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कुशीनगर,
20 सितम्बर। (सितम्बर)। उत्तर प्रदेश
के कुशीनगर में एक विवहिता को फिर देहज के
दानवों ने जहर दे कर मार डाला।
प्राप्त समाचार के अनुसार कुशीनगर जनपद के
हाटा कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मोती पाकड
कविलसहा पांडेय टोला निवासी सुरेंद्र राय
ने अपनी पुत्री मीना की शादी जनपद के ही
अहिरौली थाना क्षेत्र के ग्राम खोठ्ठा
निवासी त्रिवेनी राय के पुत्र रंगनाथ राय
के साथ मई 2010 में किया था। ससुराल वालों
ने दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर
विवाहिता को जहर देकर मार डाला। लाश ठिकाने
लगाने के लिए गोरखपुर श्मशान घाट पर पहुंचे
। जहां ससुराल वाले विवहिता के परिजनों को
देख भाग खड़े हुए। जिस पर विवहिता के परिजनों
ने विवाहिता के पति और देवर को पकडकर
पुलिस के हवाले कर दिया। विवहिता के परिजनों
का आरोप है कि मीना के ससुराल वाले मोटर
साइकिल एवं सोने की चेन की मांग कर रहे
थे। इसके लिए मीना को मारते पीटते भी थे,
जिसकी शिकायत मीना ने की थी। आरोप है कि
17 सितंबर की रात को ससुराल वालों ने मीना
को जहर दे कर मार डाला।विवहिता के परिजनों
ने मीना के पति रंगनाथ एवं देवर रतेंद्र
को पकड कर पुलिस के हवाले कर दिया और लाश
लेकर अहिरौली बाजार थाने पर आकर सूचना दी।
पुलिस मृतका के पिता की तहरीर पर पति, सास,
ससुर, देवर पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना कर
रही है।
आस्ट्रेलियाई नाटक द गणेश वर्सेज द थर्ड
राइक का कुशीनगर में हुआ विरोध
कुशीनगर, 20 सितम्बर। (सितम्बर)। भगवान
बुध्द की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर के
हिन्दू आस्था से जुड़े लोग ने आस्ट्रेलियाई
नाटक द गणेश वर्सेज द थर्ड राइक के खिलाफ
अपनी तिखि प्रतियिा व्यक्त की है।
शान्ती और ज्ञान की स्थली कुशीनगर के
हिन्दू आस्था से जूड़े लोग आस्ट्रेलिया में
बने नाटक आस्ट्रेलियाई नाटक द गणेश वर्सेज
द थर्ड राइक को अनुसचित ठहराते है। यही नही
हिन्दू संगठनों ने भी इस नाटक को हिन्दू
आस्था पर गहरा कुठारा घात बताया है।
ज्ञातव्य हो कि आस्ट्रेलिया के बैक टू बैक
थिएटर के नाटक द गणेश वर्सेज द थर्ड राइक
का मेलबर्न महोत्सव में 29 सितंबर को
वर्ल्ड प्रीमियर होने वाला है। अमेरिका
स्थित हिंदू समुदाय के नेता राजन जेड ने
इस नाटक के मंचन का तग़डा विरोध किया है।
उनका कहना है कि जिस भगवान का हम मंदिर और
घरों में पूजा करते हैं, उन्हें नाटक के
मंच पर उपहास का पात्र नहीं बनाया जा सकता
है। जेड के अनुसार, नाटक में अप्रासंगिक
कल्पना प्रस्तुत की गई है। भगवान गणेश को
नाजी गुप्तचर सेवा के साथ जोड़कर पेश करना
एक ओछी हरकत है, जिससे हिंदू समुदाय सख्त
नाराज है। इस नाटक में जर्मन तानाशाह
हिटलर की कुख्यात नाजी गुप्तचर सेवा की ओर
से भगवान गणेश को प्रताड़ित और पूछताछ करते
दिखाया गया है। जिस पर हिन्दू समुदाह को
गहरा अघात लगा है। हिन्दू आस्था से जूड़े
रामध्यान कहते है कि भगवान पूजा के लिए
हैं, उन्हें मंच पर लाकर नाटक करना घर्म
के प्रति आस्थाहीनता का परिचायक है। वही
दुसरी तरफ हिन्दू नेता राजेश्वर सिंह का
कहना है कि भगवान गणेश का अनादर करना
हिन्दू आस्था के साथ खिलवाड हे जिस
बर्दाश्त नही किया जा सकता।
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