आपात काल में जेल गए थे अभय गुप्त
मेरठ, 21 मई। (उप्रससे)। वरिष्ठ पत्रकार,
समाजसेवी अभय गुप्त आज दोपहर पंचतत्व में
विली हो गये। उनकी अन्त्येष्टि ब्रजघाट
में गंगा तट पर की गई। उनके बेटे प्रतीक
ने उन्हें मुखानि दी। अन्त्येष्टि के मौके
पर बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद थे। श्री
गुप्त का बीती रात मेट्रो अस्पताल में
उपचार के दौरान निधन हो गया था।
श्री गुप्त अपने पीछे पत्नी, पांच पुत्रियां
व एक पुत्र से भरा पूरा परिवार छोड़ गए
हैं। उनकी शव यात्राा में बडी संख्या में
पत्रकार, राजनेता, व गणमान्य लोग शामिल
हुए। सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, विधयक
सत्यप्रकाश अग्रवाल, पूर्व विधयक
लक्ष्मीकांत वाजपेयी, भाजपा नेता पवन गोयल,
अमर उजाला के स्थानीय संपादक सूर्यकांत
द्विवेदी, मयराष्ट्र संपादक पवन मित्तल,
पत्रकार रवि विश्नोई, जिला सूचना अध्किारी
सुरेन्द्र शर्मा आदि ने पुष्पांजलि अर्पित
कर उन्हें अंतिम विदाई दी। श्री गुप्त ने
1961 से दैनिक मयराष्ट्र से पत्रकारिता का
प्रारंभ किया था। उसके बाद सन 1968 में दो
वर्षों तक दिल्ली स्थित साक्षी समाचार
पत्र का संपादन किया। 1980 में वे अमर
उजाला के मेरठ स्थित संवाददाता बने। 1987
में आपने दैनिक जागरण में मुख्य उप संपादक
के रूप में कार्य प्रारम्भ किया तथा यहीं
से सेवानिवृत्ति पाई। आप सन 1970 में कैंट
बोर्ड के सदस्य चुने गए और सन 1974 में
बोर्ड में फैले भ्रष्टाचार पर अंकुश न लगा
पाने के कारण स्वयं ही इस्तीफा दे दिया।
आप यूपी जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के सन् 1991
से कई वर्षों तक अध्यक्ष भी रहे। भाजपा
शासनकाल के दौरान लगभग 1 वर्ष तक आप
मर्केन्टाइल अरबन कॉआपरेटिव बैंक के
चेयरमैन भी रहे। आप हिन्दी भवन से भी जुड़े
रहे और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व भाजपा
के सयि सदस्य रहे। आप राष्ट्रदेव
साप्ताहिक के प्रथम संपादक व वर्तमान में
केशव संवाद के संपादक थे। राजश्री टंडन
मुक्त विवि की पत्रकारिता की कक्षाओं में
आप छात्राों को शिक्षा प्रदान करते रहे आप
चार विषयों में एमए, एलएलबी, एमएड थे। सन
1975 में आपातकाल के दौरान आपने जेल यात्राा
भी की। संघर्ष का जीवन जीते हुए और सच्चाई
के साथ अपनी बात कहने वाला निर्भीक
पत्रकार आज हमारे बीच से चला गया।
उ.प्र.जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (उपजा) ने शोक
जताया
मेरठ, 21 मई। (उप्रससे)। वरिष्ठ पत्रकार
अभय गुप्ता आज सुबह यहां निधन हो गया। श्री
गुप्ता 66 वर्ष के थे। वे गंभीर बीमारी के
चलते कई सप्ताह से मेट्रो अस्पताल में
भर्ती थे। आज सुबह करीब छह बजे उन्हें
अंतिम सांस ली। श्री गुप्ता के निधन पर
पत्रकार जगत में शोक है। उनके निधन पर
उ.प्र.जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (उपजा) ने शोक
जताया है।
पश्चिम उत्तर प्रदेश में अपनी पत्रकारिता
के लिए ख्याति प्राप्त पत्रकार अभय गुप्त
गत वर्ष नवम्बर माह से बीमार थे। मधुमेह
के चलते उनके गुर्दे तथा लिवर खराब हो गया
था। पिछले कई सप्ताह पहले उन्हें गंभीर
स्थिति में मेट्रो चिकित्सालय में भर्ती
कराया गया था। जहां आज सुबह उन्होंने
अंतिम सांस ली। श्री गुप्त ने अपने 40 साल
के पत्रकारिता कैरियर में दैनिक जागरण,
अमर उजाला, मयराष्ट्र, साक्षी समाचार पत्रों
के साथ जुड़कर कार्य किया। वे यहां से
प्रकाशित पाक्षिक राष्ट्रदेव के संपादक भी
रहे। उन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत दैनिक
मयराष्ट्र से की थी। लम्बे समय तक वे
दैनिक जागरण के साथ जुडे रहे। यहीं से वे
सेवानिवृत्त हुए थे।
श्री गुप्त उ.प्र.जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (उपजा)
के साथ सक्रिय रूप से जुड़े थे। वे उपजा के
जिला महामंत्री तथा दो बार जिला अध्यक्ष
रहे। इसके अलावा अन्य सामाजिक गतिविधियों
में भी संलन रहते थे। श्री गुप्त को
सामाजिक कार्यों में सक्रियता के चलते ही
मर्केंन्टाइल को आपरेटिव बैंक का चेयरमैन
भी मनोनीत किया गया था। वे कुछ समय तक ही
इस पद पर रहे। जीवन के अंतिम वर्षो में वे
एक शिक्षण संस्थान से जुड़े थे। संस्थान के
पत्रकारिता विभाग में शिक्षार्थियों का
मार्ग दर्शन करते थे।
उ.प्र.जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (उपजा) के
प्रदेश अध्यक्ष रतन कुमार दीक्षित और
महामंत्री सर्वेश कुमार सिंह ने श्री
गुप्त के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उपजा
की ओर से श्री गुप्त को श्रध्दांजलि देते
हुए श्री दीक्षित ने कहा कि श्री गुप्त ने
हमेशा निर्भीक पत्रकारिता की। उन्होंने कभी
भी पत्रकारिता मानदण्डों के साथ समझौता नहीं
किया। उनके निधन से उपजा परिवार और पश्चिम
उत्तर प्रदेश की पत्रकारिता की अपूर्णीय
क्षति हुई है।
Comments on this News & Article:
upsamacharsewa@gmail.com
up_samachar@sify.com |