लखनऊ,
02 जनवरी 2017। (उ.प्र.समाचार सेवा)।
समाजवादी पार्टी के नए अध्यक्ष के रूप में अखिलेश यादव
की ताजपोशी के बाद अब पार्टी के चुनाव चिन्ह को लेकर
विवाद शुरु हो सकता है। इस स्थिति में यह चिन्ह दोनों
गुटों के हाथ से जा सकता है। अधिक संभावना यह है कि
चुनाव आयोग इस चिन्ह को ही सीज कर दे।
जानकारी के अनुसार मुलायम सिंह यादव ने
कल अखिलेश यादव द्वारा बुलाए गए आपातकालीन अधिवेशन की
वैधता को चुनौती दी है। उन्होंने इसकी शिकायत चुनाव आयोग
में करने का फैसला किया है। उधर मुलायम सिंह ने भी पांच
तारीख को अधिवेशन बुलाया है। इसके बाद असली और नकली सपा
की लड़ाई शुरु होगी।
सूत्रों के अनुसार मुलायम सिंह यादव और
अखिलेश यादव आज नई दिल्ली में हैं। अनुमान लगाया जा रहा
है कि ये दोनों निर्वाचन आयोग में सपा के अध्यक्ष पद और
चुनाव चिन्ह को लेकर अपील कर सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो
आयोग के पास चिन्ह को ब्लाक करने का विकल्प मौजूद है।
क्योंकि चुनाव चिन्ह पर अधिकार का फैसला करने में समय लग
सकता है।