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नई दिल्ली। कांग्रेस नेता
अजय माकन के खिलाफ कांग्रेस के वरिष्ठ
नेताओं ने मोर्चा खोल लिया है। माकन के
टिवटर पर किए गए टवीट में मानव संसाधन
मंत्री स्मृति ईरानी की शैक्षिक योग्यता
पर सवाल उठाया गया था उससे भाजपा नेता
खासतौर पर केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने
जिस तरीके से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया
गांधी की शैक्षिक योग्यता पर सवाल खडे़ कर
दिए उससे माकन की मुसीबतें बढ़ गई है।
पूर्व सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी
ने कहा कि किसी पर निजी हमला नहीं करना
चाहिए। हमारा ध्यान सरकार की नीतियों पर
होना चाहिए। इंदिरा गांधी के बेहद करीबी
पार्टी के वरिष्ठ नेता माखनलाल फोतेदार भले
ही आज पार्टी में यंग ब्रिगेड के कारण
अज्ञातवास में रहे, इस मसले पर यह कहने से
नहीं चूके कि किस को मंत्री बनाना है और
किसको नही, ये तो प्रधानमंत्री का
विषेशाधिकार होता है। इसे लेकर राजनीति
करना ठीक नहीं है। राहुल गांधी का दिमाग
माने जाने वाले वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह
ने भी इसे गलत माना लेकिन मोदी सरकार पर
तंज करते हुए यह कहा कि मुरली मनोहर जोशी
की बजाय स्मृति ईरानी को मंत्री बनाना
प्रधानमंत्री मोदी का चयन है। यह तीनों
नेता राहुल गांधी के सबसे भरोसेमंद माकन
को राजनैतिक सबक सिखाने के लिए एकजुट हो
गए हैं।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने
हिन्दुस्थान समाचार को दूरभाष पर बताया
कि-माकन राहुल गांधी की टीम के अहम सदस्य
हैं। लोकसभा के चुनाव में हार की
जिम्मेदारी इनके उपर भी आती है। इन्होंने
कभी भी पार्टी प्रवक्ता के रूपमें संदीप
दीक्षित और मनीष तिवारी को आगे नहीं आने
दिया। तिवारी तो मंत्री होने के नाते
सरकार की उपलब्धियां मीडिया के सामने रखने
में सफल रहे लेकिन माकन और उनके करीबी
प्रवक्ताओं ने राहुल गांधी का नाम ले लेकर
पार्टी को लोकसभा चुनावों में 44 सीटों पर
पंहुचाकर दिया। सोनिया और राहुल तो लोकसभा
सीटें जीतने में सफल रहे लेकिन तब भी दोनों
ने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की लेकिन
माकन तो तीसरे नंबर पर रहे। भाई ने एक बार
भी नहीं कहा कि मैं यह विभाग छोड़ रहा हूं।
महासाचिव का पद छोड़ रहा हूं। नैतिकता की
बातें बहुत होती हैं टीम राहुल में इसे
मानता कोई नहीं हैं।
गौरतलब है कि तिवारी और माकन में एनएसयूआई
और भारतीय युवा कांग्रेस के समय से ही
राजनैतिक शत्रुता रही हैं। मंत्रिमंडल में
एक समय सूचना प्रसारण मंत्रालय माकन को ही
देने की चर्चा थी लेकिन दिल्ली की
तत्कालीन मुख्यतंत्री शीला दीक्षित और
तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री प्रणव मुखर्जी
की कृपा से तिवारी सूचना प्रसारण मंत्रालय
हासिल करने में सफल रहे। उस दौरान इससे
माकन समर्थकों में गहरी नाराजगी पैदा हो
गई थी।
उल्लेखनीय है कि बुध्वार को कांग्रेस
प्रवक्ता अभिषेक मनु संधवी ने ईरानी के
खिलाफ माकन के टवीट के बाद ही हमला बोला
था। पार्टी ने साथ ही यह भी याद दिलाया कि
पूर्व में इस मंत्रालय का कार्यभार मौलाना
आजाद, फखरुदीन अली अहमद, वीपी सिंह और
एमएम जोषी समेत कई दिग्गज हस्तियों के पास
रह चुका है।
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