Lucknow,
12 June 2012, Uttar Pradesh
Samachar Sewa लखनऊ,
12 जून। (उप्रससे)। वरिष्ठ पत्रकार
हेमन्त तिवारी पर हुए जानलेवा हमले का
मामला आज विधान सभा में गूंजा। उनपर
अराजक तत्वों द्वारा किये गए हमले को
लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर हमला करार
देते हुए सदन ने एक स्वर से इसकी निंदा
की तथा अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी
की मांग की गई। सरकार ने सदन में
आश्वासन दिया कि अति शीघ्र पत्रकार
तिवारी पर हमला करने वाले अभियुक्त को
गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
श्री तिवारी पर हमले का मामला आज विधान
सभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव के रूप में
नियम 56 के तहत कांग्रेस के प्रमोद
तिवारी ने उठाया। श्री तिवारी ने कहा कि
वरिष्ठ पत्रकार पर हमला लोकतंत्र के चौथे
स्तम्भ पर आक्रमण है। उन्होंने कहा कि
सरकार को इसे चुनौती के रूप में लेना
चाहिए। हमलावरों ने न केवल पत्रकार पर
हमला किया बल्कि मौके पर पहुंची पुुलिस
पार्टी पर कार चढा़ कर मारने का प्रयास
किया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना करने
वालों के खिलाफ इतनी कड़़ी कार्रवाई की
जाए कि वे फिर कोई हिम्मत न कर सकें।
उन्होंने बताया कि यह घटना दैनिक जागरण
चौराहे पर हुई जोकि पुलिस महानिदेशक
कार्यालय के समीप है।
घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए भाजपा
विधान मण्डल दल के नेता हुकुम सिंह ने
कहा कि यह घटना समाज के लिए चिंतनीय है।
सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि गुण्डों के खिलाफ कड़ी
कार्रवाई होनी चाहिए। नेता विरोधी दल
स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी घटना की निंदा
की। उन्होने कहा कि चार दिन बाद भी घटना
पर कार्रवाई नहीं होना निदंनीय और
चिंतनीय है। लोकमहत्व के इस प्रश्न पर
अविलम्ब कार्रवाई होनी चाहिए। श्री
मौर्य ने बताया कि पुलिस उपनिरीक्षक की
ओर से भी घटना की नामजद रिपोर्ट दर्ज
करायी गई है। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं
होना अत्यन्त चिंता की बात है।
सदन में उठे इस मामले पर संसदीयकार्य
मंत्री आजम खां ने कहा कि अभियुक्तों की
आज ही गिरफ्तारी की कोशिश की जाएगी।
उन्होंने कहा कि अभियुक्तों के खिलाफ
सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने
कहा कि पत्रकारिता पर हमला लोक तंत्र पर
हमला है। इसे कतई भी बर्दाश्त नहीं किया
जाएगा।
क्या है मामला: स्वतंत्र पत्रकार हेमन्त
तिवारी इण्डियन फेडरेशन आफ वर्किंग
जर्नलिस्ट्स (आईएफडबल्यूजे) के
राष्ट्रीय सचिव हैं। श्री तिवारी 7 एवं
8 जून की रात करीब 12 बजे प्रेस क्लब से
अपने बटलर पैलेस स्थित आवास पर जा रहे
थे। श्री तिवारी मार्ग में दैनिक जागरण
चौराहे के पास एक स्थान पर अपनी कार से
रुके थे। इसी दौरान पीछे से आई एक सफारी
कार नंबर यूपी 63 एच ०००1 से उतरे कुछ
युवकों ने उनकी कार पर हाकियों से हमला
कर दिया। श्री तिवारी ने विरोध किया तो
वे उनपर भी हमलावर हो गए। श्री तिवारी
ने किसी तरह भागकर जान बचायी। हमलावरों
ने श्री तिवारी के ड्राइवर पर भी हमला
किया। इसी दौरान आसपास के लोग इकट्ठा
होने पर हमलावर फरार हो गए।
घटना की सूचना श्री तिवारी द्वारा
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दिये जाने
पर तत्काल मौके पर पुलिस पहुंच गई।
लेकिन दुस्साहसिक अभियुक्त अपनी सफारी
कार लेकर फिर से लौट आये। उन्हें पुलिस
उपनिरीक्षक ने रोकने का प्रयास किया तो
उनपर कार चढाऩे की प्रयास किया। वे कार
को दौड़ाते हुए फिर से फरार हो गए। इस
पूरे प्रकरण की रिपोर्ट हेमन्त तिवारी
के चालक नरेन्द्र पाण्डे द्वारा दर्ज
करायी गई है। उधर उपनिरीक्षक ओमप्रकाश
यादव ने भी रिपोर्ट दर्ज करायी है।
उन्होंने अभियुक्त को नामजद किया है।
लेकिन पुलिस चार दिन में मात्र एक
व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकी है। जोकि
कार का मालिक है। अभी तक मुख्य अभियुक्त
की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पता चला
है कि उक्त अभियुक्त का जागरण चौराहे पर
आतंक है। वह अक्सर लोगों के साथ झगड़ा
करता है। कारों पर हमला करके उनके शीशे
तोड़ देता है। कारों को क्षतिग्रस्त करना
उसका रोजमर्रा का काम है।