लखनऊ, 24 अक्टूबर (उप्रससे)।
आतंकी संगठन बब्बर खालसा के सदस्य को
एटीएस और पंजाब पुलिस ने सिध्दार्थनगर से
गिरफ्तार किया है। आतंकी पाकिस्तान में
बैठे अपने आका के निर्देश पर देश में
राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलग्न था।
इसकी तलाश में पंजाब पुलिस कफी समय थी।
गिरफ्तार आंतकी मक्खन सिंह उर्फ दयाल सिंह
पुत्र दीवान सिंह निवासी ग्राम नूरपुर
जट्टा थाना ग़ढशंकर जिला होशियारपुर (पंजाब)
बब्बर खालसा का हार्डकोर सदस्य है। इसके
पास से एक नोकिया मोबाइल, कागजात, टेलीफोन
नम्बर व नकदी आदि बरामद हुई है ।
अपर पुलिस
महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था श्री
बृज लाल ने उक्त जानकारी देते हुए आज यहॉ
बताया कि विगत कुछ समय से यह जानकारी मिल
रही थी कि आतंकी संगठन बब्बर खालसा का
शातिर आतंकी व संगठन का मुखिया बधावा सिंह
उर्फ चाचा, जो वर्तमान में भारत से भागकर
पाकिस्तान में निवास कर आतंकी गतिविधियों
को संचालित कर रहा है। उससे उसका
विश्वसनीय साथी मक्खन सिंह उर्फ दयाल सिंह
लगातार सम्पर्क बनाये हुए है। इस संबंध
में एटीएस को आतंकी संगठन बब्बर खालसा और
खालिस्तान जिन्दाबाद फोर्स के महत्वपूर्ण
सम्पर्क सूत्र व कई अभियोगों में वॉछित
अपराधी गुरजन्त सिंह की गिरफ्तारी व अन्य
श्रोतों से उपरोक्त आतंकवादी संगठनों की
गतिविधियों के सम्बन्ध में कई महत्वपूर्ण
जानकारियां प्राप्त हुई । मिली जानकारी के
आधार पर बीती रात साढ़े दस बजे मक्खन सिंह
उर्फ दयाल सिंह को रेलवे स्टेशन रोड, बढनी
जनपद सिध्दार्थनगर के पास से एटीएस उप्र
एवं जनपद खन्ना, पंजाब पुलिस की टीमों ने
एक संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया।
अभियुक्त मक्खन
सिंह मुअसं 3010 धारा- 30234 भारतीय दण्ड
विधान 255459 शस्त्र अधिनियम थाना मोटियाना
होशियारपुर पंजाब तथा मुअसं 16309 धारा-
45 विस्फोटक अधिनियम थाना माछीवाडा जनपद
खन्ना पंजाब में वॉछित है। पूछताछ पर इसने
बताया कि वह वर्ष 1987 में जालंधर से अपना
पासपोर्ट बनवाकर वह थाइलैंड, हांगकांग,
युगोस्लाविया, जापान, पनामा व कैलीफोर्निया
का बीजा लेकर विदेश में रहा तथा वहां पर
टैक्सी आदि चलाता रहा। माह नवम्बर 1997
में वह वापस भारत आया तो पंजाब पुलिस
द्वारा उसकी विदेशी यात्राओं के विषय में
पूछताछ की गई तो वह पुन: वापस कैलीफोर्निया
चला गया तथा वहां तारासिंह नामक व्यक्ति
से मिला जिसने उसकी बधावा सिंह उर्फ चाचा
से बात कराई। बधावा सिंह ने उसे
कैलीफोर्निया से वाया करांची लाहौर अपने
पास बुला लिया और वह आतंकी संगठन में
शामिल हो गया तथा लाहौर में ही बधावा सिंह
ने उसे फायरिंग की टे्रनिंग करवाई।
लगभग 12 साल वह
बधावा सिंह के साथ लाहौर (पाकिस्तान) में
रहा तथा नवम्बर 2009 में गुरदासपुर बॉर्डर
से जैमका नामक स्मगलर ने उसे व अन्य 5 लोगों
को पाकिस्तान से भारत की सीमा नदी के
रास्ते से पार करायी। ये लोग अपने साथ
आतंकी संगठन की गतिविधियों को अंजाम देने
के लिए अपने साथ 3 एके-47, 3 पिस्टल, 2
हैण्ड ग्रेनेड व 400 कारतूस लाये और इन
हथियारों को पाल सिंह को दे दिया। पाल
सिंह फ्रांस में रहता है और जालन्धर का
रहने वाला है और पंजाब आया हुआ था, ने इनमें
से बब्बर खालसा के एक और आतंकवादी कर्णवीर
को एक एके-47 माह मार्च 2010 में व दूसरी
एके-47 माह मई 2010 में दी, जिससे मक्खन
सिंह व कर्णवीर ने ग्राम बडो जिला जारपुर
(पंजाब) में मैयादास डेरा के महन्त की
एके-47 से हत्या कर दी थी। इस सम्बन्ध
में मुअसं 3010 धारा 30234 भारतीय दण्ड
विधान, 255459 शस्त्र अधिनियम थाना
मोटियाना, जिला होशियारपुर (पंजाब)
पंजीकृत है।
वर्ष 2009 में
मक्खन सिंह व कर्णवीर ने माछीबाडा ब्रिज
को उडाने की कोशिश की थी लेकिन मौके पर
पुलिस आ जाने पर आरडीएक्स व मोटर साईकिल
छोड़कर भाग गये थे। इस सम्बन्ध में मुअसं
16309 घारा 45 विस्फोटक अधिनियम थाना
माछीबाडा, जनपद खन्ना (पंजाब) में पंजीकृत
हुआ और वह वांछित चल रहा था। माह जुलाई
2010 में पाल सिंह अमृतसर में हथियारों के
साथ पकडा गया। पाल सिंह की गिरफ्तारी के
बाद ये लोग पंजाब से राजस्थान चले गये व
कुछ दिन रूककर वापस पंजाब आये। कर्णवीर ने
अपनी एके-47 जालंधर में कहीं रख दी और वहां
से ये लोग रूद्रपुर आ गये, वहां से मक्खन
सिंह व कर्णवीर व पश्चिमी उ0प्र0 के साथी
के साथ काठमांडू (नेपाल) पासपोर्ट बनवाने
के लिए गये। पासपोर्ट बनने में देर लगने
के कारण कर्णवीर व पश्चिमी उ0प्र0 का साथी
वापस पंजाब चले गये।
विगत 18 अक्टूबर,
2010 को होशियारपुर पंजाब में कर्णवीर पकडा
गया, परन्तु कुछ घण्टों में ही पुलिस को
चकमा देकर हिरासत से भाग गया जिसपर इस समय
रू0 5 लाख का ईनाम है। काठमाण्डू नेपाल का
राणा नामक व्यक्ति बधावा सिंह उर्फ चाचा
के कहने पर दयाल सिंह नाम से मक्खन सिंह
का पासपोर्ट बनवा रहा था परन्तु देरी होने
के कारण मक्खन सिंह भी वापस पंजाब जा रहा
था, कि बढनी स्टेशन के पास पकडा गया।
अभियुक्त मक्खन सिंह से कई महत्वपूर्ण
जानकारियाँ प्राप्त हुई हैं जिनपर अग्रेतर
कार्यवाही प्रचलित है। अभियुक्त को
न्यायालय के आदेश पर पंजाब पुलिस द्वारा
ट्राजिन्ट रिमाण्ड पर ले जाया जायेगा। |