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Ashutosh Maharaj को पंजाब सरकार ने
मृत माना
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Tags: Jalandhar, Ashutosh Maharaj
the
leader of Divya Jyoti Jagriti Sansthan (DJJS),
a sect based in Punjab, was declared
"clinically dead" by doctors |
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Publised on : 06 February 2014
Time: 16:09 |
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जालन्धर।
अंततोगत्वा धर्मगुरू आशुतोष जी महराज को
पंजाब सरकार ने मृत घोषित कर दिया। पंजाब
पुलिस ने दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के
संस्थापक आशुतोष जी महाराज की मौत के मामले
में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में
दाखिल स्टेटस रिपोर्ट में साफ कहा है कि
महाराज की क्लीनिकली मौत हो चुकी है।
रिपोर्ट तैयार करने
वाले नकोदर पुलिस के उपाधीक्षक हरमिंदर
सिंह परमार ने न्यायालय को रिपोर्ट में
बताया है कि महाराज की मौत हो चुकी है तथा
शरीर को बेवजह फ्रीजर में रखा गया है। दिल
का दौरा पडने के बाद 29 जनवरी को जब
लुधियाना के अपोलो अस्पताल की टीम के
डाक्टरों ने ही जांच करने के बाद कह दिया
था कि उनकी क्लीनिकली मौत हो चुकी है। न
तो उनकी नब्ज चल रही तथा न ही दिल धड़क रहा
है।जालंधर पुलिस के महानिरीक्षक तथा
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कल नूरमहल आश्रम गए
थे लेकिन उन्हें महाराज के कमरे तक नहीं
जाने दिया गया। दिव्य ज्योति जागृति
संस्थान उन्हें अभी तक गहन समाधि में जाने
की बात कर रही है। हालांकि सरकार ने कहा
है कि यदि मामला ऐसा ही रहा तो उसे अगले
दो तीन दिनों में कार्रवाई करनी पड़ सकती
है।
ज्ञातव्य है कि महाराज के पूर्व चालक
पूर्ण सिंह ने परसों पंजाब एवं हरियाणा
उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल कर आरोप
लगाया था कि महाराज की संपत्ति को हड़पने
के लिए उन्हें जबरन बंधक बनाकर रखा गया
है। न्यायालय में दायर इस याचिका पर
सुनवाई करते सभी प्रतिवादी पक्षों को 11
फरवरी के लिए नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने
को कहा है तथा पंजाब पुलिस को स्टेटस
रिपोर्ट आज तक पेश करने का आदेश दिया था
संस्थान ने कल कहा था कि आशुतोष महाराज को
किसी ने न तो बंधक बनाया है और न ही उनकी
संपत्ति को लेकर कोई विवाद है। महाराज के
नाम पर कोई संपत्ति अथवा कोई बैंक खाता है
ही नहीं फिर विवाद का प्रश्न ही नहीं उठता।
फ्रीजर में रखे गए महाराज के शरीर को लेकर
प्रबंधन का कहना है कि वह गहन समाधि में
हैं। हिमाचल में शून्य डिग्री तापमान में
जाकर समाधि लगाने वाले साधु संतों की तरह
उन्हें फ्रीजर में रखा गया है। इस बीच
जालंधर पुलिस के महानिरीक्षक गुरविंदर
सिंह तथा वरिष्ठ वुलिस अधीक्षक जसप्रीत
सिंह ने संस्थान के प्रबंधकों से बातचीत
की।
जानकारी में रहे कि आशुतोष जी महाराज मूल
रूप से बिहार के मधुवनी जिला स्थित लखनौर
गांव के रहने वाले हैं। हालांकि महराज के
शीष्यों ने महराज के परिवार के बारे में
भ्रामक प्रचार बताया है लेकिन लखनौर के
लोगों का कहना है कि महराज का परिवार है।
उनकी पत्नी और उनका एक बेटा भी है। पर
आश्रम वाले इस बात को नकार रहे हैं। इधर
एक खबर यह भी आ रही है कि महराज के पुत्र
ने महराज के मृत शरीर की मांग की है।
महाराज के पुत्र का कहना है कि मैथिल
ब्राह्मणों को अपनी अलग परंपरा है उस
परंपरा के अनुकूल उनके पिता का अंतिम
संस्कार होना चाहिए। विवादों पर लखनौर के
पंडितों का कहना है कि महाराज के पुत्र का
डीएनए टेस्ट करा लिया जाये, पता चल जाएगा
कि आखिर महाराज का परिवार है या नहीं।
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source: U.P.Samachar Sewa |
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upsamacharsewa@gmail.com
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