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मुजफ्फरनगर , 09 सितम्बर। (उप्रससे)।
Uttar Pradesh News शासनादेश तथा
नगरपालिका बोर्ड क बैठक में पारित विकास
कार्यों में अडंगा डालने तथा विकास कार्यों
को मूर्त रूप न देने का आरोप लगाते हुए
शामली नगरपालिका की बोर्ड बैठक में
चेयरमैन राजेश्वर बंसल समेत सभी तीस सभासदों
ने सर्वसम्मति से अपने पद से इस्तीफा देने
का प्रस्ताव पारित कर दिया। बाद में
चेयरमैन समेत सभी सभासद डीएम को इस्तीफा
सौंपने मुजफ्फरनगर पहुंच गए।
जनपद की शामली नगरपालिका बोड की बैठक
चेयरमैन राजेश्वर बंसल की अधयक्षता में
पालिका सभागार में हुई इसमें अधिशासी
अधिकारी तथा अवर अभियन्ता समेत कुछ
कर्मचारियों पर शासन के निर्देशानुसार
विकास कार्य न कराने और बोर्ड बैठक में
पारित होने वाले विकास कार्यों की अनदेखी
करने का आरोप लगाया गया। सभासदों ने आरोप
लगाया कि यदि कोई विकास कार्य का प्रस्ताव
मंजूर होता है तो ईओ और जेई विकास कार्यों
में अडंगा लगाते हैं। अपेक्षित कार्य न
होने से जनता चेयरमैन तथा सभासदों पर सवाल
उठा रही है। बोर्ड बैठक में सर्वसम्मति से
निर्णय लिया गया कि विकास कार्य न होने से
अच्छा है कि चेयरमैन तथा सभी सभासद इस्तीफा
दे दें। इस पर बोर्ड बैठक में चेयरमैन
राजेश्वर बंसल समेत सभी तीस सभासदों ने
इस्तीफा देने क निर्णय को सर्वसम्मति से
पारित कर दिया। बाद में चेयरमैन समेत सभी
सभासद अपना इस्तीफा डीएम पंकज कुमार को
देने मुजफ्फरनगर पहुंचे। उनके साथ सभासद
विजय संगल, खुर्शीद आलम, राजीव मलिक,
रविन्द्र निर्वाल, आशुतोष पंवार,
लोकेन्द्र, प्रवीण गर्ग, महीपाल जाटव,
श्रीपाल गोयल समेत सभी तीस सभासद थे।
आरोपों की होगी जांच : डीएम
जिलाधिकारी पंकज कुमार का कहना है कि शामली
के चेयरमैन राजेश्वर बंसल व तीस सभासद उनसे
मिलने आये थे और अपनी शिकायतें रखते हुए
सशर्त त्यागपत्र दिया। चूंकि पूरा बोर्ड
ईओ की शिकायत कर रहा है इसलिए जांच कर
कार्यवाही कराई जायेगी।
इस्तीफे कहीं चुनावी स्टंट तो नही´
चेयरमैन समेत सभासदों द्वारा इस्तीफे का
प्रस्ताव पारित करना कहीं चुनावी स्टंट तो
नहीं यह सवाल कस्बे के हर नागरिक के जहन
में गूंज रहा है। नागरिक चेयरमैन तथा
सभासदों द्वारा दिये गये इस्तीफे के
सकारात्मक या नकारात्मक पहलुओं की चचा में
लगे हैं। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि
चेयरमैन व सभ्ज्ञासदों का यह चुनावी स्टंट
हो सकता है क्योंकि एक दो महीने बाद नगर
निकाय चुनाव होने हैं।
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