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  साजिश में सैनिक सहित तीन सगे भाई बन गये हत्या-अपहरण के आरोपी
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Publised on : 2011:09:21       Time 12:22                                 Update on  : 2011:09:21       Time 12:22

(राजेश माहेश्वरी)
फतेहपुर, 20 सितम्बर। (सितम्बर)। सामूहिक बलात्कार के मामले में सजा से बचने के लिए शातिर दिमाग धर्मेन्द्र पासी ने स्वयं अपहरण के बाद हत्या की कहानी रचकर तीन भाईयों समेत चार निर्दोषो को जेल की सलाखों के पीछे आठ माह तक रहने के लिए मजबूर कर दिया। यही नही शातिर अपराधी का पूरा दिल-दिमाग से समर्थन कर रहे उसके परिजनो ने समाज कल्याण विभाग द्वारा दलित हत्या के एवज में प्रदान की जाने वाली लाखों की सहायता राशि भी जहां हासिल की। वहीं हत्या, अपहरण एवं गैंगस्टर के साथ दलित उत्पीड़न की धाराओं मे फंसे निर्दोषो के परिजनो को पुलिस प्रशासन का कोपभाजन बनवाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। यही नही देश की सीमाओं की रखवाली करने वाले सेवानिवृत्त सैनिक भी दलित हत्या के आरोप में अपने दो सगे भाईयों सहित जेल मे बंद रहा।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार औंग थाना क्षेत्र के बडाहार गांव निवासी धर्मेन्द्र पासी पुत्र सियाराम शातिर दिमाग अपराधी था। विगत् साढे चार वर्ष पूर्व धर्मेन्द्र एवं उसका एक अन्य साथी शिव प्रकाश उर्फ टिर्री औंग निवासी राजेश, उमेश एवं सेवानिवृत्त दिनेश की चचेरी बहन के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। जिसकी रिपोर्ट 5 जून 2006 को थाने मे दर्ज करायी गयी थी। पुलिस के भय से शातिर दिमाग धर्मेन्द्र ने खुद की अपहरण व हत्या की कहानी ग़ढकर गायब हो गया। उसके गायब होने पर धर्मेन्द्र का पिता सियाराम 1 जुलाई 2007 को अपरहण करने का मुकदमा दर्ज करा दिया। वहीं 11 जुलाई 2007 को जहानाबाद में मिले अज्ञात शव की शिनाख्त धर्मेन्द्र के पिता ने धर्मेन्द्र के रूप में जब किया तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर दिनेश, उमेश एवं राजेश समेत एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ हत्या, एससीएसटी एक्ट एवं अपरहण समेत कई संगीन धाराएं लगाकर जेल भेज दिया। वहीं इनके विरूध्द गैंगस्टर की कार्यवाही होने पर लगभग आठ माह तक जेल में बंद रहे। इन निर्दोषो को माननीय उच्च न्यायालय द्वारा ही जमानत मिल सकी।
मालूम हो कि धर्मेन्द्र स्वयं के अपहरण की हत्या एवं कहानी ग़ढने के बाद चेन्नई, पूना, मुंबई समेत कई महानगरो में नशीले पदार्थो का अवैध कारोबार करता रहा। उधर सामूहिक दुष्कर्म में शामिल इसका दूसरा साथी शिवप्रकाश उर्फ टिर्री को बलात्कार के मामले में 28 फरवरी 2008 को अदालत ने 10 साल की कैद एवं पांच हजार रूपये का आर्थिक दंड देने की सजा प्रदान की थी। धर्मेन्द्र की हत्या के बाद सरकार ने अनुसूचित जाति की आर्थिक मदद के लिए डेढ़ लाख रूपये भी उसके पिता सियाराम को सरकार द्वारा प्रदान किया गया था। नशीले पदार्थ चरस एवं स्मैक का धंधा करने वाला शातिर दिमाग अपराधी धर्मेन्द्र लगभग चार वर्ष तक गैर प्रांतो मे रहने के बाद रमाबाईनगर के अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के बारागांव स्थित ननिहाल मे मामा मनीराम के यहां से पुलिस ने चरस का धंधा करने के आरोप में जब गिरफ्तार किया तो पुलिस की गिरफ्त में आया धर्मेन्द्र की जानकारी जब औंग निवासी सेवानिवृत्त सैनिक दिनेश पुत्र परशुराम को मिली तो वह पुलिस कप्तान अमित पाठक को जानकारी देते हुए बताया कि धर्मेन्द्र के हत्या के आरोप में वह तथा उसके दो सगे भाई आठ माह तक जेल में बंद रहे है। यह भगवान का ही शु है कि शातिर धर्मेन्द्र रमाबाईनगर पुलिस के हत्थे चढ गया। वरना उन्हें न्यायालय द्वारा सजा अवश्य हो जाती।
जिस दलित धर्मेन्द्र की हत्या एवं अपहरण के आरोप में चार लोग जेल जा चुके है। उसे जिंदा रमाबाईनगर की महती पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद मुकदमें में जहां नया मोड़ आ गया है। वहीं पुलिस प्रताडना और झूठे हत्या, अपरहरण के आरोप मेंं अपना आठ माह जेल की सलाखो के पीछे बिता चुके तीन सगे भाईयों सहित चार लोगो को माननीय न्यायालय द्वारा क्या न्याय मिल पाएगा, यह एक अनबुझी पहेली सा बन गया है। पुलिस रिकार्ड में धर्मेन्द्र पासी के ऊपर पहले से कई मुकदमें दर्ज है। इस पर गुंडा एक्ट की भी कार्यवाही की जा चुकी है। वर्ष 2006 में औंग थाने मे ही धारा 376 व 526 के मुकदमें में कोर्ट ने फैसला सुरक्षित कर लिया था। पुलिस ने बताया कि सजा होने की आशंका से ही उसने यह नाटक रचा है। जबकि उसका दूसरा साथी अभी भी जेल में बंद है। उधर अपराधी पुत्र की गिरफ्तारी की भनक लगते ही धर्मेन्द्र के माता-पिता अन्य परिजनो के साथ घर में ताला लगाकर भाग गये है।

