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Uttar Pradesh -
Kheri |
Result Declared |
Candidate |
Party |
Votes |
AJAY KUMAR |
Bharatiya Janata
Party |
398578 |
ARVIND GIRI |
Bahujan Samaj Party |
288304 |
ZAFAR ALI NAQVI |
Indian National
Congress |
183940 |
RAVI PRAKASH VERMA |
Samajwadi Party |
160112 |
VIPNESH |
Communist Party of
India |
16401 |
RAMESHWARI |
Independent |
3514 |
KRISHNA ADHIKARI |
Communist Party of
India
(Marxist-Leninist)
(Liberation) |
3230 |
ASHOK |
Aam
Aadmi Party |
3165 |
ASHRAF ALI |
Peace Party |
3124 |
DINESH KUMAR |
Bahujan Mukti Party |
2861 |
RAMGOPAL MISHRA |
Independent |
2608 |
None of the Above |
None of the Above |
12031 |
Last
Updated at 4:54 PM
On 17/5/2014 |
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खीरी में 16 साल
बाद मोदी धूम से भाजपा को आस |
Tags:
UP
News,
Khiri MP Constituency,
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Publised
on : 15 April 2014 Time 20:09 |
लखनऊ 15 अप्रैल।
खीरी लोकसभा क्षेत्र में भारतीय जनता
पार्टी और कांग्रेस के बीच चुनावी घमासान
होने के आसार दिख रहे हैं। ऐसे में एक ओर
जहाँ कांग्रेस के सामने अपनी सीट बचाने की
चुनौती है वहीं भाजपा रामलहर के 16 साल
बाद मोदी के सहारे इस संसदीय सीट पर कब्जा
करने के प्रयास़ में है।
इस सीट से भाजपा प्रत्याशी विधायक अजय
मिश्र टेनी, कांग्रेस के मौजूदा सांसद जफर
अली नकवी, बसपा के अरविन्द गिरि और सपा से
रवि प्रकाश वर्मा मैदान मे हैं। खीरी
लोकसभा की पाँच विधानसभाओं में तीन पर सपा
का कब्जा है और एक पर बसपा और एक विधानसभा
पर भाजपा काबिज है।
2009 के लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो
दूसरे नम्बर पर बसपा,तीसरे पर भाजपा और
चैथे नम्बर पर समाजवादी पार्टी थी, लेकिन
इस बार समीकरण बदले हैं। जानकारों की मानंे
तो इस बार मुख्य मुकाबला भाजपा और
कांग्रेस के बीच ही होगा। सपा के भले तीन
विधायक हों और प्रदेश की सत्ता पर काबिज
हो लेकिन पिछली बार के लोकसभा चुनाव में
चैथे स्थान पर रहने वाली सपा इस बार भी
लड़ाई से बाहर दिख रही है। कांग्रेस के
प्रत्याशी जफर अली नकवी को सत्ता विरोधी
लहर का डर सता रहा है। उनके सामने अपनी
सीट बचाने की चुनौती है। इस सीट पर अधिक
समय तक कांग्रेस का ही कब्जा रहा है। अभी
तक केवल दो बार भाजपा और तीन बार ही सपा
जीत दर्ज कर पायी है। खीरी लोकसभा से सपा
उम्मीदवार और पूर्व सांसद रवि प्रकाश वर्मा
के पिता स्वर्गीय बाल गोविन्द वर्मा भी
चार बार कांग्रेस से सांसद रह चुके हैं।
1957 में अस्तित्व
में आयी इस लोकसभा सीट पर पहली बार भले ही
कांग्रेस न आ पायी हो लेकिन 1962 के चुनाव
में चला कांग्रेस की जीत का सिलसिला
लगातार तीन चुनावों 1971 तक जारी रहा।
1975 में इंदिरा सरकार द्वारा लगाये गये
आपातकाल के कारण गुस्से से तिलमिलाई जनता
ने 1977 के चुनाव में कांग्रेस को हार का
सामना करना पड़ा और बीएलडी के एस.बी.शाह
चुनाव जीतने में कामयाब हुए। परन्तु गैर
कांग्रेसी संसद का सिलसिला बहुत दिनों तक
नहीं चल सका और 1980 के चुनाव में इस सीट
पर पुनः बाल गोबिन्द वर्मा के नेतृत्व में
कांग्रेस जीत दर्ज करने में सफल रही। इसके
बाद 84 और 1989 में भी कांग्रेस जीती।
1991 की रामलहर ने मतदाताओं का मूड़ बदला
और भाजपा प्रत्याशी गेंदा लाल कनौजिया खीरी
से भगवा फहराने में सफल रहे। इसके बाद
1996 मंे भी कनौजिया कमल खिलाने में
कामयाब हुए। इसी प्रकार 1998 में जनता ने
पलटी मारी और रविप्रकाश वर्मा साईकिल से
संसद पहुँच गये। इसके बाद सपा के
रविप्रकाश वर्मा ने लगातार तीन बार सांसद
चुने गये। कांग्रेस के प्रत्याशी जफर अली
नकवी ने 2009 के लोकसभा चुनाव में जीत
दर्ज करने में सफल रहे। सपा की हालत यह थी
कि तत्कालीन सांसद रवि प्रकाश वर्मा चैैथे
स्थान पर पहुँच गये। खीरी को कुर्मी
बाहुल्य सीट मानी जाती है यही कारण है कि
यहाँ पर अधिकांश समय तक वर्मा बिरादरी से
सांसद चुने गये।
2009 के चुनाव में
दलीय स्थिति
नाम पार्टी प्राप्त मत
आसिफ अली नकवी कांग्रेस 184982
इलियास आजमी बसपा 176205
अजय कुमार भाजपा 162850
रवि प्रकाश वर्मा सपा 153490
कब किसने मारा मैदान
वर्ष प्रत्याशी नाम
पार्टी
2009 जफर अली नकवी कांग्रेस
2004 रवि प्रकाश वर्मा सपा
1999 रवि प्रकाश वर्मा सपा
1998 रवि प्रकाश वर्मा सपा
1996 गेंदा लाल कनौजिया भाजपा
1991 गंेदा लाल कनौजिया भाजपा
1989 ऊषा वर्मा कांग्रेस
1984 ऊषा वर्मा कांग्रेस
1980 बाल गोविन्द वर्मा कांग्रेस
1977 एस बी शाह बीएलडी
1971 बाल गोविन्द वर्मा कांग्रेस
1967 बाल गोविन्द वर्मा कांग्रेस
1962 बाल गोविन्द वर्मा कांग्रेस
1957 खुशवत राय पीएसपी
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Notification:
19.03.2014 |
Nomination: 19-26
March 14 |
Withdrawal:
29.03.2014 |
Polling:
17.04.2014 |
Counting:
16.05.2014 |
Candidate |
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