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किसानों के भारत बंद का
एनसीआर में दिखा असर, यातायात जाम से
जनजीवन प्रभावित |
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Tags: #UP Samachar Sewa, Mathura, Ronak
Upmanu, Chatra Sansad |
Publised
on : 2021:09:27
Time 19:40 दिनांक
27 सितम्बर
2021 उत्तर प्रदेश समाचार सेवा |
नई
दिल्ली, 27 सितम्बर 2021 ( उ.प्र.समाचार
सेवा )। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान
पर किये गए भारत बंद का असर दिल्ली और
एसीआर में देखने को मिला। पंजाब, हरियाणा
और पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलावा शेष भारत
में बंद का कोई असर नहीं था। दिल्ली की
सीमाओं को सील करने के कारण बंद से जनजीवन
प्रभावित हुआ। गाजियाबाद, नोएडा से दिल्ली
और गुरुग्राम से दिल्ली जाने वाले मार्गों
पर सुबह से ही जाम लग गया था। इसके कारण
लोगो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
किसानों के भारत बंद का समर्थन बहुजन समाज
पार्टी, समाजवादी पार्टी और आप ने किया
है।
ज्ञातव्य है कि तीन कृषि कानूनों को वापस
लेने और एमएसपी पर कानून बनाने की मांगों
को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व
में हरियाणा, पंजाब और पश्चिम उत्तर
प्रदेश के मेरठ मंडल के किसान आंदोलन कर
रहे हैं। किसानों का आन्दोलन गत 26 नवम्बर
से चल रहा है। किसानों ने अपनी मांगों के
समर्थन में यह दूसरी बार भारत बंद का
आह्वान किया है। जबकि इसके पहले जनवरी में
गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसान ट्रेक्टर
परेड कर चुके हैं। जिसमें लाल किले पर
धार्मिक झंडा फहरा दिया गया था। ट्रैक्टर
परेड के चलते पुलिस और किसानों में टकराव
भी हुआ था।
केन्द्र सरकार ने गत वर्ष 5 जून को
अध्यादेश लाकर दो किसान कानून बनाए थे।
जिन्हें बाद में विधेयक के जरिये संसद में
17 सिंतबर को पारित कराया गया था। तभी से
किसानों ने आंदोलन शुरु कर दिया था। पहले
आंदोलन केवल पंजाब तक सीमित था, बाद में
13 किसान संगठनों ने मिलकर संयुक्त किसान
मोर्चा बना लिया था। इस मोर्चे ने दिल्ली
के सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बार्डर पर धरना
शुरु कर दिया। यह धरना अभी तक जारी है।
आज आयोजित बंद में किसानों ने एनएच 9 को
पूरी तरह बंद कर दिया। उधर गुरुग्राम में
भी किसानों ने जाम लगाकर दिल्ली आने वाले
रास्ते रोक दिये हैं। वाहनों की लम्बी
कतारें लग गई हैं। इससे आने जाने वालों को
भारी असुविधा हो रही है। बंद के चलते
पंजाब जाने वाली कई ट्रेनें भी निरस्त कर
दी गई हैं क्योंकि पटरियों पर किसान बैठ
गए हैं। विशेष रुप से फिरोजपुर, अम्बाला
जाने वाली रेलें स्थगित की गई हैं।
उधर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता
राकेश टिकैत ने कहा है कि सरकार हढधर्मी
कर रही है। न तो किसानों से बात कर रही है
और न ही कानूनों को वापस ले रही है।
उन्होंने कहा कि मांगे पूरी होने तक
आंदोलन जारी रहेगा। श्री टिकैत ने कहा कि
भारत बंद से हुई असुविधा के लिए हम जनता
से खेद प्रकट करते हैं। हालांकि आवश्यक
सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया है। दूध,
सब्जी की आपूर्ति नहीं रोकी गई है। परीक्षा
देने वाले छात्रों और बीमार लोगों को आने
जाने पर कोई रोक नहीं है। उन्होंने कहा कि
किसानों ने यात्रियों को पानी, खाने, चाय,
दूध के वितरण की भी व्यवस्था की है। |
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