हापुड़।
, 03 अगस्त 2016 ।
(उ.प्र.समाचार सेवा)।
जनपद अमरोहा के गजरौला की एमबीए कॉलोनी में स्थित एक
मारबल व टाईल्स के शोरूम पर की गई कार्यवाही में जिला
अमरोहा आबकारी विभाग के प्रभारी विजय सौलंकी के नेतृत्व
में विभाग की टीम ने हापुड़ में तैनात एक आबकारी
निरीक्षक के भाई को लगभग एक लाख रूपये मूल्य की अवैध
शराब के साथ गिरफ्तार किया है। जानकार सूत्रों से
प्राप्त जानकारी के अनुसार हापुड़ आबकारी निरीक्षक के
भाई ने पुछताछ में बताया कि हापुड़ जनपद में तैनात आबकारी
निरीक्षक हरिऑम द्वारा जितनी अवैध शराब पकड़ी जाती थी
उसमें से कुछ शराब वह गजरौला स्थित अपने भाई की मारबल व
टाईल्स की दुकान पर भेज दिया करते थे। जिसें जनपद अमरोहा
में खपाने का कार्य उसका भाई करता था।
जनपद में हौंसला पोषण योजना का आरम्भ
जिलाधिकारी नंे किया योजना का शुभारम्भ
हापुड़- जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने ग्राम इम्टौरी,
अनवरपुर, तिसौली खेड़ा, दौलत पुर ढीकरी के प्राथमिक
विद्यालयों में स्थित आंगनबाडी केन्द्रों पर बाल विकास
परियोजना विभाग द्वारा संचालित सरकार की महत्वपूर्ण
हौंसला पोषण योजना का शुभारम्भ किया।
जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने ग्राम इम्टौरी, अनवरपुर,
तिसौली खेड़ा, दौलत पुर ढीकरी के प्राथमिक विद्यालयों
में स्थित आंगनबाडी केन्द्रों पर मौजूद गर्भवती महिलाओं
व अति कुपोषित बच्चों को भोजन में हलवा, खिचडी, दही व
बच्चों को फल, घी तथा आयरन की गोलिया आदि को अपने हाथों
द्वारा वितरित कर जनपद में हौंसला पोषण योजना का
शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होने अतिकुपोषित बच्चों का
वजन भी चेक कराया गया। उन्होंने आंगनबाडी कार्यकत्री व
मुख्य सेविका को आदेश देते हुऐ कहा कि अतिकुपोषित बच्चों
का वजन करनें में लापरवाही न बरती जाये। उन्होंने वहां
पर उपस्थित जिला कार्यक्रम अधिकारी सावित्री देवी से कहा
कि वह अपने निर्देशन में नियमित रूप से दिये जाने वाला
पुष्ठाहार व तैयार भोजन गर्भवती महिलाओं व अतिकुपोषित
बच्चों को उपलब्ध कराती रही। जिलाधिकारी ने जिला
कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि भोजन वितरण में
किसी भी प्रकार का फर्जीवाडा नहीं किया जाये। योजना को
पारदर्शि बनाने हेतु प्रयास रत रहंे ताकि सरकार की यह
महत्वाकांक्षी योजना परवान चढ़ सकें। इस योजना में किसी
भी प्रकार की लापरवाही नहीं की जानी चाहिये तथा गर्भवती
महिलाओं व बच्चों को समय से भोजन व आयरन की गोलिया
उपलब्ध होनी चाहियें। गर्भवती महिलाओं व अतिकुपोषित बच्चों
के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जाना चाहियें।