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  News  
 

सिर्फ नारा ना रहे कृषि और ग्रामीण पत्रकारिताः सुरेश कुमार खन्ना

  • ग्राम भारती के स्वतत्रता दिवस और पंचायत विशेषांक का विमोजन

  • कुछ भ्रमित लोग कर रहे हैं दिल्ली बार्डर पर आंदोलनः खन्ना

  • शिक्षक दिवस पर उत्कृष्ट शिक्षकों का सम्मान

  • विनोबा सेवा आश्रम में संप्नन हुआ विमोचन समारोह

Tags: #Shahjahanpur #Gram Bharti #Vimochan #Suresh Kumar Khanna
Publised on : 2021:09:05     Time 21:18        दिनांक 06 सितम्बर 2021  उत्तर प्रदेश समाचार सेवा

VIMOCHAN GRAM BHARTI

शाहजहांपुर, 05 सितम्बर , 2021 ( उ.प्र.समाचार सेवा )। प्रदेश के वित्त, संसदीयकार्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा है कि किसान और कृषि पत्रकारिता सिर्फ नारा न रहे, यह वास्तवकिता में साकार हो। सकारात्मक पत्रकारिता से देश और समाज की दिशा को बदल सकती है। इसलिए जो भी सामग्री प्रकाशित हो वह उपयोगी होनी चाहिए। श्री खन्ना ने यह विचार रविवार को विनोबा भावे सेवा आश्रम वनतारा में आयोजित ग्राम भारती के स्वतंत्रता दिवस और पंचायत विशेषांक के विमोचन समारोह में मुख्य अतिथि पद से व्यक्त किये।
विमोचन समारोह में उन्होंने कहा कि सभी समाचार पत्रों में लेख और समाचार प्रकाशित होते हैं इसमें ग्रामीण समाचार भी प्रकाशित होते हैं। लेकिन, जो भी सामग्री प्रकाशित हो वह उपयोगी हो, मनोरंजक हो। लक्ष्य को प्राप्त करने वाली हो, लोगों की समस्त जिज्ञासाओं को शांत करने वाली हो। इसलिए जो भी सामग्री प्रकाशित की जाए, वह चिंतन मनन के बाद प्रकाशित की जानी चाहिए।
श्री खन्ना ने कहा कि आज भी ग्रामीण क्षेत्र और किसान नई तकनीक नहीं अपनाने के प्रति उत्साह नहीं दिखाते हैं, एक तरह का भय किसानों के बीच है नई तकनीक के प्रति इसे समाप्त करना होगा। नई तकनीक और नई खोजों को अपनाकर किसानों को उपज बढानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2 करोड़ 48 लाख लोगों को सम्मान निधि मिल रही है। लेकिन, कुछ लोग किसानों को गुमराह कर रहे हैं, और चार पांच सौ लोग आंदोलन के नाम पर दिल्ली बार्डर पर बैठे हैं। यह कतई भी उचित नहीं है। कई बार सरकार ने वार्ता भी की। किन्तु ये लोग वार्ता से भाग जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों दोनों देश के लिए किसानों के लिए समर्पित होकर काम कर रहे हैं। उनका लक्ष्य है कि कैसे किसानों के जीवन में खुशहाली आये। लेकिन, कुछ भ्रमित किये गए लोग हैं जो आंदोलन कर रहे हैं। इस आंदोलन को मीडिया महत्व दे रहा है। जबकि मंशा स्पष्ट है। मुद्दों को प्रभावित करने में मीडिया का बहुत बड़ा रोल है। जबकि मीडिया का रोल सार्थक होना चाहिए। एक बयान जारी हो गया कि वैक्सीन बीजेपी की है। इसे मत लगवाओ। इसका बहुत बड़ा प्रभाव हुआ, लोग डर गए और गांव में जब वैक्सीनेशन की टीमें पहुंचीं तो लोग भाग गए, यहां तक कि नदी में भी कूद गए। इस बयान का दुष्प्रभाव हुआ। जिससे वैक्सीनेशन कार्यक्रम प्रभावित हुआ। अभी तक 7 करोड़ 75 लाख वैक्सीन यूपी में लगी है। अगर यह बयान न आया होता और दुष्प्रचार नहीं हुआ होता तो वैक्सीन अभी तक 10 करोड़ लोगों को लग चुकी होती। क्या वे लोग इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेंगे जिन्होंने नकारात्मक बयान दिया या जिन्होंने उसे प्रचारित किया।
