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Lucknow,
10 November 2011 (UPSS) लखनऊ, 10
नवम्बर। (उत्तर प्रदेश समाचार सेवा)।
प्रदेश के प्रमुख गंगा मेला गढमुक्तेश्वर
और तिगरी में आज करीब 37 लाख लोगों ने
स्नान किया है। अभी स्नानार्थियों के आने
का सिलसिला जारी है। सायं तक यह संख्या और
बढ़ने की संभावना है। जनपद पंचशीलनगर (हापुड़)
के अन्तर्गत गढ़मुक्तेश्वर और ब्रजघाट में
25 लाख लोगों ने तथा जनपद योतिबाफुलेनगर (अमरोहा)
के अन्तर्गत तिगरी मेले में करीब 12 लाख
लोगों ने स्नान किया है। स्नान के तीनों
ही स्थानों पर श्रध्दालुओं ने शांतिपूर्वक
स्नान किया है। तीनों स्थलों पर पर्याप्त
सुरक्षा के इंतजाम थे। दोनों जिलों के
प्रशासन ने कई कड़े सुरक्षा प्रबंध किये
थे। गढ़ और तिगरी में करीब एक सप्ताह से
श्रध्दालुओं के आने का सिलसिला जारी था।
यहां श्रध्दालु अपने टंट लगाकर एक सप्ताह
निवास करते हैं।
गढ़मुक्तेश्वर से उ.प्र.समाचार सेवा
संवाददाता सुमित गुप्ता
के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा ग़ढ गंगा
खादर व ब्रजघाट शहरी मेला क्षेत्रों के
मुख्य स्नान पर्व को लेकर गंगा भक्तों पर
भारी जनसैलाब उमड रहा है। यहां रात 12 बजे
से ही स्नान शुरु हो गया है। पूर्वान्ह 11
बजे तक करीब 25 लाख श्रध्दालु स्नान कर
चुके हैं। किसी प्रकार की अनहोनी की कोई
सूचना नहीं है। कार्तिक पूर्णिमा गंगा
स्नान मेले का मुख्य पर्व बुध्दवार की
रात्रि 12 बजे से शुरू हो गया है। पूर्णिमा
पर्व व दीपदान चतुर्दशी पर्व में शामिल
होने हेतु बुध्दवार की सुबह से ही
श्रध्दालु के रैले के रैले मेला क्षेत्र
में उमडने लगे हैं। गंगा मैया के लोकगीतों
को गाते हुए गंगा भक्तों के विभिन्न वाहनों
के मेला क्षेत्र में पहुंचने के कारण
सम्पूर्ण मेला क्षेत्र वातावरण धार्मिक
होता नजर आ रहा है। मेला क्षेत्र में
चहँओर श्रध्दालु ही श्रध्दालु नजर आ रहे
हैं।
हालांकि प्रशासन के लाख दावों के बावजूद
यहां शराब की बिक्री और उठाईगीरों का
बोलबाला नजर आ रहा है। कल दीपदान चतुर्दशी
के मौंके पर बुध्दवार की सांय लगभग पाँच
लाख गंगा भक्तों ने अपने दिवंगत परिजनों
की आत्म शान्ति हेतु गंगा मैया में स्नान
कर दीपदान कार्य पूर्ण किया। ग़ढ मेले में
लगभग बीस लाख श्रध्दालु पहँचने का अनुमान
लगाया जा रहा है। मेले में जहां आज 25 लाख
से अधिक श्रध्दालु गंगा स्नान करेंगे वहीं
इन श्रध्दालुओं के लिये जिला पंचायत द्वारा
की गयी सभी व्यवस्थायें बौनी साबित हो रही
हैं।
ब्राम्हण समाज के प्रतिनिधियों से वैदिक
मन्त्रोच्चारण के बीच पूजन कराकर जलते हुए
घी के दीपक गंगा में प्रवाहित कर ब्राम्हणों
को यथा भक्ति दक्षिणा भी दी। गंगा भक्तों
के छोड़े गये लाखों दीपक गंगा मैया में
टिमटिमाते हुए ऐसे नजर आ रहे थे कि मानों
आकाश में चमकने वाले तारे आज साक्षात गंगा
में उतर आये हों।
मिनी कुम्भ की तर्ज पर लगने वाला ग़ढ गंगा
मेला भी मूल्यों व परम्परासंग सदियों का
सफर तय कर चुका है पौराणिक मेले की शुरूआत
कब हुई इसका तो कोई ऐतिहासिक दस्तावेज
उपलब्ध नहीं है। परन्तु धार्मिक मान्यताओं
के अनुसार यह मेला महाभारत काल से ही लगता
चला आ रहा है। इस मेले में लाखों श्रध्दालु
अपने आलीशान घरों से निकलकर तम्बू की
अस्थाई नगरी में अपना डेरा डालते हैं।
श्रध्दालु मेले में भक्ति के साथ साथ
परम्परागत खेल कुश्ती, कबड्डी, हॉकी, किेट
के साथ सिनेमा, झूला, सर्कस, जादू आदि
देखकर अपना मनोरंजन करते हैं। मेले में
श्रध्दालु भण्डारों में भोजन करने के साथ
साथ मेले में लगे चाऊमीन, डोसा, पावभाजी,
बर्गर आदि खाकर भी चटकारे ले रहे हैं। मेले
