सुलतानपुर, 11 सितम्बर (उप्रससे) । (उप्रससे)। U.P.Samachar Sewa
दो महीने से ठप मिड डे मील के मामले में
प्रधानाध्यापिका को दोषी मानते हुए उन्हें
निलम्बित कर दिया गया। मिड डे मील बंद होने
शिकायत ग्राम प्रधान ने कई बार अधिकारियों
से की थी।
लम्भुआ विकास खण्ड अन्तर्गत प्राथमिक
विद्यालय बरहमपुर में दो माह से मिड डे
मील नहीं बन रहा है। खण्ड शिक्षा अधिकारी
के अनुसार रसोईया चयन नहीं हो पाने के
कारण विद्यालय में भोजन नहीं बन रहा था।
इस मामले में प्रधानाध्यापिका शैल कुमारी
मिश्रा को दो बार कारण बताओ नोटिस जारी की
गई। बावजूद इसके उन्होंने कोई जवाब नहीं
भेजा।
ग्राम प्रधान प्रसून पाण्डेय ने मामले की
शिकायत तहसील के आला अधिकारियों से की थी।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येन्द्र
कुमार सिंह ने बताया कि प्रधानाध्यापिका
को अध्यापक सेवा नियमावली आचारण नियमावली
के विपरीत कार्य करने का दोषी पाया गया।
श्रीमती मिश्रा ने आदेशों की अवहेलना भी
की है। ऐसे में प्रधानाध्यापिका को तत्काल
प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।
एक्सपायरी दवा आपूर्ति की जांज शुरु
सुलतानपुर, 11 सितम्बर (उप्रससे) । कुछ
दिन पूर्व गल्लामण्डी में लाखों रूपये की
फेंकी गई दवाओं को लेकर स्वास्थ्य विभाग
ने कड़ा रूख अपनाया है। दवाओं की कम्पनी का
नाम स्पष्ट होने पर स्वास्थ्य विभाग की
जांच टीम के अधिकारियों ने अपर स्वास्थ्य
निदेशक के निर्देश पर मेरठ की डैफोडिल दवा
कम्पनी से सरकारी सप्लाई का रिकार्ड मांगा
है क्योंकि दो वर्ष पूर्व इन दवाओं की
आपूर्ति हुई थी। दवाओं को एक्सपायर होने
पर फिंकवा दिया गया।
बुधवार को गल्लामण्डी में देर रात लाखों
रूपये के डीमैटो, टिण्डाजोल, एंटासिड जैसी
जीवनरक्षक दवाएं कूडे क़े ढेर में फेंक दी
गई थीं। फेंकी गई जीवनरक्षक दवाओं को सील
करने पहुंचे अधिकारियों ने घटना की जानकारी
अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. आर.पी. सिंह को
दी थी। डॉ. सिंह के निर्देश पर मुख्य
चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामगोपाल ने दवा सील
करवाकर जांच टीम गठित कर दी। टीम ने दवा
कम्पनी का नाम और आपूर्ति वर्ष पता किया।
फिर अपर निदेशक के निर्देश पर टीम ने कूड़े
से मिली दवाओं का उत्पाद करने तथा सरकारी
आपूर्ति में भेजने वाली मेरठ की डैफोडिल
कम्पनी से दो वर्ष पूर्व से अब तक का
सरकारी आपूर्ति का रिेकार्ड मांगा है।
अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ. आर.पी. सिंह ने
कहा कि दवा आपूर्ति का रिकार्ड डैफोडिल
कम्पनी से मंगवाया गया है। रिकार्ड मिलने
से स्पष्ट हो जायेगा कि किस ट्रांसपोर्ट
के माध्यम से व किस अस्पताल को दवा भेजी
गई। इसके बाद दवा फेंकने वाले ट्रांसपोटरों
के विरूध्द मुकदमा दर्ज कराकर रिकबरी कराई
जायेगी।
राशन की कालाबाजारी में दो पर मुकदमा
सुलतानपुर, 11 सितम्बर (उप्रससे) । लम्भुआ
तहसील के खसड़े गांव में दो दिन पूर्व
कालाबाजारी के पकड़े गये खाद्यान्न के मामले
में जिलाधिकारी ने दो लोगों के विरूध्द
मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है।
जिलाधिकारी के आदेश पर कोटेदार के पुत्र व
एक व्यापारी के विरूध्द 37 का मुकदमा दर्ज
कराया गया है।
थाना लम्भुआ क्षेत्र के ग्राम पंचायत खसड़े
में दो दिन पूर्व गरीबों का खाद्यान्न
बाजार में बिकने जा रहा था। ग्रामीणों की
सूचना पर ट्रक पर लदा खाद्यान्न पुलिस ने
गांव में पकड़ लिया। खाद्यान्न पकड़े जाने
के बाद मौके पर पहुंचे वरिष्ठ पूर्ति
निरीक्षक अजय सिंह व अन्य अधिकारियों को
ग्रामीणों ने बताया था कि पकड़ा गया
खाद्यान्न कोटेदार का था, किन्तु जांच
रिपोर्ट कुछ और लगाकर सच्चाई को छिपा दिया
गया, जिससे कोटेदार कौशलेन्द्र के विरूध्द
मुकदमा नहीं दर्ज हुआ। प्राथमिकी उचित दर
विक्रेता के पुत्र बृजेश सिंह तथा
खाद्यान्न पर मालिकाना जताने वाले लम्भुआ
बाजार के व्यापारी विवेक बरनवाल पुत्र राम
आसरे के विरूध्द दर्ज कराई गई है।
वरिष्ठ पूति निरीक्षक अजय सिंह ने बताया
कि जिलाधिकारी के निर्देश पर बृजेश सिंह व
विवेक बरनवाल के विरूध्द लम्भुआ थाने में
मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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