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गाजियाबाद 03 अप्रैल। भाजपा के पीएम
उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को
कांग्रेस और सोनिया गांधी पर जमकर हमला
बोला। मोदी ने कहा कि सैक्यूलरिज्म से काम
न चलता देख कांग्रेस घोर संप्रदायवाद पर
उतर आई है। बुधवार को सोनिया गांधी की जामा
मस्जिद के इमाम अहमद बुखारी के साथ हुई
मुलाकात के संदर्भ में कहा कि मैडम सोनिया
ने देश को बांटने का पाप किया। धर्म के
नाम पर वोट मांगने के मामले में निर्वाचन
आयोग को कार्रेह्लाई करनी चाहिए। मोदी ने
कहा कि कांग्रेस ने हमेशा भाई-भाई को लड़ाने
का काम किया है जबकि हमारी परंपरा है जोड़ों
और विकास करो।
इंदिरापुरम में चुनावी रैली को संबोधित
करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि पड़ोसी
देश हमें इस लिए आंख दिखाते हैं क्योंकि
दिल्ली में बैठे सरकार दुर्बल है। वरना
कोई हमार सैनिकों के सिर काटने की हिमाकत
ना करता। इसलिए केंद्र में सशक्त सरकार की
जरूरत है। ताकि पड़ोसी देश हमें आंख दिखाएं
नहीं बल्कि आंख मिलाएं। हम अपने पड़ोसी देशों
से आंख मिलाना चाहते हैं। उन्होंने आहवान
किया कि कांग्रेस ने जितने घपले घोटाले
किए हैं उनका खुलासा चाहते हैं तो दिल्ली
में मजबूत सरकार बनाओ। जो अंदर और बाहर
दोनो जगह मजबूत हो। गलती से भी अपंग सरकार
मत बना देना।
सपा, बसपा और कांग्रेस पर एक साथ निशाना
साधते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि अबकी
बार श्सबका्य निपटारा होना चाहिए। इन तीनों
पार्टियों का एक धर्म ही है, जैसे भी हो
कुर्सी पाओ। देश कहीं जाए इस बात की सपा,
बसपा और कांग्रेस को कोई परवाह नहीं है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए नरेंद्र मोदी
ने कहा कि २००९ के घोषणा पत्र में
कांग्रेस ने दस करोड़ युवकों रोजगार देने
की बात कही थी लेकिन हुआ क्या? अब
कांग्रेस का दूसरा श्धोखा पत्र्य आया है,
फिर दस करोड़ को रोजगार देने की बात कही गई।
पिंक रिवोल्यूशन चाहती है कांग्रेस
नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसान की आर्थिक
स्थित सुधारने के लिए हमने दूध उत्पादन को
बढ़ावा दिया। गुजरात की श्वेत क्रांति के
चलते ही दिल्ली में बैठे बडे मेहरबानों की
चाय बनती है। यूपी के मुख्यमंत्री की
गुजारिश पर हमने अमूल का काम गुजरात से
यूपी तक बढाया। हरियाणा में भी अमूल ने
काम शुरू किया। उसी का नतीजा है कि १५ से
२० रुपए में दूध बेचने वाले किसानों को अब
उसका दाम ३५ से ४० रुपए तक मिल रहा है।
लेकिन केंद्र में बैठे कांग्रेस सरकार
श्वेत क्रांति में विश्वास नहीं रखती। वह
पिंक रिवोल्यूशन लाना चाहती है ताकि हम
अधिक से अधिक मटन निर्यात कर सकें। लेकिन
इसका मतलब पशुधन का खात्मा होगा और यह
गांव के लिए आर्थिक रूप से बहुत खतरनाक
होगा।
सेक्यूलरिज्म- सेक्यूलरिज्म और बस
सेक्यूलरिज्म
नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस को हर
चीज का सेक्यूलरिज्म ही नजर आता है। उससे
पूछो युवाओं के रोजगार का क्या हुआ? तो
जवाब मिलता है सेक्यूलरिज्म पर बोलो,
माता-बहनों के सम्मान की रक्षा के लिए क्या
किया? कांग्रेस कहती है, सेक्यूलरिज्म की
बात करो। कांग्रेस के लिए सेक्यूलरिज्म
मात्र चुनावी नारा है लेकिन हमार लिए
सेक्यूलरिज्म है कि हर संप्रदाय हमारा है।
अब जनता को ही तय करना है कि उसे कौन सा
सेक्यूलरिज्म चाहिए।
नोएडा से कांग्रेस प्रत्याशी तोमर भाजपा
में शामिल
गाजियाबाद 03 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी
के टिकट पर गाजियाबाद से लगातार चार बार
सांसद चुने गए डा. रमेश चंद तोमर कांग्रेस
छोडकर भाजपा में शामिल हो गए हैं। गुरूवार
को गाजियाबाद में नरेंद्र मोदी की रैली
में रमेष चंद तोमर ने पार्टी की सदस्यता
हासिल की। तोमर की भाजपा में वापसी एक तरह
अपने घर में फिर से लौटना है। वह 2009 के
चुनाव से पहले भाजपा में ही थे।
डा. रमेष चंद तोमर को कांग्रेस ने दूसरी
बार गौतमबुद्धनगर से लोकसभा प्रत्याशी
बनाया था। २००९ में तोमर बसपा प्रत्याशी
सुरंद्र नगर के सामने चुनाव हार गए थे।
इससे पहले २००४ में रमेश चंद तोमर को
गाजियाबाद में कांग्रेस प्रत्याशी सुरंद्र
गोयल के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा था।
२००९ में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
राजनाथ सिहं के चुनाव मैदान में उतरने पर
टिकट कटने से नाराज होकर कांग्रेस का दामन
थाम लिया था। इंदिरापुरम में मोदी के मंच
