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नोएडा,
24 अक्टूबर। (साभार-जागरण डाट काम) ।
भट्टा पारसौल में गैंगरेप पीड़िता की अर्जी
और उस पर सीजेएम कोर्ट के आदेश के 24 दिन
बाद पीएसी के 16 अज्ञात जवानों के खिलाफ
पुलिस ने सोमवार शाम को मुकदमा दर्ज कर
लिया है। एफआईआर में पीएसी की 49 एफ
बटालियन के अज्ञात कमांडर और उनके 15
अज्ञात जवान आरोपित हैं।
इससे पहले सोमवार को दिन में सीजेएम
विपिन कुमार शर्मा ने दनकौर थाने के दरोगा
की अपील पर अंतिम मौका देते हुए एक नंबर
तक कोर्ट के आदेश के तहत एफआईआर दर्ज न
करने पर एसओ दनकौर के खिलाफ अवमानना की कड़ी
कार्रवाई की चेतावनी दी थी। एसएसपी ज्योति
नारायण ने बताया कि दनकौर कोतवाली में
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। इस मामले की
पहले से ही सीबी-सीआइडी द्वारा जांच की जा
रही है। इस कारण आगे की विवेचना उसी के
द्वारा की जाएगी। सीजेएम ने सामूहिक
दुष्कर्म की पीड़िता की अर्जी पर 20 सितंबर
को 49एफ बटालियन के पीएसी कमांडर सहित
सोलह जवानों पर रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश
दिए थे। इसके खिलाफ 21 सितंबर को पुलिस ने
जिला अदालत में पुनर्विचार अर्जी पेश की
थी।
अदालत ने सुनवाई के बाद 10 अक्टूबर को
पुनर्विचार अर्जी खारिज कर दी थी। पुलिस
ने 12 अक्टूबर को जिला न्यायाधीश से
हाईकोर्ट में अपील के लिए समय मांगा और
कोर्ट ने पुलिस को दस दिन का समय दे दिया
था। लेकिन पुलिस की ओर से दायर याचिका भी
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खारिज कर दी। पीड़िता
के अधिवक्ता वेद प्रकाश शर्मा ने पीड़िता
की तरफ से आदेश की प्रगति आख्या की सीजेएम
से मांग की थी। मामले में सुनवाई करते हुए
सोमवार को सीजेएम विपिन कुमार शर्मा ने
दरोगा एसके गौतम व पेशकार की अपील पर
थानाध्यक्ष दनकौर को अंतिम मौका दिया।
पीड़िता की जिस अर्जी पर सीजेएम कोर्ट ने
रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए थे उसमें
पीड़िता ने आरोप लगाया था कि सात मई को
भट्टा पारसौल में किसानों और पुलिस के
मध्य संघर्ष के बाद भट्टा गांव में पीड़िता
के घेर पर 49एफ बटालियन के कमांडर और उनकी
टीम ने जबरन कब्जा कर लिया था। कमांडर रात
करीब दस बजे जांच के नाम पर उसके घर में
घुस आए और पीड़िता से करीब सोलह जवानों ने
सामूहिक दुष्कर्म किया।
भंट्टा-पारसौल में नहीं मनेगी दीवाली
ग्रेटर नोएडा। भट्टा, पारसौल, आछेपुर
गांव के लोगों ने दीपावली नहीं मनाने का
फैसला लिया है। दीपावली के दिन ग्रामीण
गांव में काला झंडा लगाएंगे। सर्वदल किसान
संघर्ष समिति इसके लिए गांवों के लोगों से
संपर्क कर रही है। किसान संघर्ष समिति के
जिलाध्यक्ष सोनू यादव ने कहा कि प्रदेश
सरकार किसान व मजदूर विरोधी है। निर्दोष
ग्रामीणों को जेल में बंद कर रखा है।
किसानों की रिहाई न होने पर ग्रामीणों ने
दीपावली नहीं मनाने का फैसला लिया है।
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