श्री खन्ना ने कहा कि आलोचना करना बहुत आसान है। किसी को जोड़ना और दिशा तय करना बहुत मुश्किल काम है। कृषि और ग्रामीण पत्रकारिता की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि किसान पत्रकारिता सिर्फ नारा न रहे। व्यवहार से, मन, वचन और कर्म से भी किसान और ग्रामीण पत्रकारिता के साथ न्याय होना चाहिए। इससे समाज को भी जोड कर चलना चाहिए। श्री खन्ना ने कहा कि विश्वसनीयता एक दिन में नहीं आती। उन्होंने कहा कि आज शिक्षक दिवस है। डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जन्नदिवस भी है। उनकी विश्वनीयता थी। वे चौदह विषयों में एम. ए थे। प्रकाण्ड विद्वान थे। यह देश चाणक्य, चरक, पाणिनी, पंतजलि और गांधी का है। विश्व को ये महापुरुष भारत की देन हैं। डा.राधाकृष्णन उसी श्रंखला में आते हैं। सुभाष चन्द्र बोस ने मात्र 32 हजार राष्ट्रभक्तों को लेकर एक सेना खड़ी कर दी। जिसके नाम आजाद हिन्द फौज रखा गया था। ये सभी महापुरुष 19वीं शताब्दी में जन्मे, उस शताब्दी की देन हैं।
श्री खन्ना ने कहा कि गुरु शिष्य का रिश्ता भारत में सात हजार साल पुराना है। भगवान राम ने त्रेता में कहा था कि उन्होंने गुरु वशिष्ठ की शिक्षा से ही रावण को पराजित किया था। हमारा देश संस्कृति प्रधान है। समस्त वेदों और उपनिषदों की चर्चा करते हुए श्री खन्ना ने कहा कि गीता में इनका सार समाहित है। इसलिए हमें अपनी संस्कृति पर गर्व करना चाहिए। हमारी संस्कृति में मानवता सर्वोपरि है। इसके पूर्व मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने ग्राम भारती के स्वतंत्रता दिवस और पंचायत विशेषांक के विमोचन पर शुभकामनाएं दीं।
ग्रामोदय से ही होगा राष्ट्रोदयः डा. जयपाल सिंह व्यस्त
विमोचन और शिक्षक सम्मान समारोह के विशिष्ट अतिथि बरेली-मुरादाबाद खण्ड स्नातक क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य और अधिष्ठाता डा. जयपाल सिंह व्यस्त ने कहा कि महात्मा गांधी ने ग्रामोदय, विनोबा भावे ने सर्वोदय, दीनदयाल उपाध्याय ने अन्त्योदय और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रोदय को ध्येय बनाया है। अब लक्ष्य राष्ट्रोदय है। अन्त्योदय से ग्रामोदय और ग्रामोदय से राष्ट्रोदय होगा। राष्ट्रोदय भी ग्रामोदय से ही होगा। आज शिक्षक दिवस भी है। डा. राधाकृष्णनन का जन्म दिवस है। वे संस्कृति और संस्कृत के प्रकाण्ड विद्वान थे। डा. व्यस्त ने बताया कि डा राधाकृष्णन ने अपना जन्मदिवस मनाने के लिए मना किया था। उन्होंने कहा था कि मैं एक शिक्षक हूं और शिक्षक से ही राष्ट्रपति के पद तक पहुंचा हूं। मेरा जन्म दिवस न मनाया जाए बल्कि इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए और शिक्षक को समर्पित किया जाए। दूसरी और डा एपीजे अब्दुल कलाम ने राष्ट्रपति पद से हटने के बाद शिक्षक बनने की इच्छा व्यक्त की और कहा कि वे अब शिक्षक बनेंगे। इस तरह एक व्यक्ति शिक्षक से राष्ट्रपति और दूसरा राष्ट्रपति से शिक्षक बना।
डा. व्यस्त ने कहा कि शिक्षक और कृषक दोनों राष्ट्र निर्माता हैं। आज ग्राम भारती के विशेषांक का विमोचन हो रहा है। यह पत्रिका ग्रामोदय और गांवों की प्रगति के लिए उपयोगी साबित होगी। उन्होंने पत्रिका के प्रकाशन के लिए शुभकामनाएं दीं। साथ ही कार्यक्रम स्थल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिस स्थान पर यह कार्यक्रम हो रहा है, वह संत विनोबा जी की स्थली है। उन्हीं के शिष्य राममूर्ति जी ने नई शिक्षा नीति 1986-87 की परीक्षण किया था। साथ ही कहा था कि नई शिक्षा नीति बहुत अच्छी है लेकिन, इसमें वैल्यू एडिशन की आवश्यकता है।
सरकार को भटकाव से परिचित कराएं पत्रकारः डा. पवन सक्सेना
विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार, बरेली के उपजा प्रेस क्लब के अध्यक्ष डा. पवन सक्सेना ने कहा कि खबर वही है जो छिपायी जाती है। जिसे सरकार बताती है वह तो सिर्फ प्रचार है। उसे खबर नहीं कहा जा सकता है। आज आवश्यकता है कि छिपायी जा खबर को खोज कर सामने लाया जाए। सरकार खबरों को छिपा रही है। पत्रकारों का यह दायित्व है कि उन मुद्दों को सामने लाएं जो जनहित से जुड़े हैं, आम आदमी की समस्याओं को भी सामने लाना चाहिए। सरकार के प्रचार से पत्रकारों को प्रभावित नहीं होना चाहिए। उन्हें निष्पक्ष होकर कर काम करना चाहिए। पत्रकारों को सरकार को यह भी बताना चाहिए कि आप कहां भटक रहे हैं।