पर ही डा. तोमर ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण
की। उन्होंने कहा कि पूरा देश नरंद्र मोदी
का नेतृत्व चाहता है इसलिए उन्होंने
कांग्रेस का टिकट छोडक़र भाजपा में शामिल
होने का फैसला लिया है।
हालांकि डा. रमेश चंद तोमर पिछले करीब दो
माह से भाजपा नेताओं के संपर्क में थे।
मुरली मनोहर जोशी के साथ उनकी कई बैठकें
हुईं लेकिन भाजपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी
नहीं बनाया तो कांग्रेस के टिकट पर
नामांकन दाखिल कर दिया। सियासी सूत्र बताते
हैं कि चुनाव से डा. तोमर को हटाने के लिए
संघ से जुड़ा गाजियाबाद का एक बड़े परिवार
की अहम भूमिका है। इस परिवार के डा. तोमर
पर कई एहसान हैं। चर्चा इस बात की भी है
कि डा. तोमर और भाजपा प्रत्याशी डा. महेश
शर्मा के बीच कोई बड़ी डील हुई है।
बुधवार शाम को ही डा. तोमर के भाजपा में
शामिल होने की खबर आ गई थी लेकिन देर शाम
खुद डा. तोमर ने ऐसी खबरों का खंडन किया।
गुरूवार को मोदी के मंच पर पहुंचने से पहले
ही डा. तोमर मंच पर पहुंच गए थे। नरंद्र
मोदी मंच पर पहुंचते ही सीधे डा. तोमर के
पास पहुंचे और उन्हें गले लगा लिया। हाथों
में हाथ लेकर कुछ बात भी हुई। इसके बाद
नरंद्र मोदी ने अपने संबोधन में डा. तोमर
को पुराना मित्र बताते हुए उनकी तारीफों
के कसीदे भी पढ़े।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को
साधने का प्रयास
गाजियाबाद 03 अप्रैल। हॉट सिटी में रैली
को संबोधित करते नरंद्र मोदी ने पश्चिमी
उत्तर प्रदेश के किसानों को साधने का
प्रयास किया। उन्होंने कहा कि देश में
श्वेत और हरित क्रांति की जरूरत है लेकिन
कांग्रेस सरकार की प्राथमिकताएं कुछ और
हैं। वह पिंक क्रांति की पक्षधर है। मीट
का निर्यात बढाने के प्रयास किए जा रहे
हैं। हमार किसान की जब बारिश न होने के
कारण फसल चैपट हो जाती है तो पशुओं सहार
ही जीवनयापन करता है। लेकिन पिंक क्रांति
तो पशुधन को चैपट कर देगी। कांग्रेस सरकार
गांव के बार में नहीं सोचती। बेशक गुजरात
में आई श्वेत क्रांति से ही दिल्ली में
दूध मिलता है।
मोदी ने कहा कि सरकार स्लाटर हाउस और मीट
निर्यात पर सब्सिडी दे रही है। दूध
उत्पादन बढाने के लिए कुछ नहीं। यही कारण
है कि किसान जानवर पालने के बजाय बेच रहा
है। जबकि पशुधन किसान के लिए बैकअप का काम
करता है। भाजपा की सरकार केन्द्र में आएगी
तो गुजरात माडल पर कृषि नीति लागू होगी।
कृषि और पशुपालन दोनों को बढ़ावा दिया जाएगा।
फील्ड मार्शल मानिक शॉ को याद किया
नरंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरूआत
भारत माता के जयकार से की और उसके तुरंत
बाद देश के पहले फील्ड मार्शल मानिक शॉ को
याद किया और मौजूद जन समूह को भी याद
दिलाया कि आज मानिक शॉ का सौवां जन्मदिन
है। इसके साथ ही वह कांग्रेस सरकार पर
हमलावर हो गए मानिक शॉ आज होते सरकार के
कारनामों को देख उन्हे बड़ी पीड़ा होती।
कांग्रेस ने वोट की खातिर सेना को भी धर्म
के आधार पर बांटने का काम किया लेकिन हमारी
सेना ने इससे साफ इंकार कर दिया। जैसे दूध
में दरार नहीं हो सकती है, ठीक ऐसे ही
हमारी सेना को धर्म के नाम पर नहीं बांटा
जा सकता।
मुझे सांप्रदायिक के बहाने घेरना चाहती
है कांग्रेस
नरंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमलावर होते
हुए कहा कि कांग्रेस खुद चुनाव को
सांप्रदायिक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और
सांप्रदायिकता के नाम पर मुझे घेरना चाहती
है। मैडम सोनिया के दूत मेर पीछे लगे हुए
हैं। कहीं भी एक शब्द मुंह से निकले।
लेकिन कांग्रेस यह भूल रही है कि हम कभी
लड़ाने का काम नहीं करते। कांग्रेस धर्म को
वोट के लिए इस्तेमाल करती रही है लेकिन अब
जनता यह समझ चुकी है। कांग्रेस का नारा
नाकामियों को छिपाने का बहाना चाहिए जबकि
भाजपा को विकास का नया रास्ता बनाना है।
कांग्रेस के लिए धर्म एक राजनैतिक हथकंडा
है जबकि भाजपा के लिए यह राष्ट्रीय आस्था
का विषय है। कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते
हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस को
इस बात का एहसास नहीं था कि एक चाय वाला
आकर उससे उसके कर्मों का हिसाब मांगेगा।
कांग्रेस परेशान है कि वह कैसे नरेन्द्र
मोदी से निपटे। उसे कहीं से कोई सूरत नजर
नहीं आ रही है। उसकी धर्मनिरपेक्षता का
खेल खत्म हो चुका है और निराशा में डूबी
कांग्रेस को अपनी पराजय साफ नजर आ रही है।
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