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लखनऊ,
18 अप्रैल । युग परिवर्तन की ओर देश आगे
बढ़ रहा है। लोकसभा चुनाव की ओर इशारा करते
हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह
सरकार्यवाह डा0 कृष्ण गोपाल ने कहा कि
1977 में कांग्रेस को हराने की अपील थी तो
इस चुनाव मंत किसी को लाने की अपील है।
उक्त बातें शुक्रवार को एक बैठक को
सम्बोधित करते हुए डा. गोपाल ने कही।
डा. गोपाल ने कहा कि आजादी के बाद लम्बे
समय तक भ्रष्टाचार व बेईमानों की सत्ता
होने से देश को काफी नुकसान पहुंचा है,
इनके पास विकास की कोई कल्पना नहीं है।
देशहित में जो अधिकतम विचार करे, अब उनकी
सत्ता आने की बारी है।संघ नेता ने कहा कि
देश के उत्थान व विकास के लिए सज्जन
शक्तियों को एकजुट होना पड़ेगा। अब तक
दुष्टों की सक्रियता तथा सज्जनों की
निष्क्रियता से देश का काफी नुकसान हो चुका
है, लेकिन अब नहीं होना चाहिए। कहा कि यह
चुनाव देश की भविष्य व दशा को तय करेगा।
इसलिए मतदाताओं को वोट डालने से पहले
राष्ट्रीय पक्ष तथा समाज का हित व अहित को
ध्यान में रखकर पार्टियों का चुनाव करना
होगा और फिर मतदान करना होगा।
तुष्टिकरण व जातिवाद से देश को खतरा
संघ के राष्ट्रीय
पदाधिकारी डा0 गोपाल ने कहा कि तुष्टिकरण,
जातिवाद, भाषावाद, क्षेत्रवाद, नक्सलवाद,
आतंकवाद, भ्रष्टाचार देश के लिए खतरा है।
देश का विकास हिन्दु व मुस्लिम तथा
जातिवाद के बल पर नहीं हो सकता। भारत में
योजना 125 करोड़ लोगों को ध्यान में रखकर
बननी चाहिए, न कि सिर्फ मुसलमानों को
ध्यान में रखकर। कहा कि जो पार्टियां एक
धर्म विशेष को ध्यान में रखकर योजना बनाती
है वे पार्टियां देश की दुश्मन हैं।
संघ गैर राजनीतिक संगठन, परन्तु तटस्थ
नहीं
डा. कृष्ण गोपाल ने स्वयंसेवकांे को संगठन
का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि संघ गैर राजनीतिक
संगठन है, परन्तु देशहित में संघ कभी भी
तटस्थ नहीं रह सकता। संघ स्वयंसेवी
संस्थान भी नहीं है। लोकसभा चुनाव को लेकर
कहा कि चुनाव छोटे समय में तेज गति से चलने
वाला अभियान है, इस नाते चुनाव में भारी
संख्या में लोगों को लगाने की जरुरत है।
चुनाव की दृष्टि से मूल काम बताते हुए कहा
कि घर-घर सम्पर्क करना तथा मतदान के दिन
मतदाताओं को बूथ तक लाना प्रमुख काम है।
इसलिए बड़े से लेकर छोटे तक सभी
दायित्वधारियांे को लगना होगा। कहा कि बड़े
पदाधिकारियों के सम्पर्क करने से
निष्क्रिय कार्यकर्ता भी सक्रिय हो जाता
है।
भाजपा को सुधारना अपना काम नहीं
सह सरकार्यवाह ने
लोकसभा चुनाव में लगे कार्यकर्ताओं को
अनुशासन का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि चुनाव के
बाद अपना काम भाजपा को सुधारना नहीं है और
न ही भाजपा के लोगों से काम कराना अपना
काम है। संघ का जो संस्कार है उसी के बल
पर हमसबको आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि
जो कार्यकर्ता इस अभियान में लगे हैं उन्हें
चुनाव के बाद इस राजनीतिक रुपी माया से
अपने को दूर कर लेना है। कहा कि संघ का
गैर राजनीतिक स्वरुप बनाये रखना स्वयंसेवकों
का दायित्व है। |