डा सक्सेना ने कहा कि ग्राम स्वराज्य की परिकल्पना इस आश्रम से निकलती है। उन्होंने कहा कि यह संयोग ही है कि एक ओर ग्राम भारती और दूसरी ओर विनोबा जी का ग्राम स्वराज्य । विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत शाहजहांपुर के पूर्व अध्यक्ष अजय यादव ने कहा कि पत्रिका ग्रामीण विषयों और कृषि के लिए समर्पित है। यह अत्यधिक महत्वपूर्ण है कि कोई संस्थान कृषि और ग्रामीण विषयों के लिए पत्रिका का प्रकाशन कर रहा है। उन्होंने पत्रिका के प्रकाशन पर शुभकामनाएं दीं।
ग्राम भारती सिर्फ पत्रिका नहीं, एक आन्दोलनः सर्वेश कुमार सिंह
ग्राम भारती के संपादक और उ.प्र समचार सेवा के प्रबंध संपादक सर्वेश कुमार सिंह ने पत्रिका की विषय वस्तु और प्रकाशन पर प्रकाश डाला। श्री सिंह ने कहा कि ग्राम भारती एक पत्रिका नहीं बल्कि ग्रामीण और कृषि पत्रकारिता का एक आंदोलन है। यह पत्रिका वर्ष 2010 से अनवरत प्रकाशित हो रही है। उन्होने बताया कि हम ग्रामीण और कृषि विषयों का कंटेंट पत्रकारिता में बढाने पर कार्य कर रहे हैं। अभी पत्रकारिता में मात्र 20 प्रतिशत से भी कम कंटेट ग्रामीण और कृषि विषयों का है। उन्होंने कहा कि देश के प्राण गांव में बसते हैं। गांव विकसित होंगे तभी भारत सशक्त और सबल होगा। हमारा संकल्प वाक्य भी यही है श्रेष्ठ भारत-सर्वोच्च भारत । उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब देश की अर्थव्यवस्था की विकास दर शून्य से भी नीचे चली गई थी तब भी कृषि विकास दर धनात्मक थी। कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक सुरेश चन्द्र मिश्रा ने कहा कि पत्रिका में किसानों के लिए उपयोगी सामग्री का प्रकाशन प्रत्येक अंक में होना चाहिए। किसानों के लिए जरूरी सलाह, कृषि में हो रही नई खोजों की भी जानकारी इस पत्रिका के माध्यम से दी जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पशु ग्रामीण अर्थव्यस्था का आधार है। इसलिए पशुपालन पर उपयोगी जानकारी ग्रामीण जनता को दी जाए। कार्यक्रम में ग्राम भारती और उ.प्र.समाचार सेवा के शाहजहांपुर जिला ब्यूरो के प्रमुख संजीव कुमार गुप्ता, ब्लाक प्रमुख राजाराम ने भी विचार व्यक्त किये।
ग्राम सभा की ओर जाने को तत्पर होः सुरेश भैया
समारोह की अध्यक्षता कर रहे विनोबा सेवा आश्रम के प्रबंधक सुरेश भैया जी ने कहा कि संत विनोबा भावे कहते थे कि आज हर व्यक्ति राज्य सभा और लोक सभा में जाना चाहता है ग्राम सभा में कोई नहीं जाना चाहता। आवश्यकता है कि ग्राम सभा की ओर जाने के लिए तत्पर हों। अंत में वरिष्ठ पत्रकार और एनयूजे आई के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मो. इरफान ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का विमोचन वरिष्ठ पत्रकार ओमकार मनीषी जी ने किया।
समारोह में ग्राम भारती के स्वतंत्रता दिवस और पंचायत विशेषांक का विमोचन कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, विधान परिषद् सदस्य डा. जयपाल सिंह व्यस्त, सुरेश भैया जी, डा. पवन सक्सेना, संपादक सर्वेश कुमार सिंह, मो. इरफान, संजीव कुमार गुप्ता, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अजय यादव, ओंकार मनीषी जी ने किया।
शिक्षक सम्मान
शिक्षक दिवस के अवसर पर कार्यक्रम में शिक्षकों की उत्कृष्ट सेवा के लिए उन्हें सम्मानित किया गया। इस क्रम में डा. जयपाल सिंह व्यस्त, प्रधानाचार्य परिषद् के अध्यक्ष आरबीएम इंटर कालेज के प्रधानाचार्य के के शुक्ला, विनोबा सेवा आश्रम विद्यापीठ के प्रधानाचार्य ओमपाल सिंह, ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ी दौड़ में स्वर्ण में प्रदेश स्तरीय स्वर्ण पदक विजेता अरबाज खान, शुश्री श्रद्धा टंडन का सम्मान किया गया।

 
 
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