिल्ली पहुंच रहे हैं। भूटान के
प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और
बांग्लादेश संसद की स्पीकर डॉ शिरीन
शरमिन चैधरी रविवार को यहां पहुंच गए
थे।
शपथग्रहण समारोह के बाद राष्ट्रपति
प्रणब मुखर्जी दक्षेस नेताओं को
रात्रिभोज देंगे। मंगलवार को देष के नये
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षेस नेताओं
से बातचीत करेंगे। इस दौरान सबकी नजरें
मोदी-शरीफ मुलाकात पर टिकी होंगी। माना
जा रहा है कि दोनों देशों के बीच सीमा
पर शांति और द्विपक्षीय व्यापार पर
वार्ता होने की उम्मीद है। शरीफ मोदी को
पाकिस्तान आगमन का न्योता भी दे सकते
हैं।
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