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कानपुर के बिकरू कांड में शहीद सिपाही के घर दीवाली मनाने पहुंचे पुलिस अधिकारी |
शहीद सिपाही बबलू कुमार के घर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने परिवार संग मनाई दीवाली |
Tags: Agra, Costabule Bablu Kumar, Kanpur Bikru |
Publised on : 2020:11:15 Time 19:35 Last
Update on : 2020:11:15 Time 19:35 |
आगरा, 15 नवम्बर 2020 ( उ.प्र.समाचार सेवा)।
कानपुर के बिकरू कांड में बलिदान हुए यूपी पुलिस के सिपाही बबलू कुमार के परिवार की दीपावली सूनी थी। बेटे की मौत के कारण पूरा परिवार गम में था। यह गम उस समय खुशी में बदल गया कि जब पुलिस वाले उनके घर पहुंचे। दीपावली की खुशी बांटी। पुलिस वालों ने भरोसा दिलाया कि पुलिस सदैव साथ है।
सीओ फतेहाबाद
फतेहाबाद के गांव पोखर पांडे निवासी सिपाही बबलू कुमार वर्ष 2018 में पुलिस में भर्ती हुए थे। वे अविवाहित थे। उनकी शादी के लिए लड़की देखी जा रही थी। रिश्ते की बात चल रही थी। वे जनवरी 2019 से कानपुर के बिठूर थाने में तैनात थे। चार माह पहले बिकरू कांड में गोली के शिकार हो गए। बबलू के
परिवार का तो मानो सबकुछ लुट गया। उनके लिए यह दीवाली काली थी। बबलू की बलिदान होने के बाद पहला त्योहार था। इस कारण त्योहार उठाने के लिए रिश्तेदार उनके घर आ रहे थे। परिजन बबलू को याद करके रो रहे थे।
इसी दौरान पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) फतेहाबाद वीएस वीर कुमार, इंस्पेक्टर फतेहाबाद प्रदीप कुमार और थाने के अन्य पुलिसकर्मियों को लेकर बबलू के घर पहुंचे। पुलिस उपाधीक्षक फतेहाबाद और सभी पुलिसकर्मियों ने बबलू की तस्वीर के सामने दीपक जलाए। सीओ वीएस वीर कुमार ने कहा कि बबलू पर पुलिस को गर्व
है। पुलिस को अपने परिवार की तरह मानें।
क्या है बिकरू कांड
आपको बता दें कि 2 जुलाई, 2020 की रात पुलिस गैंगस्टर विकास दुबे को गिरफ्तार करने कानपुर जिले में थाना चौबपुर के अंतर्गत बिकरू गांव गई थी। गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग की। इस घटना में तत्कालीन बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्रा समते 8 पुलिसकर्मी शहीद हो
गए। छह अन्य चोटिल हो गए थे। शहीद होने वालों में आगरा निवासी बबलू कुमार भी शामिल थे। घटना के बाद विकास दुबे एक हफ्ते तक फरार हो गया। उसे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था। वहां से वापस कानपुर लाए जाने के दौरान रास्ते में विकास दुबे और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें
पुलिस की गोली से मौत हो गई। इस घटना की जांच एसआईटी ने की है। 3200 पन्नों की जांच रिपोर्ट में अनेक पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है। शासन ने कानपुर के तत्कालीन एसएसपी अनंत देव तिवारी को निलंबित कर दिया गया है। वर्तमान में वे डीआईजी पीएसी सेक्टर, मुरादाबाद के पद
पर तैनात थे। |
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