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मुजफ्फरनगर,
21 अक्टूबर। (उप्रससे)। एक तरफ जहां भारत
दूर संचार निगम लि0 के आला अधिकारी निजी
कम्पनियों से प्रतिद्वंदता के चलते आये
दिन कैम्प लगाकर उपभोक्ताओं को आकर्षित
करने में जुटे हैं, वहीं विभाग के कर्मचारी
अपने अशालीन व्यवहार से उनकी इस सोच में
पलीता लगाने में जुटे हैं। अशालीन व्यवहार
में लगातार सीमायें लांघी जा रही हैं। हद
तब हो गयी, जब विभागीय कर्मचारियों ने एक
उपभोक्ता को पीटते-पीटते इसलिये कपड़े फाड़
डाले, क्योंकि शिकायत दर्ज कराने के दौरान
विभागीय कर्मचारियों द्वारा मांगा गया
दीवाली का ईनाम देने से उस उपभोक्ता ने मना
कर दिया।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना
सिविल लाईन क्षेत्र स्थित सरकुलर रोड पर
प्रभात लुब्रीकैंट के नाम से एक मोबिल ऑयल
का भव्य प्रतिष्ठान है। कुछ माह पूर्व सड़क
पर खुदाई के दौरान इस प्रतिष्ठान का
लैंडलाइन नम्बर 2620449 खराब हो गया था।
तब से लेकर अब तक यह फोन ठीक ही नहीं हो
पाया। प्रतिष्ठान के निदेशक प्रभात कुमार
कई बार संबंधित एक्सचेंज में ठीक कराने के
लिये शिकायत भी दर्ज करा चुके थे। शिकायतों
के इसी क्रम में प्रभात कुमार ने अपने
भतीजे किरीट चौधरी को महावीर चौक स्थित
एक्सचेंज में भेजा। किरीट ने यहां मौजूद
विभागीय कर्मचारियों से त्यौहार का हवाला
देते हुए इस नम्बर को जल्द से जल्द ठीक
करने का आग्रह किया। नम्बर ठीक करना तो
दूर रहा, उलट विभागीय कर्मचारी दीपावली का
हवाला देते हुए ईनाम मांगने लगे। विभाग के
खिलाफ मन में रोष लिये हुए किरीट ने यह कह
दिया कि जब उनका काम ही नहीं हो रहा, तो
ईनाम किस बात का। दूसरे सरकार उन्हें मोटी
तन्ख्वाह इसलिये दे रही है, ताकि किसी के
सामने उन्हें हाथ न फैलाने पड़े, बस इतना
सुनना था कि विभागीय कर्मचारियों का पारा
सातवें आसमान पर पहुंच गया और उन्होंने
उपभोक्ता किरीट चौधरी को पीटना शुरू कर
दिया। किरीट की पिटाई होते देख उसके साथ
आये साथी ने इसकी तत्काल जानकारी प्रभात
कुमार को दी। प्रभात कुमार ने मौके पर
पहुंचने के साथ-साथ पुलिस को भी घटना की
सूचना दे डाली। जब तक पुलिसकर्मी व प्रभात
कुमार मौके पर पहुंचते, तब तक विभागीय
कर्मचारी उसे पीटते रहे। इस पिटाई के
दौरान किरीट के कपड़े तक फट गये। मौके पर
पहुंचे पुलिसकर्मियों ने किसी तरह
बीच-बचाव कराया।
घटनाक्रम को लेकर जहां स्थानीय निवासियों
में विभाग के खिलाफ रोष व्याप्त है, वहीं
आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ स्थानीय
निवासियों ने कार्रवाई की मांग की है।
बताते चलें कि बीएसएनएल अपनी सेवाओं में
अक्सर पड़ने वाली बाधाओं को लेकर वैसे भी
उपभोक्ताओं के निशान ेपर रहता है। हालांकि
समाज का एक बड़ा तबका ऐसा भी है, जो
बीएसएनएल की सेवाआें को सहजता के साथ
स्वीकार भी करता है, लेकिन विभाग के कुछ
उदासीन कर्मचारियों की वजह से ऐसे तबके
में भी कमोत्तरी देखने को मिल सकती है।
छापे के बाद सपा नेता की रिफाइंड
फैक्ट्री सील
मुजफ्फरनगर, 21 अक्टूबर। (उप्रससे)। जनपद
के कस्बा खतोली में एक सपा नेता की
रिफाइंड ऑयल फैक्ट्री पर तहसील प्रशासन ने
छापा मारकर सीज करने की कार्रवाई कर
दीपावली का त्यौहार फीका कर दिया है।
उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में की गयी
कार्रवाई में फैक्ट्री मालिक पर आरोप है
कि वह मौके पर लाईसेंस नहीं दिखा पाया।
विशेष यह है कि इसी फैक्ट्री पर प्रशासन
द्वारा पिछले कुछ वर्षों में की गयी यह
दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पूर्व भी एक
बार यहां व्यापक स्तर पर छापा मारा गया
था।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना
खतौली क्षेत्र में उपजिलाधिकारी केशव
कुमार ने कस्बे के बुढ़ाना रोड स्थित सपा
नेता सुधीर गोयल की रिफाइंड ऑयल फैक्ट्री
में पहुंचकर औचक छापामार कार्रवाई की।
बताया जा रहा है कि फैक्ट्री गृह लक्ष्मी
ब्रांड से सरसों का तेल बनाया जा रहा था।
कार्रवाई के दौरान उपजिलाधिकारी केशव
कुमार ने लाईसेसं मांगा, जो फैक्ट्री
मालिक नहीं दिखा पाये। इस पर कार्रवाई करते
हुए एसडीएम केशव कुमार ने रिफाइंड फैक्ट्री
को सील कर दिया और पकड़े गये तेल का सैंपल
भरकर जांच के लिये भिजवा दिया। फैक्ट्री
में छापामार कार्रवाई के दौरान 10,590 किलो
सरसों का तेल, 681 भरे हुए व 25 खाली
कनस्तर बरामद किये। उपजिलाधिकारी केशव
कुमार ने बताया कि छापेमार कार्रवाई के
दौरान तेल कम्पनी का लाईसेंस फैक्ट्री
मालिक नहीं दिखा पाये थे, इसलिये फैक्ट्री
को सील किया गया है। इसके अलावा बुढ़ाना
रोड पर ही एक अन्य तेल बनाने वाली कम्पनी
पर छापामार कार्रवाई की गयी, लेकिन यहां
सब मानक के अनुरूप मिला। कार्रवाई के
दौरान कोतवाली पुलिस भी मौके पर मौजूद रही,
वहीं कार्रवाई को लेकर कस्बे में हड़कम्प
की स्थिति रही।
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