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लखनऊ, ।नोएडा
की एक लॉजिस्टिक कम्पनी को नाइजेरिया में
बैठे जालसाजों ने 31 लाख रुपये का चूना लगा
दिया। जालसाजों ने कम्पनी के बैंक खाते की
सारी जानकारी एकत्र की और फिर भारत में
बैठे अपने कुछ साथियों की मदद से कम्पनी
का फर्जी सिमकार्ड जारी करा कर लाखों रुपये
निकाल लिये। इस मामले में राजधानी की
साइबर अपराध ‘ााखा ने जालसाजों के चार
साथियों को रविवार को हजरतगंज इलाके से
गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के
पास से दो लैपटाप, दस मोबाइल फोन और डाटा
कार्ड बरामद किये हैं।
एसएसपी प्रवीण कुमार ने बताया कि 19 जनवरी
को नोएडा के सेक्टर 18 में स्थित निसिल
एबीसी लाजिस्टिक कम्पनी के खाते से जालसाजों
ने धोखाधड़ी कर 31 लाख 44 हजार रुपये निकाल
लिये थे। इस मामले में नोएडा के सेक्टर 20
थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट भी दर्ज है।
नोएडा पुलिस ने इस बात की जानकारी राजधानी
के साइबर क्राइम सेल को दी। पुलिस ने
छानबीन शुरू की तो पता चला कि कम्पनी के
खाते से रुपये नाइजेरिया के जालसाजों ने
निकाले थे। जालसाजों ने अपने कुछ साथियों
की मदद से भारत में फर्जी बैंक एकाउंट खुला
कर धोखाधड़ी का यह धंधा संचालित किया जा रहा
है। छानबीन और सर्विलांस की मदद से रविवार
को साइबर क्राइम सेल ने हजरतगंज के दुर्गमा
होटल के पास से मुम्बई निवासी मिर्जा अली
उर्फ सलीम, मुम्बई निवासी मूसा शेख,
अलीगंज निवासी विवेक तिवारी और मडिय़ांव
निवासी अमित सिंह को गिरफ्तार किया। पुलिस
ने उनके पास से दो लैपटाप, 10 मोबाइल फोन,
डीएम और डाटा कार्ड बरामद किया। पूछताछ की
गयी तो आरोपियों ने बताया कि वह लोग
नाइजेरिया में बैठे कुछ जालसाजों के लिए
काम करते हैं। यह लोग फर्जी बैंक एकाउंट
खुलवा कर उसकी सारी जानकारी नाइजेरिया में
बैठ जालसाजों को दे दिया करते थे। वहीं
नाइजेरियन जालसाज देश के अलग-अलग लोगों के
बैंक खातों के बारे में इंटरनेट की मदद से
जानकारी हासिल करते थे। जानकारी एकत्र होने
के बाद यह लोग खाता धारक को इंटरनेट या
फिर फोन की मदद से सम्पर्क करते थे और
कोशिश करते थे कि खाताधारक अपने खाते के
पासवार्ड और अन्य गोपनीय जानकारी इन लोगों
को दे दे। जैसे ही यह लोग अपनी इस कोशिश
में कामयाब हो जाते थे जालसाज भारत में
मौजूद अपने नेटवर्क की मदद से खाताधारक का
सिम बंद करा कर उसका दूसरा सिमकार्ड हासिल
कर लेते थे। सिमकार्ड मिलने के बाद
नाइजेरियन जालसाज खाताधारक के खाते से रकम
निकला लिया करता था और खाता धारक को पता
भी नहीं चल पाता था। आन लाइन बैकिंग के
लिए बैंक वन टाइम पासवर्ड मोबाइल पर भेजा
है। जालसाजों को जब खाताधारक का सिमकार्ड
मिल जाता था तो वन टाइम पासवर्ड भी बैक
उनके पास मौजूद सिमकार्ड पर ही भेजता था।
इस तरह से नाइजेरिया में बैठे लोग खाता
धारक की रकम निकाल कर भरत में मौजूद अपने
साथियों को कुछ कमिशन देकर बाकी की रकम
