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लखनऊ, 21 मार्च। लोकसभा चुनाव के दौरान
उत्तर प्रदेष पर भारत निर्वाचन आयोग पैनी
नजर रखेगा। इस आषय के संकेत मुख्य चुनाव
आयुक्त वीएस संपत ने “ाुक्रवार को राजधानी
लखनऊ में दिये। उन्होंने कहा कि आयोग देष
में निश्पक्ष, भयमुक्त और “ाांतिपूर्ण
चुनाव कराने के लिए कटिवद्ध है।
योजना भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि पष्चिम
उत्तर प्रदेष में हाल में हुए दंगे और सूबे
के विभिन्न संसदीय क्षेत्रों से चुनाव लड़
रहे अतिमहत्वपूर्ण नेताओं के चलते इस
प्रदेष पर आयोग विषेश नजर रखेगा।
वीएस संपत ने कहा कि प्रदेष के संवेदनषील
मतदान केंद्रो पर भी कड़ी नजर रखी जायेगी।
हालांकि अभी तक संवेदनषील मतदान केंद्रो
की कुल संख्या तय नहीं हो सकी है। मुख्य
चुनाव आयुक्त ने बताया कि यह संख्या
नामांकन प्रक्रिया खत्म होने पर ही अंतिम
रूप से तय हो पाएगी।
उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान कमजोर
वर्ग और अल्पसंख्यक लोगों की सुरक्षा का
विषेश ध्यान रखा जायेगा। पूरे चुनाव
प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी ताकि
कहीं कोई गड़बड़ी न होने पाये और चुनाव में
पारदर्षिता बरकरार रहे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि पूर्व में
हुए चुनावों में उत्तर प्रदेष के बड़े
“ाहरों जैसे इलाहाबाद व कानपुर में मतदान
का प्रतिषत बहुत कम रहा, जिसके मद्देनजर
मतदाता जागरूकता अभियान भी चलाया जायेगा।
उन्होंने बताया कि आयोग आचार संहिता, पेड
न्यूज और कानून व्यवस्था पर कड़ी नजर रखेगी।
साथ ही निश्पक्ष, निर्भीक व “ाांतिपूर्ण
मतदान के प्रति सचेश्ट रहेगी।
वीएस संपत ने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों
ने जो षिकायतें दर्ज कराई हैं, आयोग उन पर
गंभीरता से विचार कर रहा है। उन्होंने
बताया कि कुछ षिकायतों के संबंध में
अधिकारियों को आवष्यक निर्देष भी जारी कर
दिये गये हैं।
गौरतलब है कि मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस
संपत अपने सहयोगी चुनाव आयुक्तों डॉ. नसीम
जैदी व एचएस ब्रह्मा के साथ दो दिन के दौरे
पर गुरुवार को राजधानी पहुंचे। इनके साथ
उप निर्वाचन आयुक्त विनोद जुत्शी भी मौजूद
रहे।
गुरूवार को चुनाव आयोग से विभिन्न
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने मुलाकात
की थी। आज मुख्य चुनाव आयुक्त ने सूबे के
अधिकारियों के साथ बैठक कर चुनाव की
तैयारियों की समीक्षा की।
कल मुलाकात के दौरान भाजपा, कांग्रेस तथा
बसपा ने लोकसभा चुनाव में सूबे के कुछ
अधिकारियों की निष्ठा पर प्रश्नचिन्ह लगाया
था। इन दलों ने निष्पक्षता न बरतने का
आरोप लगाते हुए ऐसे अधिकारियों की सूची
भारत निर्वाचन आयोग को सौंपते हुए इन्हें
तत्काल इनके पदों से हटाने की मांग भी की
थी।
बेनी के गिफ्ट की होगी जांच-चुनाव आयोग
लखनऊ, 21 मार्च । भारत निर्वाचन आयोग ने
केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा द्वारा
पिछले दिनों बांटे गये गिफ्टों की जांच के
आदेष दिये हैं। यह जांच उत्तर प्रदेष के
मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमेष सिन्हा द्वारा
की जायेगी।
लखनऊ में “ाुक्रवार को आयोजित पत्रकार
वार्ता के दौरान निवा।चन आयोग के सामने यह
सवाल आया कि लोकसभा चुनाव के समय केंद्रीय
मंत्री ने लोगों को गिफ्ट देकर उपकृत करना
चाहा लेकिन आयोग ने अभी तक उसको संज्ञान
में नहीं लिया है।
इस सवाल के जवाब में मुख्य निर्वाचन
आयुक्त ने प्रदेष के मुख्य निर्वाचन
अधिकारी को निर्देषित किया कि इस संबंध
में मीडिया में आई खबरों के आधार पर जांच
कर अपनी रिपोर्ट तत्काल चुनाव आयोग को
प्रेशित करें।
गौरतलब है कि केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी
प्रसाद वर्मा ने पिछले दिनों राजधानी लखनऊ
के एक होटल में लोगों को गिफ्ट व कैष बांटा
था। इस दौरान कुछ मीडियाकर्मियों को भी
उपकृत किया गया था।
पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव तलब-
चुनाव आयोग ने उप्र की खराब सड़कों पर
नाराजगी जताते हुए पीडब्ल्यूडी के प्रमुख
सचिव को तलब किया है। आयोग का कहना है कि
खराब सड़कों की वजह से मतदान केंद्रों पर
पेटियां भेजने में दिक्कत हो सकती हंै।
मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत अपने सहयोगी
चुनाव आयुक्तों के साथ आज राजधानी में
प्रशासन और पुलिस के जिला व मंडलस्तरीय
अधिकारियों के साथ चुनाव तैयारियों की
समीक्षा कर रहे थे।
अधिकारियों को हटा सकता है
चुनाव आयोग
लखनऊ, 21 मार्च। भारत निर्वाचन आयोग
“ाीघ्र ही उत्तर प्रदेष के उन अधिकारियों
को हटा सकता है, जिनके निश्पक्ष आचरण पर
“ांका व्यक्त की गई है। मुख्य चुनाव
आयुक्त वीएस सम्पत का कहना है कि आयोग
निश्पक्ष अधिकारियों की देखरेख में ही
चुनाव कराने के लिए कृतसंकल्प है।
लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के
बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्य चुनाव
आयुक्त ने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों
के प्रतिनिधियों ने कल उनसे मुलाकात के
दौरान सूबे के कुछ अधिकारियों की निष्ठा
पर प्रश्नचिन्ह लगाया था। इन दलों ने
निष्पक्षता न बरतने का आरोप लगाते हुए ऐसे
अधिकारियों की सूची भी आयोग को सौंपी थी
और इन्हें तत्काल इनके पदों से हटाने की
मांग की थी।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि राजनैतिक दलों
की इस शिकायत को गंभीरता से लिया गया है।
उन्होंने कहा कि राजनैतिक दलों की मांग पर
मतदान केंद्रों पर अधिक से अधिक संख्या
में केंद्रीय बलों की तैनाती की जाएगी।
उन्होंने बताया कि राजनैतिक दलों ने यह भी
षिकायत की है कि प्रत्याशियों एवं उनके
समर्थकों के खिलाफ राजनीतिक विद्वेष के
तहत मामले दर्ज किए गए हैं। इस संबंध में
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने अधिकारियों से
विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और निर्देष दिया
है कि कोई भी कार्रवाई पक्षपातपूर्ण व
विद्वेशपूर्ण नहीं होनी चाहिए।
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