|
कुशीनगर।
देश की मनमोहन सरकार के कार्यकाल के दौरान
नेपाल में चीन के बढ़े हुए प्रभाव को भाजपा
का अनुषांगिक संगठन नेपाल संपर्क सेल कम
करने में जुटा हुआ है। मिशन को लेकर बीते
पांच माह के दौरान संपर्क सेल की नेपाल के
सासंदों और प्रमुख नागरिकों के मध्य दो
बार समन्वय बैठक हो चुकी। नेपाल के 2200
मेधावी छात्रों को मिशन से जोड़ा गया है।
नेपाल से रिश्तों को कैसे और बेहतर बनाया
जाय, इसके लिए संपर्क सेल केंद्र सरकार को
लगातार फीड बैक देने में जुटा है। 26-27
नवंबर को काठमांडू में दक्षेस संमेलन में
शिरकत करने के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी शुक्रवार को दिल्ली में संपर्क सेल
के पदाधिकारियों से फीडबैक लेंगे।गुरूवार
को कुशीनगर आए नेपाल संपर्क सेेल के
राष्ट्रीय प्रभारी पीएन पाठक से
हिन्दुस्थान समाचार के संवाददाता ने
बातचीत की। दोनों देशों के रिश्ते बेहतर
बनाए जाने को लेकर मोदी सरकार व संगठन
स्तर से चल रहे प्रयासों को जानने का
प्रयास किया। भाजपा नेता का कहना था कि
दोनों देशों के मध्य प्राचीन काल से
प्रगाढ़ संबध रहे हंै।
राजशाही के अवसान, माओवाद और लोकतां़ित्रक
स्थिरता के बीच डूब-उतरा रहे नेपाल में
चीन ने आसानी से अपना प्रभाव जमा लिया। दस
साल की मनमोहन सरकार की नेपाल से रिश्तों
को लेकर रही उदासीनता के चलते चीन का
मनोबल और बढ़ता गया। रिश्ते फिर प्रगाढ़
हों, इसके लिए संगठन और सरकार दोनों जुटे
हैं।श्री पाठक का कहना है कि संगठन का
प्रयास नेपाल के गांव-गांव में पहुंचने का
है। मिशन से जोड़े गए नेपाली छात्रों को
विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है।
सरकार इन छा़त्रों का पूरा खर्च वहन कर रही
है। भाजपा नेता का कहना है कि मनमोहन
सरकार ने नेपाल के विकास को लेकर फंडिंग
तो की गई, पर उस फंडिंग का कोई लाभ वहां
की जनता को नहीं मिला।
फंडिंग का बंदरबाट हो गया। अब मोदी सरकार
नए सिरे नेपाल के शैक्षणिक, आर्थिक,
स्वास्थ्य, शिक्षा समेत अन्य आधारभूत
संसाधनों के विकास के लिए जुटी है। भाजपा
नेता बोले कि प्राचीन काल में धर्म,
आध्यात्म और संस्कृति भारत नेपाल रिश्तों
का आधार रही है। नेपाल के हजारों परिवारों
के वंशज आज भी शिक्षा के लिए काशी आना
सौभाग्य समझते है।प्रधानमंत्री का नेपाल
दौरा और विकास के लिए दिया गया विशेष
पैकेज रिश्तों को प्रगाढ़ करने की दिशा
में उठाया गया कदम है। 11-12 नवंबर को
काठमांडू में आधारभूत संसाधनों के विकास
को लेकर संगठन व नेपाली सासंदो,
उद्योगपतियों के मध्य बैठक होगी। सड़क
परिवहन राज मंत्री नीतिन गडकरी इस बैठक की
अध्यक्षता करेंगे। दक्षेस संमेलन से भी
नेपाल के विकास के कई नए रास्ते खुलेंगे।
|