नई
दिल्ली,15 अगस्त 2016। ( उ.प्र.समाचार सेवा)।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस की 70
वीं वर्षगांठ के अवसर पर
लालकिले की प्राचीर से देश के संतों और महापुरुषों को
याद किया। उनकी शिक्षा और समाज के लिए योगदान का स्मरण
करते हुए कहा कि यह वर्ष कई महत्वपूर्ण घटनाओं से जुड़ा
है। इसी साल हम स्वामी रामानुजाचार्य की एक हजारवीं जयंती
मना रहे हैं। वहीं महात्मा गांधी के आध्यात्मिक गुरु
श्रीमद् राजचन्द्र की भी डेढ सौ वीं जयंती है।
गुरुगोविन्द सिंह के जन्म को 150 साल पूरे हो रहे हैं तो
पं दीनदयाल उपाध्याय की सौवीं जयंती का वर्ष है। इस अवसर
पर उन्होंने रामानुजाचार्य के विचार कि जाति के आधार पर
किसी का अनादर नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि
माना सामाजिक बुराईयां काफी पुरानी है किन्तु उनका उपाय
करना होगा। बुराईयों से ऊपर उठना होगा। टकराव की स्थितियों
से निकलकर सामाजिक बुराई से लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि
सशक्त हिन्दुस्तान सशक्त समाज से बनेगा। उन्होंने कहा कि
दलित, शोषित, बंचित पीडित सभी का उत्थान करना होगा।
बलूचिस्तान, पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों का आभारः
नरेन्द्र मोदी
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