सडक हादसाें में दो की मौत, तीन घायल
फतेहपुर, 20 सितम्बर। (सितम्बर)। जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रो के अर्न्तगत बीते चौबीस घंटो के अंतराल मे हुए सडक हादसे में एक किशोर समेत दो लोगो की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी।
पुलिस के अनुसार जहानाबाद थाना क्षेत्र के औरंगाबाद निवासी इसरार का 25 वर्षीय पुत्र अबरार कल शाम साढे छह बजे टाटा मैजिक यूपी77एन3056 में बैठकर अपने भाई से मिलने चांदपुर जा रहा था। जैसे ही टाटा मैजिक अमौली रोड के समीप पहुंची उसी समय सामने से तेज गति आ रही मार्शल ने टक्कर मार दिया। जिससे टाटा मैजिक पलट गयी और मौके पर ही अबरार की मौत हो गयी।
उधर थरियांव थाना क्षेत्र के महमूदपुर निवासी महेश जो रिक्शा चालक है और पिछले सात महीनो से वह अपनी पत्नी मिथलेश, 9 वर्षीय पुत्र बलराम व 4 वर्षीय पुत्री आरती के साथ कानपुर नगर के शिवकटरा में रहकर रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पेट पालता था। पिछले एक माह से पत्नी मिथलेश की तबियत खराब होने पर आज वह अपने पूरे परिवार एवं गृहस्थी लेकर रिक्शे से कानपुर से फतेहपुर आ रहा था। जब वह कल्यानपुर थाना क्षेत्र के जैनपुर के समीप जीटी रोड पर पहुंचा। उसी समय पीछे से आ रहे ट्रक ने रिक्शे मे टक्कर मार दिया। जिसके कारण बलराम उछलकर रोड पर जा गिरा और ट्रक का पिछला पहिया उसके ऊपर चढ गया। जिससे उसकी घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। वहीं महेश, मिथलेश तथा पुत्री आरती घायल हो गये। सूचना पर मौके पर पहुंची यातायात पुलिस ने घायलो को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां आरती की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने दोनो शवो का पंचनामा भर विच्छेदन गृह भेज दिया।

डयूटी के दौरान हृदयाघात से पुलिसकर्मी की मौत
फतेहपुर, 20 सितम्बर। (सितम्बर)। पुलिस लाइन में पुलिस उपनिरीक्षक की भर्ती में शारीरिक नाप, जोख करते समय सिपाही रामशंकर गौतम को हृदयाघात पडने से मौत हो गयी। पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने दायित्वो का निर्वहन करते समय सिपाही की हुई मौत पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए पुष्प च भेंटकर पार्थिव शरीर का पोस्टमार्टम कराकर मृतक सिपाही के परिजनो को सौंप दिया।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार पुलिस लाइन के मालखाने में तैनात रामशंकर गौतम दरोगा की भर्ती में अभ्यार्थियों की शारीरिक नाप, जोख कर रहा था। इसी दौरान आज मंगलवार को अचानक उन्हें हृदयाघात पढ जाने से अस्पताल ले जाते वक्त मृत्यु हो गयी। पुलिस अधीक्षक ने मृतक सिपाही के पार्थिव शरीर पुष्पच भेंटकर एवं गार्ड ऑफ ऑनर प्रदानकर मृतक के परिजनो को सौंप दिया। मालूम हो कि मृतक सिपाही रमाबाईनगर जनपद के मंगलपुर थाना क्षेत्र के परोख गांव का निवासी है। जिनके तीन पुत्र रवि 19, सौरभ 17 एवं आकाश 12 वर्ष तथा पत्नी ने मृतक सिपाही के पार्थिव शरीर को लेकर अपने पैतृक गांव ले गये है।

