लखनऊ,
16 फरवरी।
(Lucknow, February 16, 2012. U.P.Web
News )..कांग्रेस के राष्ट्रीय
महासचिव राहुल गांधी को कल लकनऊ के फोटो
पत्रकारों ने आइना दिखा दिया। वे प्रदेश
में अपने चुनावी दौरों के दौरान लगातार
राजनीतिक स्टंट कर रहे हैं। श्री गाधी ने
कल बख्शी का तालाब और डीएवी कालेज मैदान
में दो जनसभाएं संबोधित कीं। उन्होंने इन
सभाओं में जनता की वाहवाही लूटन के लिए
नायाब तरीका खोजा। उन्होंने विरोधियों के
दावों पर कटाक्ष और उन्हें खारिज करने के
लिए एक कागज फाड़ा। इस दौरान कहा कि विरोधी
सिर्फ वादे करते हैं वे वादों को पूरा नहीं
करते इसलिए वे समाजवादी पार्टी के वादों
की लिस्ट को फाड़ रहे हैं। उन्होंने कागज
के टुकड़े को फाड़ कर नीचे फेंक दिया।
राहुल गांधी का
विरोधियों के वादों की लिस्ट को फाड़ने का
दृश्य लखनऊ के फोटो पत्रकारों ने अपने
कैमरों में कैद कर लिया। इसे जब उन्होंने
बड़ा करके देखा तो उसमें जो फाड़ा जाने
वाला कागज दिखा वह कांग्रेस के उन नेताओं
की लिस्ट थी जोकि राहुल गांधी के साथ मंच
पर मौजूद थे। यह लिस्ट उन्हें इसलिए दी गई
थी ताकि व मंचासीन लोगों के नाम ठीक से ले
सकें। इसी लिस्ट को राहुल गांधी ने
विरोधियों के वादों की लिस्ट बताकर फाड़
दिया था। यह फोटो आज के समाचार पत्रों में
छपीं तो लोग देखकर दंग रह गए कि राहुल
गांधी ने यह क्या किया? विरोधियों के वादे
की लिस्ट बताकर अपने ही नेताओं की लिस्ट
फाड़ दी।
इस घटना से
राहुल गांधी के चुनावी स्टंट की पोल खुल
गई। हालांकि राहुल गांधी इसके पहले भी
उत्तर प्रदेश की एक सभा में कह चुके हैं
कि यहां के लोग मुम्बई में भीख मांगने जाते
हैं। इन बातों और उनके व्यवहार से कतई भी
राजनीतिक परिपक्वता नहीं झलकती है। आखिर
कांग्रेस का यह युवराज प्रधानंत्री पद का
दावेदार भी है। तो क्या वे प्रचार के
दौरान ज्यादा नाराज होने पर विरोधी नेताओं
के फोटो भी फाड़ने लगेंगें। स्वस्थ्य
लोकतंत्र में विरोधी विचारों और उनके नारों,
वादों से सहमत असहमत होना लोकतांत्रिक
प्रक्रिया है। यदि हम किसी से सहमत नहीं
भी हैं तो उसका अपमान नहीं कर सकते हैं।
अगर हम किसी विचार, व्यक्ति या सिद्धान्त
से सहमत नहीं हो तो उसे समाप्त करने का
संकल्प नहीं ले लेगें।
|