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नई दिल्ली। पूर्व
प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बाद
नव नियुक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने
अपनी राष्ट्रभाषा हिन्दी को गौरवान्वित
किया है।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद मंगलवार को जब
हैदराबाद हाउस में उनकी मरीशस सहित दक्षेस
देशों के शासनाध्यक्षों से मुलाकात हुई तो
मोदी ने उनसे हिन्दी में ही बातचीत की।
उनके शब्दों को वहां उपस्थित सचिवों ने
अंग्रेजी में अनुवाद किया ताकि विदेशी
मेहमान उनकी भावनाओं को समझ सकें।
मोदी ने हिन्दी में बात कर खासकर चीन को
अपने राष्ट्रभाषा का संदेश दिया जो किसी
भी अंतर्राष्ट्रीय मंच और इस क्षेत्र में
अपना प्रभुत्व जमाने का कोई अवसर नहीं
छोड़ता है।
उल्लेखनीय है कि श्री वाजपेयी ने
संयुक्तराष्ट्र की बैठक में हिन्दी में
संबोधन पर पूरी दुनिया में भारत और हिन्दी
की धाक जमा दी,जिसके लिए उनकी भूरिकृभूरि
प्रशंसा भी हुई थी। |