अयोध्या, 27 जुलाई, 2020 ( उ.प्र.समाचार सेवा)। भगवान राम के जन्म स्थान पर भव्य और दिव्य मन्दिर निर्माण की वह शुभ घडी अब निकट आ गई है, जब पांच सौ साल से प्रतीक्षारत रामलला का
मन्दिर मूर्त लेने लगेगा। इस दिन की प्रतीक्षा में और इसके लिए संघर्षों में लाखों हिन्दुओं का बलिदान हुआ है। अब राम मन्दिर का निर्माण पांच अगस्त से विधिवत शुरु हो जाएगा।
इसकी नींव में पत्थर रखने तथा भूमि पूजन के लिए भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी स्वयं पधार रहे ङैं। कार्यक्रम को मूर्तरूप देने के लिए तैयारियां चल रही हैं। श्रेष्ठ संतों, महात्माओं, आचार्यों, महंतों, आन्दोलन के पुरोधाओं, विश्व हिन्दू परिषद्, श्री रामजन्मभूमि न्यास,
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े पदाघिकारी, प्रमुख राजनेता, देश के गणमान्य नागरिक तथा अन्य विशिष्ट जन कार्यक्रम में पधारेंगे।
मन्दिर निर्माण शुरु करने के लिए पांच अगस्त 2020 की मुहूर्त निकला है इसे श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अन्तिम रूप से देकर प्रधानमंत्री को भूमि पूजन के लिए आमंत्रित किया था। माना जा रहा है कि प्रधानमत्री ने आग्रह स्वीकार कर लिया है। शीघ्र ही अधिकृत कार्यक्रम भी प्राप्त जाएगा।
इसके पहले कार्यक्रम की तैयारियों को देखने तथा मूर्तरूप देने के लिए मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शनिवार को यहां दौरा किया। उन्होंने कहा कि भूमि के समतलीकरण का कार्य शीघ्र पूरा करा लिया जाए। उन्होंने अयोध्या के संत महात्माओं से आग्रह किया कि सभी मठों और मन्दिरों में एक दिन पहले से
ही राम नाम जप तथा रामायण का पाठ शुरु कराया जाए। इसके साथ ही पूरी अयोध्या को सजाया जाए।
पांच अगस्त के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नीवं में पूजन के बाद पत्थर रखेंगे। इस कार्यक्रम के लिए कोरोना काल के चलते सीमित संख्या में ही अथिथियों को आमंत्रित किया जा रहा है। माना जा रहा है कि दो सौ अतिथि कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। अतिथियों की सूची बनाकर राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र
ट्रस्ट ने पीएमओ को भेज दी है। पीएमओ सूची को अंतिम रूप देगा। |