Bareilly बरेली,
12 मई। (उत्तर
प्रदेश समाचार सेवा)।शहर
के प्रेमनगर थाना इलाके के नरकुलागंज
स्थित पूर्व विधायक इस्लाम साबिर के
बैंक्वेट हॉल में शुक्रवार सुबह बैंक्वेट
हॉल मैनेजर का शव लटका पाया गया।
मैनेजर के शरीर पर चोटों के निशान और
खाल उधड़ी हुई होने से उसकी हत्या की
आशंका प्रबल हुई है। माना जा रहा है
कि मैनेजर को हत्या के पहले गहरी
यातनाएं भी दी गई थीं। पिटाई से उसके
शरीर की खाल उधड़ गई थी। हालांकि
पुलिस और पूर्व विधायक मामले को
आत्महत्या करार दे रहे हैं किन्तु
मैनेजर के परिजन इसे आत्महत्या मानने
को तैयार नहीं है। वे मैनेजर की हत्या
होना बता रहे हैं। मैनेजर के घर वालों
ने इस्लाम साबिर और उनके बेटे बसपा
सरकार में राज्यमंत्री रहे शहजिल
इस्लाम पर हत्या का आरोप लगाते हुए
पुलिस को तहरीर दी है।
शनिवार को बरेली के एसएसपी -डॉ.
संजीव गुप्ता, ने बताया कि पोस्टमार्टम
रिपोर्ट में हैंगिंग आया है। मौके के
हालात भी सुसाइड जैसे लग रहे हैं। मगर
मृतक की पत्नी की तरफ से जो तहरीर दी
गई है, उसके आधार पर जांच की जाएगी।
जांच का जो भी नतीजा सामने आएगा, उसके
आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
नरकुलागंज में पूर्व विधायक इस्लाम
साबिर का केयू नाम से बैंक्वेट हॉल
है। दुर्गानगर में रहने वाले जितेंद्र
उर्फ बंटू माथुर इस बैंक्वेट हॉल के
मैनेजर थे। शुक्रवार सुबह 11 बजे बंटू
की पत्नी सरिता उर्फ डॉली को फोन पर
बैंक्वेट हॉल में उनका शव लटका होने
की सूचना दी गई। डॉली अपने पिता और
भाई के साथ वहां पहुंचीं तो बंटू का
शव फंदे से नीचे उतारा जा चुका था।
इस्लाम साबिर की सूचना पर प्रेमनगर
पुलिस भी वहां पहुंच चुकी थी। इस्लाम
साबिर ने पुलिस को दी लिखित सूचना में
बताया कि बृहस्पतिवार को बैंक्वेट हॉल
पूरे दिन बंद रहा था। शुक्रवार सुबह
साढ़े बजे उसे खोला गया तो बंटू का शव
जीने की रेलिंग से लटका हुआ मिला।
उन्होंने पुलिस को बताया कि बंटू ने
खुदकुशी की है।
बंटू की पत्नी डॉली ने इस्लाम साबिर
और उनके बेटे शहजिल इस्लाम पर बंटू की
हत्या का आरोप लगाया है। डॉली के
मुताबिक इस्लाम साबिर को बंटू पर
बैंक्वेट हॉल के हिसाब-किताब को लेकर
कुछ शक था। हफ्ता भर पहले उन्होंने
बंटू को पीटा भी था। उन्होंने बताया
कि तीन दिनों से वह सनराइज कॉलोनी
स्थित अपने मायके में थीं।
बृहस्पतिवार सुबह सात बजे बंटू सनराइज
कॉलोनी से ही अच्छे-खासे मूड में
बैंक्वेट हॉल जाने को निकले थे। करीब
दस बजे उनकी बहन सुनीता ने बच्चों के
कहने पर उन्हें फोन किया तो उनका
मोबाइल स्विच ऑफ मिला। 12 बजे तक
संपर्क न होने पर घर के लोग बैंक्वेट
हॉल पहुंचे तो उसका गेट भी बंद था। वे
रात एक बजे तक बंटू को तलाश करते रहे,
लेकिन उनका कुछ पता नहीं लगा। इस्लाम
साबिर के बैंक्वेट हॉल के मैनेजर
जितेंद्र उर्फ बंटू माथुर की पत्नी
डॉली किसी हालत में यह मानने को तैयार
नहीं हैं कि उनके पति ने खुदकुशी की
है। पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंची डॉली
ने कई बार न सिर्फ सवाल खड़े किए बल्कि
चीख-चीखकर दावा भी किया कि ‘वह बहुत
हिम्मत वाले थे। वह सुसाइड कर ही नहीं
सकते।’
डॉली के मुताबिक बंटू बृहस्पतिवार
सुबह रोजाना की तरह चाय पीने के बाद
सामान्य मूड में घर से निकले थे।
बुधवार शाम बच्चों के लिए आइसक्रीम
लेकर आए थे। रात में भी वह सामान्य
थे। बंटू की तरफ बैंक्वेट हाल के
हिसाब किताब के रुपये थे। इसी को
लेकर सप्ताह भर पहले उन्हें पीटा भी
गया था। बोलीं, बृहस्पतिवार को
बैंक्वेट हॉल का शटर दिन भर नहीं
खोला गया, जबकि इस्लाम साबिर और
शहजिल इस्लाम को बंटू के लापता होने
के बारे में पता था। बृहस्पतिवार की
रात इस्लाम साबिर ने गार्ड मेघनाथ
से कहा था कि बंटू डेढ़ लाख रुपये
लेकर भागा है। शुक्रवार को उनके
बैंक्वेट हॉल पहुंचने से पहले ही
साबिर वहां चले गए। जिस जगह फांसी
लगाने की बात कही जा रही है, वहां
जीने की रेलिंग इतनी ऊंची है कि उससे
लटकने की बात कोई सोच नहीं सकता।
डॉली नेबंटू ने कभी हिम्मत हारने
वाले शख्स नहीं थे।
केयू बैंक्वेट हॉल के तीन दरवाजे
हैं। दक्षिण में बड़ा दरवाजा मुख्य
सड़क की तरफ है जिस पर शटर लगा है।
पूर्व की तरफ गली में छोटा गेट है।
शटर बंद होने पर छोटे गेट से
आना-जाना होता था। उसके ताले की चाभी
रखने के लिए गेट के पास ही एक जगह
तय थी। शाम को बंटू के चले जाने पर
गार्ड मेघनाथ को गेट की चाभी उसी
जगह मिलती थी। सुबह जाते समय गार्ड
भी वहीं चाभी रख जाता था।
बृहस्पतिवार शाम उस जगह मेघनाथ को
चाभी नहीं मिली। बाहर रहकर ही उसे
ड्यूटी करने पड़ी। शटर में ताला नहीं
लगाया जाता है, लेकिन बड़ा होने की
वजह से एक-दो व्यक्ति भी उसे खोल नहीं
सकते। शुक्रवार सुबह शटर खोला गया
तो चाभी अंदर काउंटर पर रखी मिली।
पोस्टमार्टम के दौरान जितेंद्र उर्फ
बंटू के शव की खाल उधड़ी हुई पाई गई।
लाल-नीले निशान धब्बे भी दिख रहे
थे। इसके बाद डॉ. एके गुप्ता ने जिला
अस्पताल के साथी डॉ. मनोज को भी बुला
लिया। इसके बाद पोस्टमार्टम की
वीडियोग्राफी कराने का निर्णय लिया
गया, जिसके लिए पुलिस लाइंस से कैमरा
मंगाया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के
अनुसार बंटू की मौत फांसी से हुई।
इसके अलावा कोई निशान नहीं पाए गए।