दो माह के अंदर दसवीं महिला हुई चेन स्नेचरों की शिकार
फतेहपुर, 20 सितम्बर। (सितम्बर)। शहर क्षेत्र में पिछले दो माह से काली पल्सर सवार लुटेरे सयि है और इन लुटेरो ने अब तक आधा दर्जन से अधिक महिलाओं की लाखो रूपये की सोने की चेन लूटकर फरार हो गये, परन्तु पुलिस आज तक इन लुटेरो का सुराग नही लगा सकी है। सबसे बडी बात यह है कि यह लुटेरे पत्थर कटा चौराहा एवं सिविल लाइन क्षेत्र में घटनाओं को अंजाम ज्यादा दे रहे है, जबकि यह क्षेत्र मुराइनटोला चौकी में पडता है, परन्तु आज तक मुराइनटोला चौकी इंचार्ज इन लुटेरो को पकड पाने मे पूरी तरह से नाकामयाब है। अभी दो दिन पूर्व ही सिविल लाइन में घर के अंदर घुसकर पत्सर सवार लुटेरो ने प्लेवे इंग्लिश स्कूल की प्रबंधिका के गले से तीन तोले की चेन लूटकर फरार हो गये थे तभी इस घटना को पुलिस खोल नही पायी थी कि दुस्साहसी पल्सर सवार लुटेरो ने आज सुबह पत्थरकटा चौराहा के समीप अपने घर के बाहर दरवाजे मेें झाडू लगा रही एक महिला की डेढ़ तोले की चेन लूट ली। जिसकी कीमत लगभग पैंतालिस हजार रूपये है।
जानकारी के अनुसार पत्थरकटा चौराहा के समीप आज सुबह लगभग सात बजे श्यामलाल की पुत्री पल्लवी देवी घर के बाहर दरवाजे पर झाडू लगा रही थी कि उसी समय काली पल्सर मे सवार दो लोग आए और महिला से कुछ देर गाडी ख़डीकर पीछे बैठा युवक उतरा और महिला की गर्दन दबा दिया। जब तक वह कुछ समझ पाती उसके गले में पडी सोने की डेढ़ तोले की चेन खींच लिया और कुछ दूरी पर गाडी स्टार्ट किए साथी के पास पहुंचा और गाडी में बैठकर बगल की गली मे जा घुसे परन्तु आगे रास्ता बंद होने के कारण वह लोग पुन: वापस लौटे तभी उसी जगह पर गाडी लहरा गयी और दोनो गिर पडे, लेकिन वहां ख़डे लोगो की हिम्मत न पडी कि उन लुटेरो को दबोच ले, जबकि कुछ दूरी पर ख़डे कुत्तो ने गाडी गिरते ही उन्हें दौड़ा लिया। इसी बीच वह लोग मोटर साइकिल में बैठकर फरार हो गये। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे मुराइनटोला चौकी इंचार्ज जयप्रकाश यादव ने घटना की जानकारी लेकर काली पल्सर बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए वायरलेस से शहर से बाहर जाने वाली सभी सीमाओं को सील करा दिया। लेकिन पुलिस का यह सब करना बेकार साबित हुआ। इन दो महीनो के अंदर काली पल्सर लुटेरो ने अब शहर के अंदर यह दसवीं घटना चेन लूट की की है। लेकिन पुलिस इनका सुराग लगा पाने में पूरी तरह से नाकाम है। जबकि हाल मे ही चार्ज लिए पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने अपने पुलिस महकमें को अपराध पर पैनी निगाह रखने के कडे निर्देश दिये है, परन्तु उसके बावजूद भी पुलिस की हीलाहवाली के चलते अपराधी अपराध को अंजाम देने में नही चूक रहे है।





 

News source: U.P.SAMACHAR SEWA

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