में श्रध्दालु भक्ति के साथ साथ मस्ती का
भी कोई मौंका नहीं गंवा रहे हैं।
तिगरी से राहुल कुमार के अनुसार यहां
आज करीब 12 लाख श्रध्दालुओं ने स्नान किया
है। रात 12 बजे से ही स्नान शुरु हो गया
था। लाखों की संख्या में पहुंचे
श्रध्दालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए
प्रशासन ने पुख्ता इंतजांम किये हैं। तिगरी
मेले की व्यवस्था योतिबाफुलेनगर (अमरोहा)
जिला प्रशासन के हाथों मे ंहै। इसके पहले
इसकी व्यवस्था मुरादाबाज जिला प्रशासन करता
था। तिगरी मेले में क रीब एक सप्ताह से
लोगों के आने का सिलसिला जारी है। यहां
मुरादाबाद, रामपुर, भीमनगर, बिजनौर आदि
जिलों के श्रध्दालु स्नान के लिए आते हैं।
कल कार्तिक पूर्णिका की पूर्व संध्या पर
लोगों ने अपने पूर्ववजों को श्रद्दांजलि
देने के लिए दीपदान किया।
गंगा में डूब रहे आधा दर्जन से अधिक
श्रध्दालुओं को बचाया
गढ़मुक्तेश्वर, 10 नवम्बर। (उप्रससे)।
गंगा में बढते जल स्तर व गहरे जल के कारण
श्रध्दालुओं को गंगा स्नान के दौरान भारी
असुविधा का सामना करना पड रहा है।
बुध्दवार को गंगा स्नान कर रहे राकेश,
महकार, प्रिया, बिजेन्द्र, हेमराज, अमित,
प्रियपाल, रेखा आदि गंगा स्नान के दौरान
गहरे जल में चले जाने से डूबने लगे।
चींखपुकार सुनकर गंगा में गश्त कर रही
गोताखोरों की टीमों ने अपनी जान की बाजी
लगाकर सभी को सुरक्षित बचा लिया।
तीन वाहनों की भिड़ंत में पाँच श्रध्दालु
घायल
गढ़मुक्तेश्वर, 10 नवम्बर। (उप्रससे)।
कल तक लम्बी चौड़ी दिखने वाली सडके आज
श्रध्दालुओं के रैले के सामने बौनी साबित
हो रही हैं। गंगा स्नान करने जा रहे
श्रध्दालु शिवकुमार पुत्र कालेराम निवासी
ग़ढ, सिकन्दर पुत्र गैंदाराम निवासी पानीपत,
प्रभात चौधरी निवासी बुलन्दशहर, चौधरी
किशनपाल निवासी ग्राम खुड़लिया- सिम्भावली
वाहनों की चपेट में आ जाने से घायल हो गये।
स्नान घाट पर मनचलों व उठाईगिरों का
बोलबाला
गढ़मुक्तेश्वर, 10 नवम्बर। (उप्रससे)।
मेले में स्नानघाटों पर मनचले व उठाईगिर
स्नानार्थियों की परेशानी का सबब बने हुए
हैं। मेले में गंगा स्नान करने आये
फरीदाबाद निवासी बलदेव व रामकृपाल के
उठाईगिर बैग उठाकर ले गये। उन्होने बताया
कि उनके बैग में 3500 रूपये की नगदी के
साथ मोबाइल फोन व अन्य कीमती सामान रखा
हुआ था। वहीं स्नानघाटों पर मनचले
स्नानार्थियों के लिये सिर का दर्द बने
हुए हैं। पुलिस प्रशासन ने बुध्दवार की
देर शाम स्नान घाटों पर मनचलों पर जमकर
लाठी भाँजी।
प्रशासन के लाख दावों के बावजूद भी खुलकर
बिक रही है शराब
प्रशासन ने मेला क्षेत्र को नशामुक्त रखने
के लिये नगर के आस पास के सभी शराब के ठेकों
को बन्द करने के आदेश दिये थे। लेकिन
प्रशासन के इन दावों को ताक पर रखकर
खुलेआम ओवररेटिंग कर शराब बेची जा रही है।
जिला पंचायत ने फिर रोया घाटे रोना
गढ़मुक्तेश्वर, 10 नवम्बर। (उप्रससे)।
प्रतिवर्ष मेले के मुख्य स्नान से एक दिन
पूर्व जिला पंचायत कार्यालय में पत्रकार
वार्ता का आयोजन किया जाता है। जिला
पंचायत ने मेले पर व्यय 66 लाख 60 हजार
रूपये तथा आय 33 लाख रूपये का लेखा जोखा
प्रस्तुत करते हुए घाटे का बजट पेश किया
मेले में सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों
ने मेले की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी
दी। इस मौंके पर जिलाधिकारी सौरभ बाबू
एस0पी0 रामस्वरूप, मेला एसपी राधेमोहन
भारद्वाज, मेलाधिकारी संतोष कुमार, अपर
मुख्य अधिकारी आदित्य कुमार, जिला सहायक
सूचना अधकारी नवल कांत तिवारी सहित
विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। |