अपने पास रख लिया करते थे। साइबर क्राइम
सेल अब इस बात का पता भी लगा रही है कि
जालसाज इतनी जल्दी खाताधारक का सिमकार्ड
कैसे इशू कर लिया करते थे। पुलिस नाइजेरिया
में बैठे जालसाजों को पकडऩे के लिए इंटर
पोल से मदद लेने की बात भी कह रही है।
संदिग्ध अवस्था में सिपाही की मौत, सड़क
पर मिला शव
लखनऊ, । राजधानी के आशियाना थाने में
तैनात एक सिपाही का शव रविवार सुबह
लोकबुंध अस्पताल के पास पड़ा मिला। पुलिस
का मानना है कि सिपाही की मौत सड़क हादसे
में हुई है। पोस्टमार्टम के बाद सिपाही को
पुलिस लाइन में राजकीय सम्मान दिया गया और
फिर शव को घरवालों के सुपुर्द कर दिया गया।
पुलिस के मुताबिक, आशियाना थाने की क्राइम
डीटेक्शन टीम ने 42 वर्षीय सिपाही शिवजी
उपाध्याय तैनात था। शनिवार को उसने दो
लुटेरों को पकड़ा था और सुबह करीब चार बजे
पूछताछ कर अपनी मोटरसाइकिल से पीजीआई के
एल्डिको स्थित अपने घर जा रहा था। सिपाही
मोटरसाइकिल से घर के लिए निकला पर घर नहीं
पहुंचा। सुबह करीब छह बजे पुलिस को खबर
मिली कि अस्पताल के पास एक व्यक्ति का शव
पड़ा है और पास में ही मोटरसाइकिल भी मौजूद
है। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा तो शव
किसी और का नहीं बल्कि सिपाही शिवजी का
था। पुलिस ने उसको लोकबुंध अस्पताल लेकर
पहुंची, जहां डाक्टरों ने उसको मृत घोषित
कर दिया। सिपाही के सिर पर गंभीर चोट लगी
थी। छानबीन के बाद पुलिस ने शव को
पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और खबर
परिवार व अधिकारियों को दी। दोपहर शव का
पोस्टमार्टम होने के बाद उसको पुलिस लाइन
ले जाया गया। पुलिस लाइन में एसएसपी
प्रवीण कुमार ने उसको राजकीय सम्मान के
साथ सलामी दी और फिर शव को परिवार वालो के
हवाले कर दिया गया। सिपाही के परिवार में
पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। सिपाही
शिवजी मूल रूप से बलिया का रहने वाला था।
फांसी लगाकर युवक ने की खुदकुशी
लखनऊ, । गौतमपल्ली थानाक्षेत्र में युवक
ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
खुदकुशी का कारण पता लगाने के लिए पुलिस
पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, गौतमपल्ली के जियामऊ
इलाके में रहने वाले रणजीत सिंह ने उसके
साथ किराए पर रहने वाले प्रदीप कुमार
मौर्य द्वारा फांसी लगाकर खुदकुशी करने की
सूचना दी। जिस पर पहुंची पुलिस ने शव को
कब्जे में ले लिया। पुलिस का कहना है कि
पूछताछ करने पर रणजीत ने बताया वह प्रदीप
के साथ चार महीनों से धर्मेन्द्र यादव के
इस मकान में किराए पर रहता है। वह वेटर
है। शनिवार शाम जब वह ड्यूटी से लौटा तो
उसके कई बार दरवाजा खटखटाने के बाद भी
प्रदीप ने कोई जवाब नहीं दिया। आस-पड़ोस के
लोगों से उसने पूछताछ की तो उन्होंने पूरा
दिन दरवाजा न खुलने की सूचना दी। किसी तरह
दरवाजा खोलकर वह अंदर गया तो प्रदीप की
लाश चादर के फंदे से लटकी हुई थी।
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